बल एवं यंत्र
बल
परिभाषा:
बल वह प्रभाव है जो एक वस्तु की गति को बदलता है। जब आप किसी वस्तु को धक्का देते हैं या खींचते हैं, तो आप उस पर बल लगा रहे होते हैं। बल लगाने से वस्तु की गति में बदलाव आता है, जैसे कि गति बढ़ सकती है, धीमी हो सकती है, या दिशा बदल सकती है।
बल के प्रकार:
धक्का: वस्तु को किसी दिशा में धकेलना।
खींचना: वस्तु को अपनी ओर खींचना।
खिंचाव: वस्तु को एक दिशा में खींचने के लिए बल लगाना।
रोकना: वस्तु की गति को रोकने के लिए बल लगाना।
बल के प्रभाव
गतिशीलता में परिवर्तन:
1. जब आप फुटबॉल को गोलकीपर की ओर धक्का देते हैं, तो उसकी दिशा और गति बदल जाती है।
2. जब साइकल के पैडल पर बल लगाते हैं, तो साइकल की गति बदलती है। अधिक बल लगाने से गति बढ़ती है, और कम बल लगाने से गति घटती है।
आकृति में परिवर्तन:
यदि आप फोम या रबर को दबाते हैं, तो उसकी आकृति बदल जाती है। इसका मतलब है कि बल लगाने से वस्तु की आकृति भी बदल सकती है।
बल के प्रकार
1. सक बल:
सक बल वह होता है जब बल लगाने वाली वस्तु और बल पर लगाने वाली वस्तु दोनों एक ही दिशा में होते हैं।
i) पेशीय बल: मांसपेशियों द्वारा लगाये गए बल को पेशीय बल कहते हैं।
ii) घर्षण बल: दो सतहों के बीच की घर्षण का बल, जो वस्तु की गति को रोकता है।
2. असक बल:
असक बल वह होता है जब बल लगाने वाली वस्तु और बल पर लगाने वाली वस्तु के बीच में किसी प्रकार का सापेक्ष बल कार्य करता है।
i) गुरुत्वाकर्षण बल: पृथ्वी द्वारा वस्तुओं को अपनी ओर आकर्षित करने वाला बल।
ii) चुंबकीय बल: चुंबक द्वारा वस्तुओं को अपनी ओर खींचने या धकेलने वाला बल।
iii)वैद्युत बल: विद्युत चार्जों के बीच कार्य करने वाला बल।
घर्षण बल
उपयोग:
चलना, दौड़ना, और वस्तुओं को पकड़े रखने के लिए घर्षण बल आवश्यक होता है।
घर्षण बल के कारण ही हम अपने हाथ से लिख सकते हैं और वस्तुओं को नियंत्रित कर सकते हैं।
हानियाँ:
घर्षण बल के कारण पहियों और टायरों की घिसाई होती है।
मशीनों के कल-पुर्जों की घिसाई भी घर्षण बल के कारण होती है, जिससे उनकी उम्र कम हो जाती है।
घर्षण बल को कम करने के उपाय:
मशीनों के पुर्जों में तेल या ग्रीस लगाना।
विशेष डिजाइन और सामग्री का उपयोग करना जो घर्षण को कम करे।
मशीन
परिभाषा:
मशीनें वे उपकरण हैं जो काम को आसान, सुविधाजनक, और तेजी से करने में सहायता करती हैं। मशीनें बल को उपयोगी दिशा में बदलने में मदद करती हैं।
प्रकार:
1. सरल मशीनें:
उलट (Lever): बल को बदलने या भार उठाने के लिए।
पैच (Pulley): बल को दिशा बदलने और भारी वस्तुओं को उठाने के लिए।
झुका तल (Inclined Plane): भारी वस्तुओं को ऊपर चढ़ाने के लिए।
घरनी (Wheel and Axle): बल को बदलने और वस्तुओं को चलाने के लिए।
2. जटिल मशीनें:
इनका निर्माण सरल मशीनों के संयोजन से किया जाता है, जैसे कार, साइकिल, और मोटर।
सरल मशीनों के प्रकार और उपयोग
1. उलट (Lever):
पहला प्रकार: बल और भार के बीच में fulcrum होता है, जैसे कि कैंची।
दूसरा प्रकार: Fulcrum के एक तरफ बल और दूसरी तरफ भार होता है, जैसे कि एक ठेले का पहिया।
तीसरा प्रकार: बल और fulcrum के बीच में भार होता है, जैसे कि एक बल्ली।
2. पैच (Pulley):
वस्तुओं को ऊपर उठाने या दिशा बदलने में सहायता करता है। यह स्थिर (Fixed) या गतिशील (Movable) हो सकता है।
3. झुका तल (Inclined Plane):
भारी वस्तुओं को ऊपर चढ़ाने के लिए उपयोगी होता है, जैसे कि एक ढलानदार सड़क।
4. घरनी (Wheel and Axle):
पहिए और धुरी के संयोजन से काम करता है। यह वस्तुओं को आसानी से चलाने में मदद करता है।
मशीन की देखभाल और रखरखाव
तेल और ग्रीस लगाना: मशीन के हिस्सों की घिसाई से बचने के लिए।
सफाई: जंग और घिसाई से बचाने के लिए रेगमाल से सफाई करना।
समय-समय पर जाँच: मशीन की कार्यक्षमता बनाए रखने के लिए।
मशीन की सही स्थिति: मशीन को ठीक से चलाने और उसके कार्य को बनाए रखने के लिए।
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