संस्कृत MCQ Chapter 4 उद्बोधनम् Class 6 Sanskrit UP Board यूपी बोर्ड 1. दर्पम् कुत्र वर्जय? (दर्प कहाँ त्यागना चाहिए?) परिवारम् (परिवार) लोकम् (संसार) आत्मा (स्वयं)Question 1 of 152. मुदितमना भव का अर्थ क्या है? (मुदित मन से कैसे होना चाहिए?) दुःखी (दुखी) मुदितः (प्रसन्न) क्रुद्धः (क्रोधित)Question 2 of 153. दैन्यम् कुत्र त्याज्य? (दीनता कहाँ त्यागनी चाहिए?) आत्मा (स्वयं) परिवारम् (परिवार) अरण्यम् (जंगल)Question 3 of 154. मिथ्या वादः कुत्र त्याज्य? (झूठ बोलना कहाँ त्यागना चाहिए?) सभा (सभा में) परिवार (परिवार में) सर्वत्र (सर्वत्र)Question 4 of 155. व्यर्थं न वद का क्या अर्थ है? (व्यर्थ क्यों नहीं बोलना चाहिए?) समयः नाशः (समय की बर्बादी) लाभः (लाभ) आनंदः (आनंद)Question 5 of 156. कुमार्गः कुत्र न अनुचरः? (कुमार्ग पर क्यों न चलें?) विनाशः (विनाश) लाभः (लाभ) साहसः (साहस)Question 6 of 157. विपन्नं कुत्र पालय? (दीन व्यक्ति की रक्षा कहाँ करनी चाहिए?) नगरः (नगर में) ग्रामः (गाँव में) सर्वत्र (सर्वत्र)Question 7 of 158. लालय का क्या अर्थ है? (लालय का अर्थ क्या है?) पालन-पोषण करो (लालन-पालन करो) त्याग करो (छोड़ो) नाश करो (विनाश करो)Question 8 of 159. तनयं पाठय का अर्थ क्या है? (पुत्र को क्या करना चाहिए?) सिखाना (शिक्षा देना) खेलाना (खेल सिखाना) उपदेश देना (समझाना)Question 9 of 1510. चित्त विकारः कुत्र वर्ज्य? (मन के दोष कहाँ त्यागने चाहिए?) हृदयः (हृदय में) आत्मा (स्वयं में) सर्वत्र (सर्वत्र)Question 10 of 1511. नीतिः कुत्र शिक्षणीया? (नीति कहाँ सिखाई जानी चाहिए?) पुत्रे (पुत्र को) मित्रे (मित्र को) शत्रवे (शत्रु को)Question 11 of 1512. पलम् अपि व्यर्थासमयम् कुत्र न नय? (फालतू समय कहाँ नहीं बिताना चाहिए?) विद्यालये (विद्यालय में) गृहे (घर में) सर्वत्र (सर्वत्र)Question 12 of 1513. जगदीश्वर-चिन्तनं कुत्र कर्तव्यं? (ईश्वर का चिंतन कहाँ करना चाहिए?) हृदये (हृदय में) सभा (सभा में) नगरः (शहर में)Question 13 of 1514. दुर्व्यसनं कुत्र त्याज्यं? (बुरी आदतें कहाँ छोड़नी चाहिए?) मित्रे (मित्र के साथ) स्वे आत्मनि (अपने अंदर) शत्रवे (शत्रु के साथ)Question 14 of 1515. अनर्थं कुत्र न कुरु? (बुरा कार्य कहाँ नहीं करना चाहिए?) गृहे (घर में) सर्वत्र (सर्वत्र) विद्यालये (विद्यालय में)Question 15 of 15 Loading...
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