Important Questions For All Chapters – इतिहास Class 8
यूरोपीय शक्तियों का भारत में आगमन
लघु प्रश्न (Short Questions)
1. भारत और यूरोप का व्यापार कैसे होता था?
उत्तर: जल और थल मार्ग से।
2. फारस की खाड़ी से व्यापार कहाँ होता था?
उत्तर: इराक, तुर्की, विनिस, जिनेवा।
3. वास्कोडिगामा कहाँ का निवासी था?
उत्तर: पुर्तगाल।
4. वास्कोडिगामा भारत में कहाँ पहुँचा?
उत्तर: कालीकट बंदरगाह।
5. पुर्तगाली भारत से क्या ले जाते थे?
उत्तर: मसाले, सूती-रेशमी कपड़े।
6. यूरोपीय व्यापारियों ने फैक्ट्री कहाँ बनाई?
उत्तर: सूरत, आगरा, पटना।
7. भारत में सबसे पहले कौन आया?
उत्तर: पुर्तगाली।
8. “फैक्ट्री” का अर्थ क्या है?
उत्तर: व्यापार केंद्र या कार्यालय।
9. लाल सागर के मार्ग से कहाँ व्यापार होता था?
उत्तर: अलेक्जेंड्रिया से जिनेवा।
10. यूरोपियों ने मसाले का उपयोग क्यों किया?
उत्तर: माँस को सुरक्षित रखने के लिए।
11. यूरोपीय व्यापारियों को कौन सी छूट मिली?
उत्तर: कर न देने की छूट।
12. कोलंबस ने कौन सी जगह खोजी?
उत्तर: अमेरिका।
13. यूरोप के व्यापारियों का उद्देश्य क्या था?
उत्तर: धन, धर्म और ध्वज।
14. पुर्तगाली व्यापारियों ने मुख्य केंद्र कहाँ बनाए?
उत्तर: गोवा और दमन।
15. विदेशी व्यापारियों ने माल कहाँ से खरीदा?
उत्तर: सीधे कारीगरों से।
दीर्घ प्रश्न (Long Questions)
1. भारत और यूरोप के व्यापार मार्ग कौन-कौन से थे?
उत्तर: भारत और यूरोप के व्यापार के तीन मार्ग थे। पहला मार्ग फारस की खाड़ी से होकर इराक, तुर्की, और जिनेवा तक था। दूसरा मार्ग लाल सागर से अलेक्जेंड्रिया, और तीसरा मार्ग मध्य एशिया से मिस्र होते हुए यूरोप तक था।
2. यूरोपियों ने नए व्यापार मार्ग क्यों खोजे?
उत्तर: 1453 में तुर्कों ने कुस्तुनतुनिया पर अधिकार कर पुराने मार्ग बंद कर दिए। इससे भारत और यूरोप का व्यापार बाधित हो गया। इसलिए यूरोपीय व्यापारियों ने नए समुद्री मार्गों की खोज शुरू की।
3. वास्कोडिगामा की भारत यात्रा क्यों महत्वपूर्ण थी?
उत्तर: वास्कोडिगामा अफ्रीका के दक्षिणी छोर से होते हुए कालीकट पहुँचा। इसने भारत-यूरोप व्यापार को नया मार्ग प्रदान किया। इसके बाद पुर्तगाली व्यापारियों ने मसालों और कपड़ों का व्यापार बढ़ाया।
4. भारत में फैक्ट्री का क्या अर्थ था?
उत्तर: फैक्ट्री का अर्थ व्यापार केंद्र और कार्यालय था। ये व्यापारियों द्वारा बनाए गए किले जैसे संरक्षित स्थल थे। यहाँ व्यापारी काम करते थे और सुरक्षा के लिए सैनिक तैनात होते थे।
5. पुर्तगाली व्यापारियों ने भारत में कैसे व्यापार किया?
उत्तर: पुर्तगाली व्यापारियों ने गोवा और दमन में व्यापारिक केंद्र बनाए। उन्होंने मसाले, सूती और रेशमी कपड़े यूरोप ले जाकर बेचे। मजबूत नौसेना के कारण अन्य देश उनसे प्रतिस्पर्धा नहीं कर सके।
6. डच और फ्रांसीसी व्यापारियों के केंद्र कहाँ थे?
उत्तर: डचों ने कालीकट, कोचीन और नागापट्टनम में केंद्र बनाए। फ्रांसीसियों ने पांडिचेरी, मछलीपट्टनम और चंद्रनगर को मुख्य व्यापार केंद्र बनाया। इन केंद्रों से व्यापारिक गतिविधियाँ संचालित की जाती थीं।
7. यूरोपीय व्यापारियों का मुख्य उद्देश्य क्या था?
उत्तर: यूरोपीय व्यापारियों का उद्देश्य धन कमाना, धर्म का प्रचार करना और ध्वज फहराना था। उन्होंने मसालों और कपड़ों का व्यापार कर मुनाफा कमाया। नए इलाकों पर कब्जा कर अपना साम्राज्य भी बढ़ाया।
8. विदेशी व्यापारियों को करों में छूट क्यों मिली?
उत्तर: व्यापारियों ने भारतीय राजाओं को महंगे उपहार देकर करों में छूट ली। राजाओं को उम्मीद थी कि इससे उनके राज्यों का खजाना बढ़ेगा। साथ ही, विदेशी व्यापारियों ने सुरक्षा का भी वादा किया।
9. यूरोप के व्यापारी गाँवों में क्यों जाते थे?
उत्तर: बड़े बंदरगाहों पर सामान महँगा मिलता था। यूरोपीय व्यापारी गाँव-गाँव जाकर सीधे कारीगरों से सस्ता माल खरीदते थे। इससे उन्हें अधिक मुनाफा होता था।
10. भारत में यूरोपीय व्यापारियों की प्रतिस्पर्धा क्यों हुई?
उत्तर: यूरोपीय व्यापारी भारत से व्यापार पर एकाधिकार चाहते थे। पुर्तगाली, डच, अंग्रेज, और फ्रांसीसी व्यापार में प्रभुत्व पाने के लिए होड़ करते रहे। उन्होंने कम कीमत पर माल खरीदकर ऊँचे दामों पर यूरोप में बेचा।
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