Important Questions For All Chapters – हिंदी Class 9
लघु प्रश्न
1. कवि ने ‘अच्छा होता’ में किसकी विशेषता पर बल दिया है?
उत्तर: इंसानियत और नैतिकता पर।
2. ‘न स्वार्थ का चहबच्चा’ का क्या मतलब है?
उत्तर: स्वार्थी प्रवृत्ति से बचने का संदेश।
3. ‘न दगैल-दागी’ से कवि क्या कहना चाहते हैं?
उत्तर: चरित्रवान और सच्चे इंसान बनने की प्रेरणा।
4. ‘न चरित्र का कच्चा होता’ का क्या अर्थ है?
उत्तर: चरित्र में स्थिरता और दृढ़ता की आवश्यकता।
5. कवि ने इंसान को ‘दिलदार’ क्यों कहा है?
उत्तर: क्योंकि इंसान को उदार और सहानुभूतिशील होना चाहिए।
6. ‘दिलेर’ शब्द का क्या तात्पर्य है?
उत्तर: साहसी और निडर व्यक्ति।
7. ‘हृदय की थाती’ का क्या मतलब है?
उत्तर: सच्चे दिल और भावनाओं का खजाना।
8. ‘ईमान का घाती’ का क्या अर्थ है?
उत्तर: ईमानदारी को नष्ट करने वाला।
9. ‘मौत का बराती’ से कवि का क्या तात्पर्य है?
उत्तर: जो अपने स्वार्थ में दूसरों की हानि करता है।
10. कवि ने ‘नियति का सच्चा’ व्यक्ति किसे कहा है?
उत्तर: वह जो निःस्वार्थ और ईमानदार है।
11. कवि ने ‘स्वार्थ’ का विरोध क्यों किया है?
उत्तर: क्योंकि यह समाज और इंसानियत को नुकसान पहुंचाता है।
12. ‘ठगैत ठाकुर’ का अर्थ क्या है?
उत्तर: धोखेबाज और कपटी व्यक्ति।
13. कवि ने इंसान को ‘दिलदार’ बनने की प्रेरणा क्यों दी है?
उत्तर: ताकि वह दूसरों के लिए दयालु और उदार हो।
14. ‘अच्छा होता’ कविता में क्या मुख्य भाव है?
उत्तर: इंसानियत, नैतिकता, और ईमानदारी।
15. कवि ने इंसान को ‘चरित्रवान’ बनने की प्रेरणा क्यों दी है?
उत्तर: क्योंकि चरित्र मानव जीवन की नींव है।
16. ‘बराती’ शब्द का यहाँ क्या अर्थ है?
उत्तर: दूसरों के दुख में सहभागी बनने वाला।
17. ‘सच्चा होता’ का क्या तात्पर्य है?
उत्तर: निःस्वार्थ और सत्यवादी होना।
18. ‘स्वार्थ का चहबच्चा’ में कवि क्या इंगित करते हैं?
उत्तर: स्वार्थ से बचने की प्रेरणा।
19. कवि का संदेश क्या है?
उत्तर: सच्चा, ईमानदार और निःस्वार्थ इंसान बनना।
20. कवि ने किस धारा का समर्थन किया है?
उत्तर: प्रगतिशील और जनवादी चेतना।
दीर्घ प्रश्न
1. ‘अच्छा होता’ कविता का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर: यह कविता इंसानियत, नैतिकता और सच्चाई पर जोर देती है। कवि ने मनुष्य को निःस्वार्थ और ईमानदार बनने की प्रेरणा दी है। यह जीवन में उच्च मूल्यों को स्थापित करने का संदेश देती है।
2. ‘नियति का सच्चा होता’ से कवि का क्या आशय है?
उत्तर: कवि ने इसे उन लोगों के लिए कहा है जो ईमानदारी और सत्य के साथ जीते हैं। ऐसे लोग न केवल खुद को बेहतर बनाते हैं, बल्कि समाज के लिए भी आदर्श बनते हैं।
3. ‘ठगैत ठाकुर’ का अर्थ स्पष्ट करें।
उत्तर: कवि ने ‘ठगैत ठाकुर’ शब्द का उपयोग उन कपटी और धोखेबाज लोगों के लिए किया है। यह समाज में व्याप्त अनैतिकता और स्वार्थी प्रवृत्ति की आलोचना करता है।
4. केदारनाथ अग्रवाल किस प्रकार के कवि हैं?
उत्तर: वे प्रगतिशील और जनवादी कवि हैं। उनकी कविताएँ सामाजिक समस्याओं और मानवीय संवेदनाओं को अभिव्यक्त करती हैं।
5. कवि ने ‘दिलदार’ बनने पर क्यों जोर दिया है?
उत्तर: क्योंकि दिलदार व्यक्ति दूसरों के प्रति दयालु, उदार और सहानुभूतिशील होता है। यह समाज में सौहार्द और मानवता को बढ़ावा देता है।
6. ‘हृदय की थाती’ का क्या तात्पर्य है?
उत्तर: यह उन भावनाओं और मूल्यों का प्रतीक है जो किसी के दिल में गहराई से बसे होते हैं। ये मानवता और सच्चाई के प्रतीक हैं।
7. केदारनाथ अग्रवाल की कविताओं में मुख्य विषय क्या हैं?
उत्तर: उनकी कविताओं में प्रकृति, सामाजिक न्याय, और मानवीय संवेदनाएँ प्रमुख रूप से दिखाई देती हैं। उनके काव्य में प्रगतिशील विचारधारा की झलक मिलती है।
8. ‘ईमान का घाती’ का तात्पर्य समझाएँ।
उत्तर: कवि इसे उन लोगों के लिए कहते हैं जो ईमानदारी का हनन करते हैं। यह समाज में अनैतिकता और धोखेबाजी की निंदा करता है।
9. कवि के जीवन पर ‘मार्क्सवाद’ का क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर: कवि का दृष्टिकोण मार्क्सवाद से प्रेरित था। उन्होंने शोषित और दलित वर्ग की समस्याओं को उजागर किया और सामाजिक समानता की वकालत की।
10. केदारनाथ अग्रवाल की काव्य-शैली की विशेषता क्या है?
उत्तर: उनकी भाषा सरल, सहज और जनसामान्य के करीब है। उनकी शैली में प्रकृति और मानवीय संवेदनाओं का अद्भुत समन्वय मिलता है।
11. ‘अच्छा होता’ कविता में स्वार्थ की आलोचना क्यों की गई है?
उत्तर: क्योंकि स्वार्थी व्यक्ति दूसरों की परवाह नहीं करता और समाज को नुकसान पहुंचाता है। कवि चाहते हैं कि मनुष्य निःस्वार्थ और उदार बने।
12. कवि ने ‘मौत का बराती’ से क्या समझाया है?
उत्तर: यह उन लोगों के लिए है जो स्वार्थी और अनैतिक कामों से दूसरों के जीवन को बर्बाद करते हैं। कवि ने इसे मानवता के प्रति चेतावनी के रूप में प्रस्तुत किया है।
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