संस्कृत MCQ Chapter 15 नीतिश्लोकाः Class 6 Sanskrit UP Board यूपी बोर्ड 1. अक्रोधेन क्रोधस्य जयः कस्य हेतुना सम्भवः?(अक्रोध से क्रोध को जीतना किस कारण संभव है?) शान्तभावेन (शांत स्वभाव से) सत्येन (सत्य से) भयेन (भय से)Question 1 of 202. सत्यं किं नाशयति?(सत्य क्या नष्ट करता है?) अनृतम् (झूठ) सत्यं (सच) क्रोधम् (क्रोध)Question 2 of 203. पिपीलिका किनं योजनं याति?(चींटी कितनी दूरी तय करती है?) शतानि (सैकड़ों योजन) सहस्रं (हजारों योजन) दश (दस योजन)Question 3 of 204. वैनतेयः पदं गच्छति कथं?(गरुड़ कब चलता है?) गच्छन् (चलते हुए) अगच्छन् (रुके हुए) न कदापि (कभी नहीं)Question 4 of 205. दिनान्ते दुग्धं पिबेत् इति कः लाभः?(दिन के अंत में दूध पीने का क्या लाभ है?) बलवर्धनम् (शक्ति बढ़ाना) निद्रा (नींद) आलस्यं (आलस्य)Question 5 of 206. भोजनान्ते तक्रं पिबेत् इति कः लाभः?(भोजन के बाद छाछ पीने का क्या लाभ है?) पाचनसामर्थ्यम् (पाचन शक्ति) निद्रा (नींद) स्वास्थ्यह्रासः (स्वास्थ्य हानि)Question 6 of 207. षड्दोषेषु आलस्यं कः दोषः?(छः दोषों में आलस्य किस प्रकार का दोष है?) प्रमुखः (मुख्य दोष) गौणः (मामूली दोष) लाभदायकः (लाभकारी दोष)Question 7 of 208. क्रोधः कस्मात् त्याज्यः?(क्रोध को क्यों त्यागना चाहिए?) शान्तिसिद्धये (शांति प्राप्त करने के लिए) आलस्याय (आलस्य के लिए) भयस्य कारणम् (डर के कारण)Question 8 of 209. न्यायः कस्य पथः?(न्याय किसका मार्ग है?) सत्यस्य (सत्य का) अनृतस्य (झूठ का) भयस्य (भय का)Question 9 of 2010. धीरा: न्यायपथं कुत्र गच्छन्ति?(धीर व्यक्ति न्याय के मार्ग पर कहाँ जाते हैं?) सदा (हमेशा) कदाचित् (कभी-कभी) न कदापि (कभी नहीं)Question 10 of 2011. लक्ष्मी: कुत्र स्थिरा भवति?(लक्ष्मी कहाँ स्थिर रहती है?) सत्पुरुषस्य समीपे (सज्जन व्यक्ति के पास) असत्पुरुषस्य समीपे (दुर्जन व्यक्ति के पास) स्वेच्छया (इच्छा अनुसार)Question 11 of 2012. षड्दोषाणां त्यागः किं फलति?(छः दोषों को त्यागने का क्या फल है?) आरोग्यम् (स्वास्थ्य) आलस्यं (आलस्य) भयः (डर)Question 12 of 2013. सत्यं किं करोति?(सत्य क्या करता है?) जयते (जीतता है) नाशयति (नष्ट करता है) स्थिरं करोति (स्थिर करता है)Question 13 of 2014. वैनतेयः अगच्छन् किं न करोति?(गरुड़ जब नहीं चलता, क्या नहीं करता?) पदं गच्छति (कदम चलता है) पदं न गच्छति (कदम नहीं चलता) योजनं याति (योजन चलता है)Question 14 of 2015. शान्तिसाधनेन कः क्रोधं जयति? सज्जनः (सज्जन व्यक्ति) दुर्जनः (दुर्जन व्यक्ति) भयभीतः (भयभीत व्यक्ति)Question 15 of 2016. सत्यं कस्मात् आवश्यकम्?(सत्य क्यों आवश्यक है?) क्रोधं जयति (क्रोध को जीतता है) अनृतं नाशयति (झूठ को नष्ट करता है) न्यायं करोति (न्याय करता है)Question 16 of 2017. न्यायपथं को अनुसरति?(न्याय के मार्ग पर कौन चलता है?) धीरा: (धीर व्यक्ति) आलस्य: (आलसी व्यक्ति) क्रोधः (गुस्सा)Question 17 of 2018. असाधुं साधुना जयेत् इति कः अर्थः?(‘सज्जनता से बुराई को जीता जा सकता है’ का क्या अर्थ है?) सज्जनः दुर्जनं जयति (सज्जन व्यक्ति दुर्जन को जीतता है) दुर्जनः सज्जनं जयति (दुर्जन व्यक्ति सज्जन को जीतता है) सज्जनः सदा शान्तः भवति (सज्जन हमेशा शांत रहता है)Question 18 of 2019. दिनान्ते दुग्धं पिबेत् इति कः अर्थः?(‘दिन के अंत में दूध पीना चाहिए’ का क्या अर्थ है?) आरोग्यवृद्धये (स्वास्थ्य बढ़ाने के लिए) निद्रायै (नींद के लिए) बलह्रासाय (शक्ति घटाने के लिए)Question 19 of 2020. षड्दोषेषु प्रमुखः कः?(छः दोषों में मुख्य दोष कौन सा है?) क्रोधः (गुस्सा) आलस्यं (आलस्य) निद्रा (नींद)Question 20 of 20 Loading...
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