मुख्य सचिव(Chief Secretary):- मुख्य सचिव भारतीय कार्यकारी प्रणाली के सर्वोच्च अधिकारियों में से एक है और भारत सरकार के सबसे वरिष्ठ सिविल सेवक को मुख्य सचिव के रूप में नियुक्त किया जाता है। वह राज्य सचिवालय, राज्य कैडर भारतीय प्रशासनिक सेवा, राज्य सिविल सेवा बोर्ड और राज्य सरकार के नियंत्रण में आने वाली सभी सिविल सेवाओं का पदेन प्रमुख होता है। वह राज्य प्रशासन से संबंधित सभी मुद्दों पर मुख्यमंत्री का प्रमुख सलाहकार होता है। मुख्य सचिव के पद पर नियुक्त व्यक्ति हमेशा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) का अधिकारी होता है । मुख्य सचिव राज्य प्रशासन में वरिष्ठता-आधारित पद है जिसे भारतीय वरीयता क्रम में 23वीं रैंकिंग दी गई है।
बिहार में मुख्य सचिव की नियुक्ति
बिहार के मुख्य सचिव की नियुक्ति राज्य सरकार द्वारा वरिष्ठता और योग्यता के आधार पर की जाती है।
- वरिष्ठता: मुख्य सचिव, भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के वरिष्ठतम अधिकारी होते हैं। इसका मतलब है कि उन्हें सेवा में सबसे अधिक अनुभव होता है और वे अन्य सभी IAS अधिकारियों से वरिष्ठ होते हैं।
- योग्यता: मुख्य सचिव को प्रशासन, वित्त, कानून और विकास जैसे क्षेत्रों में व्यापक अनुभव होना चाहिए। उन्हें मजबूत नेतृत्व कौशल और संचार कौशल भी होना चाहिए।
नियुक्ति प्रक्रिया:
- चयन समिति: राज्य सरकार एक चयन समिति का गठन करती है जिसमें मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री और मुख्य सचिव शामिल होते हैं।
- उम्मीदवारों की सूची: चयन समिति सभी वरिष्ठ IAS अधिकारियों की एक सूची तैयार करती है जो मुख्य सचिव पद के लिए योग्य हैं।
- साक्षात्कार: चयन समिति सभी उम्मीदवारों का साक्षात्कार करती है और उनके अनुभव, योग्यता और नेतृत्व कौशल का मूल्यांकन करती है।
- नियुक्ति: चयन समिति सबसे योग्य उम्मीदवार को मुख्य सचिव के रूप में नियुक्त करती है।
बिहार में मुख्य सचिव का कार्य
मुख्य सचिव का कार्य भारतीय सरकार और राज्य सरकारों में विभिन्न हो सकता है, लेकिन सामान्यतः उनके प्रमुख कार्य निम्नलिखित होते हैं:
- सरकारी नीतियों का पालन: मुख्य सचिव सरकारी नीतियों के पालन का जिम्मेदार होते हैं और उन्हें सुनिश्चित करना होता है कि सरकारी नीतियां समय पर और सही तरीके से लागू हों।
- प्रशासनिक प्रबंधन: वे सरकारी विभागों के प्रमुख होते हैं और उनका कार्य होता है कि विभागों की कार्यक्षमता और प्रशासनिक क्रियावली में सुधार किया जाए।
- कानूनी सलाहकार: उन्हें सरकारी नीतियों और कानूनी मुद्दों में सलाह देने का भी कार्य होता है और उनके विधिक कार्यों का पालन करने में सहायता प्रदान की जाती है।
- वित्तीय प्रबंधन: मुख्य सचिव राज्य के वित्तीय प्रबंधन का भी जिम्मेदार होते हैं और वे बजट निर्माण और वित्तीय नियंत्रण में सहायक कार्य करते हैं।
- सार्वजनिक प्रशासन: उन्हें सरकारी विभागों के बीच समन्वय स्थापित करना और सरकारी नीतियों के अनुसार कार्रवाई करना होता है।
- अन्य कार्य: मुख्य सचिव का कार्य विभिन्न विभागों के बीच समन्वय स्थापित करना, सरकारी नीतियों के अनुसार कार्रवाई करना, और राज्य की प्रशासनिक अदालत के माध्यम से न्यायिक कार्रवाई को समर्थन देना भी होता है।
कार्यकाल
- मुख्य सचिव के पद को कार्यकाल प्रणाली के संचालन से बाहर रखा गया है।
- इस पद के लिये कोई निश्चित कार्यकाल निर्धारित नहीं है।
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