ऑफिस में जितनी बार भी मैं होती हूं, पता नहीं क्यों, कुछ न कुछ वजह से ऐसा लगता है कि मैं ऑफिस में होकर भी पूरी तरह से वहां नहीं हूं। या तो मैं खुद कुछ करने में असमर्थ हूं, या फिर कुछ और बात हो सकती है। और जब मैं वहां नहीं थी, तो पति को भी समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है। वैसे, उन्होंने तो आपसे भी मना किया था।
Arnav says
Class 6 to class 8
Yasir says
Me
Okay
Ritu Verma says
Wow super good 👍
प्रीती देवी says
कक्षा 6 – 8 तक
Anonymous says
कक्षा 8 evs
pratigya Singh says
Hamara paryavaran
Anand says
I am Arnav father,😎😎
Saniya says
ऑफिस में जितनी बार भी मैं होती हूं, पता नहीं क्यों, कुछ न कुछ वजह से ऐसा लगता है कि मैं ऑफिस में होकर भी पूरी तरह से वहां नहीं हूं। या तो मैं खुद कुछ करने में असमर्थ हूं, या फिर कुछ और बात हो सकती है। और जब मैं वहां नहीं थी, तो पति को भी समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है। वैसे, उन्होंने तो आपसे भी मना किया था।