मानसूनी प्रदेश
एक विशिष्ट प्रकार की जलवायु जिसमें स्पष्ट ग्रीष्म एवं शीत ऋतुएं पायी जाती हैं और ऋत्विक परिवर्तन के अनुसार जलवायु दशाओं-तापमान, वायुदाब, हवाओं की दिशा, वर्षा आदि में महत्वपूर्ण परिवर्तन होता है। मानसूनी जलवायु का विस्तार उत्तरी तथा दक्षिणी दोनों गोलार्द्धों में सामान्यतः 50 से 300 अक्षांशों के मध्य पाया जाता है। इन क्षेत्रों को मानसूनी प्रदेश कहते हैं। इसके अंतर्गत दक्षिणी, द.पू. एवं पूर्वी एशिया (मानसून एशिया),अफ्रीका का पूर्वी तटीय भाग, सं.रा. अमेरिका का दक्षिण-पूर्वी तटीय भाग तथा आस्ट्रेलिया का उत्तरी भाग सम्मिलित है।
जलवायु
मानसून का अभिप्राय एक वर्ष के दौरान वायु की दिशा में ऋतु के अनुसार परिवर्तन से है।
वस्तुत: वृहत् स्तर पर चलने वाली स्थलीय एवं सागरीय पवन ही मानसून है।
भूमध्यरेखी जलवायु के विपरीत मानसूनी जलवायु में हवाओं में ऋतुवत परिवर्तन के साथ आर्द्र एवं शुष्क मौसम पाए जाते हैं।
सामान्यत: मानसूनी जलवायु में तीन प्रकार का मौसम यथा- ग्रीष्म, शीत एवं वर्षा पाया जाता है।
प्राकृतिक वनस्पति
इस प्रकार की जलवायु में प्राकृतिक वनस्पतियों के प्रकार में पर्याप्त भिन्नता पाई जाती है। वस्तुत: यहाँ प्राकृतिक वनस्पतियों की भिन्नता वर्षा की मात्रा एवं विवरण द्वारा निर्धारित होती है।
अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों के प्रकार की वनस्पति पाई जाती है, जबकि साधारण वर्षा वाले क्षेत्रों में पर्णपाती वन मिलते हैं। अत्यधिक कम वर्षा वाले क्षेत्रों में कटीली झाड़ियाँ पाई जाती है।
शुष्क मौसम में प्राय: पौधे अपनी पत्तियाँ गिरा देते है जिसे पतझड़ कहते हैं।
पश्चिमी यूरोपीय तुल्य प्रदेश
पश्चिमी यूरोपीय तुल्य जलवायु के प्रदेश उत्तरी एवं दक्षिणी दोनों गोलार्द्ध में 45° से 6) अक्षांशों मध्य महाद्वीपों के पश्चिमी किनारों पर पाए जाते हैं. इन प्रदेशों का विस्तार यूरोप में ब्रिटेन, दक्षिणी नार्वे, दक्षिणी पूर्वी फिनलैण्ड, बेल्जियम, हालैण्ड, डेनमार्क, पंचमी जर्मनी, उत्तरी स्पेन तथा उत्तरी फ्रांस उत्तरी अमरीका में दक्षिणी अलास्का और ब्रिटिश कोलम्बिया, दक्षिणी अमरीका में दक्षिणी चिली तथा आस्ट्रेलिया में दक्षिणी न्यूजीलैण्ड द्वीप में है।
जलवायु
यहाँ ग्रीष्मकाल शीतल व शीतकाल साधारण ठण्डे होते हैं. ग्रीष्मकाल में औसत तापमान 18° से. और शीतकाल में औसत तापमान 3° से 7° से. तक रहता है, पछुआ पवनों द्वारा यहाँ वर्ष भर वर्षा होती है वर्षा का औसत 150 से 250 सेमी तक रहता है तटीय भागों में वर्षा अधिक और आन्तरिक मैदानी भागों में कम होती हैं।
प्राकृतिक वनस्पति
पश्चिमी यूरोपीय तुल्य प्रदेश में घने तथा चौड़ी पत्ती वाले पर्णपाती वन पाये जाते हैं। शीत से बचने के लिए जाड़े से पहले ये अपनी पत्तियाँ गिरा देते है। ओक, एम, ऐश, मेपल, आस्पेन, बीच आदि पेड़ महत्वपूर्ण हैं। पहाड़ी ढालों एवं उत्तरी भागों में शंकुधारी पेड़ पाये जाते हैं। इन वनों में रेडवुड , लिंडेन , फर आदि पेड़ पाये जाते हैं। हिरण, लोमड़ी ,भेड़िया आदि यहाँ पाए जाने वाले सामान्य जीव-जन्तु हैं।
पर्णपाती वन
मानव गतिविधियाँ
यह आर्थिक रूप से विकसित प्रदेश है। यहाँ के निवासी उद्योग-धन्धों में कुशल एवं प्रशिक्षित हैं। इन प्रदेशों में कृषि-कार्य उन्नत दशा में है। कृषि मैदानी प्रदेशों एवं पर्वतीय घाटियों में की जाती है। गेहूँ, जौ, जई, चुकन्दर, आलू आदि मुख्य फसलें हैं। कृषि एवं पशुपालन साथ -साथ किया जाता है। यहाँ की अधिकांश जनसंख्या नगरों में निवास करती है।
चीन तुल्य प्रदेश
चीन तुल्य जलवायु प्रदेश की अवस्थिति महाद्वीप के पूर्वी भाग में पाई जाती है इसके अंतर्गत दक्षिण – पूर्वी चीन, दक्षिण – पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका, दक्षिण – पूर्वी ब्राजील, दक्षिण- पूर्वी ऑस्ट्रेलिया आदि को सम्मिलित किया जाता है।
जलवायु
इस प्रदेश में ग्रीष्म ऋतु में साधारण वर्षा होती है। तथा शीतकाल शुष्क रहता है। महाद्वीपों के भीतरी भागों में वर्षा की मात्रा घट जाती है।
प्राकृतिक वनस्पति
इस प्रदेश के मैदानी भागों में पर्णपाती एवं सदाबहार वन मिश्रित रूप से पाये जाते हैं। इन वनों में जैतून,चीड़, युकलिप्टस जैसे मूल्यवान पेड़ सामान्य रूप से पाये जाते हैं।
मानव गतिविधियाँ
यहाँ शीत ऋतु में साधारण ठण्ड पड़ती है सिंचाई की सुविधा होने पर पूरे वर्ष फसलें उगाई जा सकती हैं। चावल यहाँ की मुख्य फसल है।
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