बिहार का जनसंख्या घनत्व भारत में सबसे अधिक है। 2011 की जनगणना के अनुसार, बिहार का जनसंख्या घनत्व 1102 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर था। 2021 की अनुमानित जनगणना के अनुसार, यह संख्या बढ़कर लगभग 1280 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर हो सकती है।
प्रमुख बिंदु
- 2011 की जनगणना: 1102 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर
- 2021 की अनुमानित जनगणना: लगभग 1280 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर
जनसंख्या
- कुल जनसंख्या: 2021 की अनुमानित जनगणना के अनुसार बिहार की जनसंख्या लगभग 124 मिलियन (12.4 करोड़) है।
- जनसंख्या घनत्व: बिहार का जनसंख्या घनत्व लगभग 1106 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, जो इसे भारत के सबसे घनी आबादी वाले राज्यों में से एक बनाता है।
- शहरीकरण: बिहार में शहरीकरण की दर अपेक्षाकृत कम है, यहाँ की लगभग 11.3% जनसंख्या शहरी क्षेत्रों में निवास करती है।
जनसांख्यिकी
- लिंग अनुपात: बिहार का लिंग अनुपात 918 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष है।
- साक्षरता दर: बिहार की साक्षरता दर लगभग 63.8% है, जो राष्ट्रीय औसत से कम है।
- पुरुष साक्षरता दर: 73.4%
- महिला साक्षरता दर: 53.3%
- धार्मिक विभाजन: बिहार में हिन्दू धर्म सबसे प्रमुख धर्म है, जिसके बाद इस्लाम का स्थान आता है।
- हिन्दू: लगभग 82.7%
- मुस्लिम: लगभग 16.9%
- अन्य धर्म: शेष प्रतिशत में आते हैं।
आयु संरचना
- 0-14 वर्ष: लगभग 37.8%
- 15-59 वर्ष: लगभग 58.5%
- 60 वर्ष और उससे अधिक: लगभग 3.7%
जनसांख्यिकीय चुनौतियां
- गरीबी और बेरोजगारी: बिहार में गरीबी और बेरोजगारी की दर काफी अधिक है। यह राज्य की कई सामाजिक और आर्थिक समस्याओं का कारण है।
- स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव: राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है, जिसके कारण लोगों की औसत आयु कम है और मृत्यु दर अधिक है।
- शिक्षा का स्तर: बिहार में शिक्षा का स्तर अभी भी कई अन्य राज्यों की तुलना में कम है।
जनसंख्या वृद्धि
- उच्च जन्म दर: बिहार में जन्म दर अभी भी काफी अधिक है, जिसके कारण जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है।
- कम मृत्यु दर: चिकित्सा सुविधाओं में सुधार के कारण मृत्यु दर कम हुई है, जिससे जनसंख्या वृद्धि में और तेजी आई है।
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