Important Questions For All Chapters – हिंदी Class 9
1. मीराबाई का जन्म कब और कहाँ हुआ?
उत्तर: मीराबाई का जन्म सन् 1498 में राजस्थान के चौकड़ी ग्राम में हुआ।
2. मीराबाई के पिता का नाम क्या था?
उत्तर: मीराबाई के पिता का नाम राजा रत्नसिंह था।
3. मीराबाई के पति का नाम क्या था?
उत्तर: मीराबाई के पति का नाम भोजराज था।
4. मीराबाई किसके प्रेम में समर्पित थीं?
उत्तर: मीराबाई भगवान श्रीकृष्ण के प्रेम में समर्पित थीं।
5. ‘पायो जी मैंने राम रतन धन पायो’ में मीराबाई किस धन की बात कर रही हैं?
उत्तर: इसमें मीराबाई ने ईश्वर भक्ति रूपी अमूल्य धन की बात की है।
6. मीराबाई ने अपनी भाषा में किन भाषाओं का प्रभाव दिखाया है?
उत्तर: मीराबाई की भाषा में ब्रजभाषा, राजस्थानी, और गुजराती का प्रभाव दिखता है।
7. मीराबाई के प्रसिद्ध काव्य का नाम क्या है?
उत्तर: मीराबाई के प्रसिद्ध काव्य का नाम ‘मीरा पदावली’ है।
8. मीराबाई ने अपनी भक्ति में किस चीज का त्याग किया?
उत्तर: मीराबाई ने लोक-लाज और सांसारिक बंधनों का त्याग किया।
9. मीराबाई ने भगवान श्रीकृष्ण को क्या कहा है?
उत्तर: मीराबाई ने भगवान श्रीकृष्ण को अपना पति और जीवन का आधार कहा है।
10. मीराबाई के अनुसार सच्चा सुख किसमें है?
उत्तर: मीराबाई के अनुसार सच्चा सुख ईश्वर भक्ति और प्रेम में है।
11. ‘बसो मेरे नैनन में नंदलाल’ में मीराबाई क्या चाहती हैं?
उत्तर: मीराबाई चाहती हैं कि भगवान श्रीकृष्ण उनके नेत्रों और हृदय में सदा बसे रहें।
12. मीराबाई का निधन कब और कहाँ हुआ?
उत्तर: मीराबाई का निधन सन् 1546 में द्वारका में हुआ।
13. मीराबाई ने भक्ति का कौन सा मार्ग अपनाया?
उत्तर: मीराबाई ने प्रेम और भक्ति का मार्ग अपनाया।
14. मीराबाई ने कुल की मर्यादा क्यों छोड़ी?
उत्तर: मीराबाई ने श्रीकृष्ण के प्रति प्रेम और भक्ति के लिए कुल की मर्यादा छोड़ी।
15. मीराबाई के अनुसार सांसारिक सुख क्या हैं?
उत्तर: मीराबाई के अनुसार सांसारिक सुख क्षणिक और झूठे हैं।
16. मीराबाई के काव्य की शैली कौन सी है?
उत्तर: मीराबाई के काव्य की शैली गीतिकाव्य और मुक्तक शैली है।
17. मीराबाई का जीवन किसके प्रभाव से बदला?
उत्तर: मीराबाई का जीवन उनके पितामह राव दूदा जी की धार्मिकता के प्रभाव से बदला।
18. मीराबाई ने किसके साथ नृत्य और कीर्तन किया?
उत्तर: मीराबाई ने साधु-संतों के साथ नृत्य और कीर्तन किया।
19. ‘मैं तो साँवरे के रंग राची’ से मीराबाई क्या व्यक्त करती हैं?
उत्तर: मीराबाई व्यक्त करती हैं कि वे भगवान श्रीकृष्ण के प्रेम में पूरी तरह समर्पित हैं।
20. मीराबाई ने किस प्रकार की भाषा का प्रयोग किया?
उत्तर: मीराबाई ने सरल, मधुर और प्रभावपूर्ण ब्रजभाषा का प्रयोग किया।
21. मीराबाई ने अपने काव्य में भगवान श्रीकृष्ण को कैसे चित्रित किया है?
उत्तर: मीराबाई ने श्रीकृष्ण को अपने प्रियतम और जीवन का केंद्र मानते हुए उनके रूप, गुण, और प्रेम का वर्णन किया। उनकी भक्ति में प्रेम और विरह की गहराई स्पष्ट झलकती है।
22. मीराबाई ने अपने समाज से क्यों विरोध सहा?
उत्तर: मीराबाई ने अपने परिवार और समाज के रीति-रिवाजों को त्यागकर श्रीकृष्ण की भक्ति में लीन हो गईं। उनके साधु-संतों के संग रहकर भजन गाने के कारण समाज ने उनका विरोध किया।
23. ‘पायो जी मैंने राम रतन धन पायो’ का संदेश क्या है?
उत्तर: इस पद में मीराबाई ने ईश्वर-भक्ति को सबसे अमूल्य धन बताया है। यह धन न चोरी होता है, न समाप्त होता है, और दिन-प्रतिदिन बढ़ता रहता है।
24. मीराबाई का जीवन दूसरों के लिए प्रेरणादायक कैसे है?
उत्तर: मीराबाई ने सांसारिक मोह-माया, कुल और लोक-लाज को त्यागकर भक्ति का मार्ग चुना। उनका जीवन त्याग, भक्ति, और निडरता का आदर्श है।
25. मीराबाई के अनुसार सच्चा सुख क्या है?
उत्तर: मीराबाई के अनुसार सच्चा सुख केवल ईश्वर-भक्ति और प्रेम में है। संसार के भौतिक सुख क्षणिक और झूठे हैं।
26. मीराबाई के काव्य की भाषा शैली क्या है?
उत्तर: मीराबाई ने ब्रजभाषा में मधुर, सरल और भावपूर्ण शैली में अपने काव्य रचे। उनकी भाषा में राजस्थानी और गुजराती का प्रभाव भी देखा जा सकता है।
27. मीराबाई ने प्रेम और भक्ति को किस प्रकार व्यक्त किया है?
उत्तर: मीराबाई ने अपने पदों में श्रीकृष्ण के प्रति अगाध प्रेम और गहरी भक्ति को गीतों के माध्यम से व्यक्त किया। उनके पद हृदयस्पर्शी और मधुर हैं।
28. मीराबाई ने कुल और समाज को क्यों त्याग दिया?
उत्तर: मीराबाई ने श्रीकृष्ण के प्रेम में डूबकर कुल की मर्यादा और समाज के बंधनों को त्याग दिया। उन्होंने साधु-संतों के साथ भक्ति का जीवन अपनाया।
29. ‘बसो मेरे नैनन में नंदलाल’ पद में क्या भावना प्रकट होती है?
उत्तर: इस पद में मीराबाई ने भगवान श्रीकृष्ण से प्रार्थना की है कि वे उनके नेत्रों और हृदय में सदा के लिए निवास करें। यह उनके प्रेम की गहराई को दर्शाता है।
30. मीराबाई ने ‘गिरधर गोपाल’ को अपना सब कुछ क्यों माना?
उत्तर: मीराबाई ने श्रीकृष्ण को अपना पति, माता-पिता, और भाई मान लिया। उनके अनुसार, श्रीकृष्ण ही उनके जीवन का आधार और अंतिम लक्ष्य हैं।
31. मीराबाई ने भक्ति को सर्वोपरि क्यों माना?
उत्तर: मीराबाई ने सांसारिक बंधनों से मुक्त होकर भक्ति को जीवन का लक्ष्य बनाया। उनके अनुसार, केवल भक्ति ही आत्मा को शांति और मोक्ष प्रदान कर सकती है।
32. मीराबाई के काव्य का आज के समाज में क्या महत्व है?
उत्तर: मीराबाई का काव्य प्रेम, भक्ति, और त्याग का संदेश देता है। यह आज भी भक्ति-मार्ग पर चलने और सच्चे प्रेम की प्रेरणा देता है।
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