छोटे प्रश्न
1. हर्षवर्धन ने किस वर्ष शासन ग्रहण किया?
उत्तर: हर्षवर्धन ने 606 ई. में शासन ग्रहण किया।
2. हर्षवर्धन की राजधानी पहले कहाँ थी?
उत्तर: उनकी राजधानी पहले थानेश्वर में थी।
4. हर्षवर्धन ने कौन-कौन से नाटक लिखे?
उत्तर: उन्होंने नागानंद, रत्नावली और प्रियदर्शिका लिखे।
5. हर्षवर्धन के दरबारी कवि का नाम क्या था?
उत्तर: उनके दरबारी कवि बाणभट्ट थे।
6. बाणभट्ट ने कौन-सी पुस्तक लिखी?
उत्तर: बाणभट्ट ने “हर्षचरित” लिखी।
7. चीनी यात्री हर्षवर्धन के समय में कितने साल भारत में रहा?
उत्तर: चीनी यात्री 15 वर्षों तक भारत में रहा।
8. हर्षवर्धन का बौद्ध धर्म से क्या संबंध था?
उत्तर: वह बौद्ध धर्म के अनुयायी और उदार शासक थे।
9. हर्षवर्धन ने धर्मसभा कहाँ आयोजित की?
उत्तर: उन्होंने धर्मसभा प्रयागराज में आयोजित की।
10. हर्षवर्धन का शासनकाल कितना लंबा था?
उत्तर: उनका शासनकाल लगभग 40 वर्षों का था।
11. हर्षवर्धन की मृत्यु कब हुई?
उत्तर: उनकी मृत्यु 647 ई. में हुई।
12. हर्षकालीन शासन व्यवस्था कैसी थी?
उत्तर: शासन में अपराध कम और कठोर दंड दिए जाते थे।
13. हर्ष ने पांचवर्षीय मेले का आयोजन कहाँ किया?
उत्तर: उन्होंने प्रयागराज में मेले का आयोजन किया।
14. वर्धन वंश का पहला शासक कौन था?
उत्तर: वर्धन वंश का पहला शासक प्रभाकरवर्धन था।
15. हर्षवर्धन के शासनकाल में भारत कैसा था?
उत्तर: भारत शांतिपूर्ण और समृद्ध था।
लंबे प्रश्न
1. हर्षवर्धन ने कौशांबी को अपनी राजधानी क्यों बनाया?
उत्तर: हर्षवर्धन ने कौशांबी को प्रशासनिक सुविधा और व्यापार के केंद्र के रूप में राजधानी बनाया। इससे उन्हें साम्राज्य का विस्तार करने में मदद मिली।
2. चीनी यात्री हर्षवर्धन के बारे में क्या लिखते हैं?
उत्तर: चीनी यात्री हर्षवर्धन को न्यायप्रिय, दानी और धर्मनिष्ठ शासक बताते हैं। उन्होंने भारत में 15 साल रहकर समाज का अध्ययन किया।
3. हर्षवर्धन के शासनकाल में अपराधों के लिए क्या व्यवस्था थी?
उत्तर: उनके शासनकाल में अपराध कम होते थे और अपराधियों को कठोर दंड दिया जाता था। इससे समाज में शांति और व्यवस्था बनी रहती थी।
4. बाणभट्ट की रचनाओं का हर्षवर्धन के समय में क्या महत्व था?
उत्तर: बाणभट्ट की रचनाएं “हर्षचरित” और “कादंबरी” से हर्ष के जीवन और शासन की जानकारी मिलती है। ये साहित्यिक कृतियां उस युग का दर्पण हैं।
5. हर्षवर्धन ने कौन-कौन से नाटक लिखे और उनका उद्देश्य क्या था?
उत्तर: हर्षवर्धन ने “नागानंद”, “रत्नावली”, और “प्रियदर्शिका” लिखे। इन नाटकों में धार्मिक और नैतिक शिक्षाएं दी गई हैं।
6. प्रयागराज में आयोजित धर्मसभा का महत्व क्या था?
उत्तर: हर्षवर्धन की धर्मसभा में विभिन्न धर्मों के विद्वानों ने भाग लिया। इससे धार्मिक सहिष्णुता और दानशीलता का प्रचार हुआ।
7. हर्षवर्धन के शासनकाल में सामाजिक व्यवस्था कैसी थी?
उत्तर: समाज शांतिपूर्ण था, और लोग अपने कार्यों में संतुष्ट थे। प्रशासन ने सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित किया था।
8. हर्षवर्धन ने अपने शासन में बौद्ध धर्म का प्रचार कैसे किया?
उत्तर: उन्होंने धर्मसभा आयोजित की और बौद्ध धर्म की शिक्षाओं का प्रसार किया। वह स्वयं बौद्ध धर्म के अनुयायी थे।
9. हर्षवर्धन की मृत्यु के बाद उनके साम्राज्य का क्या हुआ?
उत्तर: उनकी मृत्यु के बाद साम्राज्य खंडित हो गया। उत्तर और दक्षिण भारत में छोटे-छोटे राज्यों का उदय हुआ।
10. वर्धन वंश की स्थापना कैसे हुई, और इसका पहला शासक कौन था?
उत्तर: वर्धन वंश की स्थापना प्रभाकरवर्धन ने की। इस वंश का उद्देश्य उत्तरी भारत को संगठित करना था।
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