कृषि
उत्तर प्रदेश राज्य का अधिकांश भाग मैदानी है। जो ऊपजाऊ जलोढ़ मिट्टी से बना है सिंचाई एवं उवर्रकों के प्रयोग द्वारा दक्षिण के पठारी भाग में भी दलहनी फसलों की अच्छी पैदावार होती है।
उत्तर प्रदेश में मुख्यतः तीन प्रकार की फसलों की खेती की जाती है-
रबी – रबी की फसल के अन्तर्गत गेहूं, जौ, चना, मटर, सरसों एवं आलू आदि।
खरीफ – खरीफ की फसल के अन्तर्गत चावल, गन्ना, कपास, मक्का, बाजरा, ज्वार, सनई आदि।
जायद- जायद की फसल के अन्तर्गत तरबूज, खरबूजा, ककड़ी, काशीफल आदि।
सिचाईं
उत्तर प्रदेश राज्य में लगभग 80 प्रतिशत सिंचाई कार्य नलकूपों और कुओं द्वारा तथा 19 प्रतिशत नहरों द्वारा किया जा रहा है और शेष 1 प्रतिशत टैंकों, झीलों और अन्य स्रोतों द्वारा किया जाता है।
खनिज
उत्तर प्रदेश के प्रमुख खनिजों में बॉक्साइट, डायस्पोर, डोलोमाइट, जिप्सम, मैग्नेसाइट, चूना पत्थर, ओकर (गेरू), फास्फोराइट, फाइरोफ़ाईलाइट, सिलिका रेत, गंधक व कोयला आदि पाए जाते हैं। इसके अलावा मोरंग, बजरी, इमारती पत्थर, संगमरमर, सामान्य बालू कंकड़ व लाइमस्टोन आदि प्रमुख उपखनिज भी पाए जाते हैं ।
चूना पत्थर – मीरजापुर , सोनभद्र
डोलोमाइट – मीरजापुर ,सोनभद्र , बाँदा
काँच बालू – इलाहाबाद , बाँदा
कोयला – सिंगरौली (सोनभद्र )
जिप्सम – झाँसी , हमीरपुर मीरजापुर
संगमरमर – मीरजापुर , सोनभद्र
उद्योग
उत्तर प्रदेश राज्य में काफ़ी समय से मौजूद सूती वस्त्र उद्योग व चीनी प्रसंस्करण उद्योग में राज्य के कुल मिलकर्मियों का लगभग एक-तिहाई हिस्सा लगा है। राज्य की अधिकांश मिलें पुरानी व अक्षम हैं। अन्य संसाधन आधारित उद्योगों में वनस्पति तेल, जूट व सीमेंट उद्योग शामिल हैं।
सूती वस्त्र उद्योग – कानपुर, वाराणस।
सीमेंट उद्योग – चुर्क , डाला।
इलेक्ट्रॉनिक उद्योग – नोएडा, लखनऊ।
चमड़ा उद्योग -कानपुर , आगरा।
वनस्पति तेल उद्योग – कानपुर , मोदी नगर , मेरठ।
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