छोटे प्रश्न
1. इतिहास का अध्ययन क्यों किया जाता है?
उत्तर: इतिहास का अध्ययन अतीत को जानने और समझने के लिए किया जाता है।
2. पुरा ऐतिहासिक काल किसे कहते हैं?
उत्तर: वह समय जिसमें लिखित सामग्री उपलब्ध नहीं है, उसे पुरा ऐतिहासिक काल कहते हैं।
3. आधुनिक इतिहास की जानकारी किससे मिलती है?
उत्तर: आधुनिक इतिहास की जानकारी लिखित और मुद्रित दस्तावेजों से मिलती है।
4. प्राचीन काल में लोग लेखन किस पर करते थे?
उत्तर: ताड़पत्र, भोजपत्र, ताम्रपत्र, और पत्थरों पर।
5. अभिलेख का क्या अर्थ है?
उत्तर: अभिलेख का अर्थ है पत्थरों, धातु या अन्य सतहों पर लिखे गए लेख।
6. अशोक का कौन सा अभिलेख नेपाल में पाया गया?
उत्तर: लुंबिनी अभिलेख।
7. मुद्राओं से क्या जानकारी मिलती है?
उत्तर: शासक का नाम, समय, कला और आर्थिक स्थिति।
8. मेगस्थनीज की पुस्तक का नाम क्या है?
उत्तर: इंडिका।
9. संग्रहालय का क्या महत्व है?
उत्तर: ऐतिहासिक वस्तुओं को संरक्षित करने का स्थान।
10. महाभारत को क्या कहा गया है?
उत्तर: विश्व का सबसे बड़ा महाकाव्य।
11. किस काल को ऐतिहासिक काल कहते हैं?
उत्तर: जिसमें लिखित और मुद्रित सामग्री उपलब्ध हो।
12. पुरातत्त्वविद क्या करते हैं?
उत्तर: पुरानी वस्तुएँ खोजते और उनका अध्ययन करते हैं।
13. ताड़पत्र क्या होता है?
उत्तर: पेड़ के चौड़े पत्ते जिन पर लेखन होता था।
14. लुंबिनी किससे संबंधित है?
उत्तर: सम्राट अशोक के अभिलेख से।
15. राजतरंगिणी किसने लिखी?
उत्तर: कल्हण ने।
16. इतिहासकार कौन होते हैं?
उत्तर: जो अतीत के तथ्यों का अध्ययन करते हैं।
17. शिलालेख किसे कहते हैं?
उत्तर: पत्थर पर लिखे गए लेख।
18. वर्तमान में संग्रहालय का क्या महत्व है?
उत्तर: यह ऐतिहासिक वस्तुओं को संरक्षित करता है।
19. फाह्यान किस काल में भारत आया था?
उत्तर: मौर्य काल में।
20. लिखित इतिहास का महत्व क्या है?
उत्तर: यह हमें अतीत को बेहतर समझने में मदद करता है।
लंबे प्रश्न
1. इतिहास जानने के स्रोतों का वर्णन करें।
उत्तर:
इतिहास जानने के स्रोत दो प्रकार के होते हैं:
- पुरातात्विक स्रोत: वस्तुएँ जैसे मिट्टी के बर्तन, खिलौने, हथियार, औजार।
- साहित्यिक स्रोत: ताड़पत्र, भोजपत्र, ताम्रपत्र, शिलालेख, और पांडुलिपियाँ।
2. लुंबिनी अभिलेख के बारे में जानकारी दें।
उत्तर: लुंबिनी अभिलेख सम्राट अशोक का है। इसमें अशोक ने घोषणा की थी कि लुंबिनी में उपज का आठवाँ हिस्सा कर के रूप में लिया जाएगा।
3. मुद्राओं से प्राप्त जानकारी का वर्णन करें।
उत्तर:
मुद्राओं से शासक का नाम, उसका शासनकाल, कला, आर्थिक स्थिति, और साम्राज्य का विस्तार ज्ञात होता है। जैसे, गुप्त शासक कुमारगुप्त प्रथम की मुद्रा से पता चलता है कि वह अच्छे घुड़सवार थे।
4. प्राचीन काल के लेखन साधनों का वर्णन करें।
उत्तर:
प्राचीन काल में लेखन ताड़पत्र, भोजपत्र, ताम्रपत्र, पत्थरों और दीवारों पर किया जाता था। ताड़पत्र पेड़ के पत्ते होते थे, भोजपत्र वृक्ष की छाल और ताम्रपत्र ताँबे की प्लेटें होती थीं।
5. पुरातात्विक और साहित्यिक स्रोतों की तुलना करें।
उत्तर:
- पुरातात्विक स्रोत: वस्तुएँ, मुद्राएँ, औजार।
- साहित्यिक स्रोत: ताड़पत्र, अभिलेख, पांडुलिपियाँ।
पुरातात्विक स्रोत भौतिक जानकारी देते हैं, जबकि साहित्यिक स्रोत विचारों और परंपराओं की जानकारी देते हैं।
6. इतिहास लेखन में मुद्राएँ और अभिलेख क्यों महत्वपूर्ण हैं?
उत्तर:
मुद्राएँ और अभिलेख प्राचीन शासकों, उनकी नीतियों, सामाजिक और आर्थिक स्थितियों के बारे में जानकारी देते हैं।
7. अशोक के अभिलेखों का महत्व बताइए।
उत्तर:
अशोक के अभिलेख उनके धर्म, नीतियों, और शासनकाल की जानकारी देते हैं। ये अभिलेख भारत और पड़ोसी देशों में भी पाए गए हैं।
8. पुरातात्त्विक खोजों के महत्व का वर्णन करें।
उत्तर:
पुरातात्त्विक खोजें प्राचीन वस्तुएँ जैसे औजार, खिलौने, और बर्तन खोजती हैं। ये अतीत की जीवनशैली और संस्कृति के बारे में बताती हैं।
9. इतिहास जानने के लिए संग्रहालयों का योगदान समझाइए।
उत्तर:
संग्रहालय ऐतिहासिक वस्तुओं को संरक्षित करते हैं। ये वस्तुएँ हमारे अतीत की जानकारी और परंपराओं का स्रोत होती हैं।
10. प्राचीन और आधुनिक इतिहास लेखन में अंतर बताइए।
उत्तर:
- प्राचीन इतिहास में पुरातात्त्विक स्रोतों का उपयोग होता था।
- आधुनिक इतिहास में लिखित और मुद्रित दस्तावेजों का उपयोग होता है।
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