बिहार की नदियाँ राज्य की जलवायु, भूगोल, और आर्थिक गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इन नदियों का क्षेत्रफल और जलस्तर विभिन्न मौसमों और जलवायु परिस्थितियों के आधार पर बदलता रहता है।
यहाँ बिहार की प्रमुख नदियों के क्षेत्रफल और जलस्तर की विस्तृत जानकारी दी गई है:
1. गंगा नदी
- क्षेत्रफल: गंगा नदी का बेसिन क्षेत्र लगभग 8,61,404 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें बिहार का एक बड़ा हिस्सा शामिल है।
- जलस्तर: गंगा नदी का जलस्तर मानसून के दौरान उच्चतम होता है और अन्य समय में सामान्य रहता है। बरसात के मौसम में बाढ़ आना आम है।
2. कोसी नदी
- क्षेत्रफल: कोसी नदी का बेसिन क्षेत्र लगभग 74,500 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें से एक बड़ा हिस्सा नेपाल में है और बिहार के उत्तरी भागों में बहता है।
- जलस्तर: कोसी नदी का जलस्तर मानसून के दौरान बहुत बढ़ जाता है, जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है। अन्य समय में जलस्तर सामान्य रहता है।
3. गंडक नदी
- क्षेत्रफल: गंडक नदी का बेसिन क्षेत्र लगभग 46,300 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें नेपाल और बिहार शामिल हैं।
- जलस्तर: गंडक नदी का जलस्तर भी मानसून के दौरान उच्च होता है, जबकि अन्य समय में जलस्तर सामान्य रहता है।
4. बागमती नदी
- क्षेत्रफल: बागमती नदी का बेसिन क्षेत्र लगभग 14,500 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें नेपाल और बिहार के हिस्से शामिल हैं।
- जलस्तर: मानसून के दौरान बागमती नदी का जलस्तर उच्च होता है और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है। अन्य समय में जलस्तर सामान्य रहता है।
5. महानंदा नदी
- क्षेत्रफल: महानंदा नदी का बेसिन क्षेत्र लगभग 25,000 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें पश्चिम बंगाल, बिहार, और बांग्लादेश के हिस्से शामिल हैं।
- जलस्तर: महानंदा नदी का जलस्तर मानसून के दौरान उच्च होता है और अन्य समय में सामान्य रहता है।
6. पुनपुन नदी
- क्षेत्रफल: पुनपुन नदी का बेसिन क्षेत्र अपेक्षाकृत छोटा है, और यह मुख्य रूप से बिहार के गया, जहानाबाद, और पटना जिलों में फैला है।
- जलस्तर: मानसून के दौरान पुनपुन नदी का जलस्तर बढ़ जाता है, जबकि अन्य समय में जलस्तर सामान्य रहता है।
7. कमला बलान नदी
- क्षेत्रफल: कमला बलान नदी का बेसिन क्षेत्र लगभग 7,232 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें नेपाल और बिहार के हिस्से शामिल हैं।
- जलस्तर: मानसून के दौरान कमला बलान नदी का जलस्तर उच्च होता है, जबकि अन्य समय में सामान्य रहता है।
8. सरयू नदी (घाघरा नदी)
- क्षेत्रफल: सरयू नदी का बेसिन क्षेत्र लगभग 127,950 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें नेपाल और भारत (उत्तर प्रदेश और बिहार) शामिल हैं।
- जलस्तर: मानसून के दौरान सरयू नदी का जलस्तर उच्च होता है, जबकि अन्य समय में जलस्तर सामान्य रहता है।
जलस्तर और क्षेत्रफल के मुद्दे
- बाढ़: बिहार की नदियाँ मानसून के दौरान अक्सर बाढ़ लाती हैं, जिससे फसलें, संपत्ति, और जनजीवन प्रभावित होते हैं।
- जल संसाधन प्रबंधन: जल संसाधनों का प्रभावी प्रबंधन आवश्यक है ताकि जलस्तर को नियंत्रित किया जा सके और नदियों के क्षेत्रफल का अधिकतम लाभ उठाया जा सके।
संरक्षण और उपाय
- बाढ़ नियंत्रण: बाढ़ नियंत्रण के लिए बाँध, बैराज, और अन्य संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है।
- सिंचाई योजनाएँ: नदियों के जल का सिंचाई के लिए प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न योजनाएँ चलाई जा रही हैं।
- जल संरक्षण: जल संरक्षण के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं, जिसमें नदियों की सफाई और प्रदूषण नियंत्रण शामिल हैं।
बिहार की नदियाँ राज्य के आर्थिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इनके जलस्तर और क्षेत्रफल को समझना और प्रबंधित करना राज्य की समृद्धि और विकास के लिए आवश्यक है।
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