Important Questions For All Chapters – हिंदी एकांकी Class 9
लघु प्रश्न
1. ‘लक्ष्मी का स्वागत’ एकांकी के लेखक कौन हैं?
उत्तर: उपेन्द्रनाथ ‘अश्क’।
2. ‘लक्ष्मी का स्वागत’ एकांकी में मुख्य पात्र कौन है?
उत्तर: रौशन।
3. एकांकी में रौशन का बेटा किस बीमारी से पीड़ित है?
उत्तर: डिप्थीरिया।
4. रौशन के माता-पिता उसे दूसरी शादी के लिए क्यों बाध्य करते हैं?
उत्तर: कुल की रीति और फायदे के लिए।
5. रौशन की माँ की भूमिका क्या है?
उत्तर: परिवार के परंपरागत विचारों को आगे बढ़ाना।
6. सुरेन्द्र का मुख्य गुण क्या है?
उत्तर: वह संवेदनशील और सहायक है।
7. डॉक्टर किस समस्या के लिए आता है?
उत्तर: अरुण की गंभीर बीमारी के इलाज के लिए।
8. रौशन के पिता का दृष्टिकोण कैसा है?
उत्तर: व्यावहारिक और स्वार्थपूर्ण।
9. एकांकी में कौन-सा मौसम दिखाया गया है?
उत्तर: बारिश और आँधी का।
10. अरुण की बीमारी पर रौशन की क्या प्रतिक्रिया है?
उत्तर: गहरी चिंता और दुःख।
11. रौशन का मुख्य संघर्ष क्या है?
उत्तर: अरुण की बीमारी और दूसरी शादी का दबाव।
12. माँ अरुण की बीमारी के लिए क्या उपाय सुझाती हैं?
उत्तर: घरेलू उपचार।
13. सुरेन्द्र किससे सहानुभूति रखता है?
उत्तर: रौशन और उसके बेटे से।
14. पिता किसे घर की ‘लक्ष्मी’ मानते हैं?
उत्तर: नई बहू को।
15. एकांकी का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर: मानवता और पारिवारिक जिम्मेदारी।
दीर्घ प्रश्न
1. ‘लक्ष्मी का स्वागत’ एकांकी का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: यह एकांकी सामाजिक परंपराओं, व्यक्तिगत भावनाओं और मध्यवर्गीय जीवन के संघर्षों को उजागर करती है। यह व्यक्ति और समाज के बीच संघर्ष को गहराई से प्रस्तुत करती है।
2. रौशन के चरित्र की विशेषताएँ क्या हैं?
उत्तर: रौशन एक संवेदनशील, भावुक और जिम्मेदार पिता है। वह अपनी पत्नी और बेटे से गहरा लगाव रखता है और समाज की क्रूरता से व्यथित रहता है।
3. रौशन की माँ की सोच को कैसे चित्रित किया गया है?
उत्तर: रौशन की माँ पारंपरिक सोच वाली महिला हैं, जो सामाजिक रीति-रिवाजों और विवाह को प्राथमिकता देती हैं, भले ही उसके पीछे का उद्देश्य व्यावहारिक या स्वार्थपूर्ण हो।
4. एकांकी में सुरेन्द्र की भूमिका क्या है?
उत्तर: सुरेन्द्र एक सच्चा मित्र और सहायक व्यक्ति है, जो रौशन के दुःख और संघर्ष को समझता है। वह समाज के दबाव के बावजूद उसकी मदद करता है।
5. रौशन और उसके पिता के विचारों में क्या अंतर है?
उत्तर: रौशन अपने परिवार के प्रति भावनात्मक और जिम्मेदार है, जबकि उसके पिता व्यावसायिक और स्वार्थपूर्ण सोच रखते हैं, जो केवल परंपराओं और लाभ पर केंद्रित हैं।
6. डॉक्टर की भूमिका क्या है?
उत्तर: डॉक्टर अरुण की गंभीर बीमारी का इलाज करने आता है। वह समय पर न आने की वजह से अरुण की स्थिति को और नाजुक बता देता है।
7. रौशन के माता-पिता उसके पुनर्विवाह के लिए क्यों जोर देते हैं?
उत्तर: वे सामाजिक रीति और परिवार के सम्मान की रक्षा करना चाहते हैं। इसके अलावा, दहेज और लाभ का विचार भी उनकी सोच का हिस्सा है।
8. ‘लक्ष्मी का स्वागत’ शीर्षक की उपयुक्तता पर विचार प्रकट कीजिए।
उत्तर: ‘लक्ष्मी’ शब्द यहाँ शादी और दहेज के प्रतीक के रूप में प्रयुक्त हुआ है। शीर्षक समाज के व्यावसायिक दृष्टिकोण और पारिवारिक भावनाओं के संघर्ष को उजागर करता है।
9. सुरेन्द्र और भाषी के बीच समानता और भिन्नता क्या है?
उत्तर: दोनों रौशन के प्रति वफादार हैं, लेकिन सुरेन्द्र अधिक भावुक और संवेदनशील है, जबकि भाषी व्यावहारिक और मददगार है।
10. रौशन के विचार समाज की सोच से कैसे अलग हैं?
उत्तर: रौशन व्यक्तिगत भावनाओं और रिश्तों को महत्व देता है, जबकि समाज केवल रीति-रिवाज और लाभ पर ध्यान केंद्रित करता है।
11. एकांकी का सबसे मार्मिक दृश्य कौन-सा है?
उत्तर: जब रौशन अपने बेटे अरुण का मृत शरीर लेकर आता है, यह दृश्य पाठक के मन को गहराई से झकझोर देता है।
12. डॉक्टर के देर से आने का क्या परिणाम होता है?
उत्तर: डॉक्टर की देरी के कारण अरुण का इलाज समय पर नहीं हो पाता, जिससे उसकी मृत्यु हो जाती है।
13. रौशन की माँ को अरुण की बीमारी को लेकर क्या गलतफहमी है?
उत्तर: माँ अरुण की बीमारी को साधारण मानती है और घरेलू इलाज से ठीक होने की उम्मीद करती है, जो स्थिति को और बिगाड़ देता है।
14. रौशन के पिता की सोच को कैसे देखा जा सकता है?
उत्तर: रौशन के पिता व्यावहारिक और कठोर स्वभाव के हैं। वे सामाजिक परंपराओं का पालन करते हुए, लाभ के लिए शगुन लेना अधिक महत्वपूर्ण मानते हैं।
15. एकांकीकार उपेन्द्रनाथ ‘अश्क’ ने इस नाटक में क्या संदेश दिया है?
उत्तर: उन्होंने समाज में प्रचलित रीति-रिवाजों, दहेज प्रथा और पारिवारिक संवेदनहीनता की आलोचना की है। यह नाटक मानवीय भावनाओं और सामाजिक दबाव के बीच संघर्ष को दर्शाता है।
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