कंप्यूटर की परिभाषा एवं गुण
कंप्यूटर शब्द का उत्पत्ति लैटिन शब्द “कंप्युटेरे” (computare) से हुई है, जिसका अर्थ है “गणना करना”। अतः, कंप्यूटर को आमतौर पर एक गणना यंत्र (calculating device) माना जाता है जो अंकगणितीय और तार्किक (logical) ऑपरेशन को तेजी से कर सकता है। हालांकि, कंप्यूटर का उपयोग आजकल केवल गणना तक सीमित नहीं है। यह एक इलेक्ट्रॉनिक यंत्र है जो निर्देशों के एक सेट (जिसे प्रोग्राम कहा जाता है) के अनुसार विभिन्न प्रकार के कार्य करता है और परिणाम (result) को प्रदर्शित (display) या प्रिंट करता है। यह डेटा को स्वीकार (input), भंडारित (store), और हेरफेर (manipulate) भी करता है।
कंप्यूटर का विकास
प्रारंभिक गणना उपकरण: पहले गणना के लिए उपयोग में लाए जाने वाले यंत्र यांत्रिक (mechanical) डिवाइस थे। अबैकस को पहला कंप्यूटर माना जाता है। इसके बाद, पास्कल, लॉरेस, जैकब, एटॉसॉफबेरी आदि ने कई डिवाइस बनाए, लेकिन किसी भी डिवाइस में मेमोरी नहीं थी।
चार्ल्स बैबेज: 19वीं शताब्दी में चार्ल्स बैबेज ने एनालिटिकल और डिफरेंस मशीन का आविष्कार किया और उसमें मेमोरी को शामिल किया। इस मशीन के आविष्कार से ही आधुनिक कंप्यूटर युग की शुरुआत हुई। इसी कारण चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर का जनक कहा जाता है।
ENIAC: ENIAC पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर था। यही से इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटरों का युग शुरू हुआ।
कंप्यूटर की पीढ़ियाँ: कंप्यूटर को पाँच पीढ़ियों में बांटा गया है, प्रत्येक पीढ़ी में तकनीकी उन्नति के साथ नए प्रकार के कंप्यूटर विकसित हुए।
कंप्यूटर के प्रकार
आवेदन के आधार पर:
1. एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer): ये कंप्यूटर भौतिक राशियों के किसी सतत परिवर्तित गुण के मापन के आधार पर कार्य करते हैं। एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्रों में किया जाता है।
2. डिजिटल कंप्यूटर (Digital Computer): ये कंप्यूटर द्विआधारी (बाइनरी) अंकों का उपयोग करते हैं। अधिकांश कंप्यूटर डिजिटल कंप्यूटर ही होते हैं।
3. हाइब्रिड कंप्यूटर (Hybrid Computer): ये कंप्यूटर एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर दोनों का संयोजन होते हैं।
आकार एवं कार्य के आधार पर:
1. माइक्रो कंप्यूटर (Micro Computer): ये कंप्यूटर आकार में छोटे होते हैं और कम गति से कार्य करते हैं। इन्हें पर्सनल कंप्यूटर (PC) भी कहते हैं। इसमें एक सी.पी.यू., एक मॉनिटर, कीबोर्ड, और एक माउस होता है।
2. मिनी कंप्यूटर (Mini Computer): यह माइक्रो कंप्यूटर से बड़ा होता है और अधिक गति से कार्य करता है। इनकी संग्रहण क्षमता भी अधिक होती है।
3. मेनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer): यह कंप्यूटर आकार में बड़े होते हैं और उच्च संग्रहण क्षमता वाले होते हैं। इनका उपयोग बैंक, बड़ी कंपनियों और सरकारी विभागों में होता है।
4. सुपर कंप्यूटर (Super Computer): ये कंप्यूटर सबसे बड़े आकार के होते हैं और तेज गति एवं अधिक संग्रहण क्षमता वाले होते हैं। सुपर कंप्यूटर में कई सी.पी.यू. होते हैं जिससे ये अत्यधिक तेज गति से कार्य करते हैं। भारत का पहला सुपर कंप्यूटर परम-1000 है।
हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेयर
हार्डवेयर: कंप्यूटर के वे सभी भाग जिन्हें हम हाथ से छू सकते हैं और देख सकते हैं, उन्हें हार्डवेयर कहते हैं। ये यांत्रिक, विद्युत, तथा इलेक्ट्रॉनिक भाग हो सकते हैं, जैसे मॉनिटर, सी.पी.यू., स्पीकर, कीबोर्ड आदि।
हार्डवेयर के प्रकार:
1. इनपुट डिवाइस: कंप्यूटर में जिन डिवाइस द्वारा निर्देश एवं डेटा को प्रवेश कराया जाता है, उन्हें इनपुट डिवाइस कहते हैं। उदाहरण: कीबोर्ड, माउस, स्कैनर, टच स्क्रीन, वेब कैमरा, लाइट पेन।
2. आउटपुट डिवाइस: कंप्यूटर में वे डिवाइस जिनके माध्यम से कंप्यूटर सिस्टम से सूचना या परिणाम को हार्डकॉपी (प्रिंटर पर) या सॉफ़्टकॉपी (मॉनिटर पर) के रूप में दिया जाता है। उदाहरण: मॉनिटर, प्रिंटर, स्पीकर, मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर।
3. सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सी.पी.यू.): यह कंप्यूटर का मस्तिष्क होता है। जैसे मानव अपने मस्तिष्क में डेटा का प्रोसेस करता है, वैसे ही सी.पी.यू. इनपुट किए गए डेटा को प्रोसेस करके उसका परिणाम आउटपुट डिवाइस पर देता है।
4. सॉफ़्टवेयर: विभिन्न प्रोग्रामों के समूह को सॉफ्टवेयर कहते हैं। निर्देशों का एक सेट, जो एक विशेष कार्य करता है, प्रोग्राम या सॉफ्टवेयर प्रोग्राम कहलाता है। प्रोग्राम के निर्देश कंप्यूटर को इनपुट कार्य करने, डेटा को प्रोसेस करने, तथा परिणाम को आउटपुट करने के लिए निर्देशित करते हैं।
पर्सनल कंप्यूटर के भाग एवं कार्य
1. डेस्कटॉप कंप्यूटर (Desktop Computer): यह एक ऐसा कंप्यूटर है जिसे मेज पर रखकर उपयोग किया जाता है, इसलिए इसे डेस्कटॉप कंप्यूटर कहा जाता है।
2. लैपटॉप कंप्यूटर (Laptop Computer): लैपटॉप कंप्यूटर वे होते हैं जिन्हें गोद में रखकर कार्य किया जा सकता है। यह आकार में छोटे होते हैं और इन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाया जा सकता है।
3. पामटॉप कंप्यूटर (Palmtop Computer): यह कंप्यूटर लैपटॉप कंप्यूटर से छोटे होते हैं। इन्हें हथेली पर रखकर चलाया जाता है और अपनी जेब में भी रखा जा सकता है। आजकल मोबाइल में भी यह सुविधा उपलब्ध होने लगी है।
पर्सनल कंप्यूटर के मुख्य कार्य
इंटरनेट का उपयोग
शब्द और गणना का उपयोग
प्रेजेंटेशन बनाना
गेम खेलना
सांख्यिक गणना
सॉफ्टवेयर निर्माण
टेक्स्ट और ग्राफिक्स कोल करना
मेमोरी
मेमोरी: यह किसी भी डेटा को स्थायी या अस्थायी रूप से संग्रहित करती है। यह मुख्यत: दो प्रकार की होती है:
1. रैम (RAM): रैंडम एक्सेस मेमोरी, इसमें डेटा अथवा सूचना को आवश्यकतानुसार पढ़ा एवं परिवर्तित किया जा सकता है। यह सूचना रैम में तब तक ही रहती है जब तक पावर सप्लाई रहती है।
2. रोम (ROM): रीड ओनली मेमोरी, यह स्थायी मेमोरी होती है। पावर सप्लाई बंद होने पर भी इसमें संग्रहित डेटा नहीं मिटता।
कंप्यूटर का उपयोग
कंप्यूटर का उपयोग अब केवल गणना तक सीमित नहीं है। इसका उपयोग वै ज्ञानिक, वाणिज्यिक, व्यापारिक और शैक्षिक क्षेत्रों में भी होता है। इसके अलावा, बैंकों, रेलवे, हवाई अड्डों, डाकघरों, और बड़े-बड़े उद्योगों में भी कंप्यूटर का उपयोग होता है।
मेमोरी यूनिट्स:
4 बिट (Bit) = 1 निबल (Nibble)
8 बिट (Bit) = 1 बाइट (Byte)
1024 बाइट (Byte) = 1 किलोबाइट (Kilo Byte)
1024 किलोबाइट (Kilo Byte) = 1 मेगाबाइट (Mega Byte)
1024 मेगाबाइट (Mega Byte) = 1 गीगाबाइट (Giga Byte)
1024 गीगाबाइट (Giga Byte) = 1 टेराबाइट (Tera Byte)
Leave a Reply