Important Questions For All Chapters – हिन्दी Class 8
छोटे प्रश्न
1. यह पाठ किस पुस्तक से लिया गया है?
- यह पाठ ‘झाँसी की रानी’ उपन्यास से लिया गया है।
2. रघुनाथसिंह ने मुंदर से क्या कहा?
- उन्होंने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई का साथ एक क्षण के लिए भी नहीं छूटना चाहिए।
3. रानी लक्ष्मीबाई ने दामोदर को किसके हवाले किया?
- रामचंद्र देशमुख के हवाले।
4. रानी लक्ष्मीबाई ने रामचंद्र देशमुख को क्या आदेश दिया?
- उन्होंने कहा कि यदि वह मारी जाएँ, तो दामोदर को दक्षिण सुरक्षित पहुँचाना।
5. रानी के साथ युद्ध में कौन-कौन थे?
- रघुनाथसिंह, मुंदर, जूही, और गुलमुहम्मद।
6. मुंदर ने किसकी सहायता मांगी?
- उन्होंने रघुनाथसिंह से अपने पास रहने की सहायता मांगी।
7. रानी लक्ष्मीबाई की अंतिम इच्छा क्या थी?
- कि उनकी देह अंग्रेजों द्वारा न छूई जाए।
8. रानी लक्ष्मीबाई ने किस ओर झपट लगाई?
- उन्होंने पूर्व दिशा की ओर झपट लगाई।
9. अंग्रेज सैनिकों ने सबसे पहले किस पर हमला किया?
- उन्होंने तोपखाने पर हमला किया।
10. रानी ने घोड़े को कैसे चलाया?
- उन्होंने घोड़े की लगाम अपने दांतों में पकड़कर तलवार चलाई।
11. रानी के घायल होने पर उनका क्या विचार था?
- उन्होंने सोचा कि वह स्वराज्य की नींव बनने जा रही हैं।
12. रानी के साथी मुंदर की मृत्यु कैसे हुई?
- एक अंग्रेज सवार ने पिस्तौल चलाकर उन्हें मार दिया।
13. गुलमुहम्मद ने किसकी सहायता की?
- उन्होंने अंग्रेज सैनिकों के खिलाफ लड़ते हुए रानी की सहायता की।
14. रानी लक्ष्मीबाई की मृत्यु कैसे हुई?
- एक अंग्रेज सवार की तलवार से उनके सिर पर घातक प्रहार हुआ।
15. गुलमुहम्मद ने रानी के लिए क्या कहा?
- उन्होंने कहा, “ख़ुदा, पाक परवरदिगार, रहम रहम।”
16. रानी लक्ष्मीबाई ने किसे पुचकारा?
- उन्होंने अपने घोड़े को पुचकारा।
17. झाँसी की रानी का अंतिम युद्ध किसके खिलाफ था?
- अंग्रेजों के खिलाफ।
18. वृन्दावनलाल वर्मा का जन्म कब और कहाँ हुआ?
- 9 जनवरी 1889 को मऊरानीपुर, झाँसी में।
19. झाँसी की रानी ने किसे आदेश दिया कि वह उनकी देह की रक्षा करे?
- रघुनाथसिंह और गुलमुहम्मद को।
20. रानी लक्ष्मीबाई की मृत्यु के बाद अंग्रेज सैनिकों का क्या हुआ?
- गुलमुहम्मद ने बाकी अंग्रेज सैनिकों को खदेड़ दिया।
लंबे प्रश्न
1. झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के अंतिम युद्ध का वर्णन कीजिए।
- रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों के खिलाफ वीरता से लड़ाई लड़ी। उन्होंने घोड़े की लगाम अपने दांतों में पकड़कर दोनों हाथों से तलवार चलाई। उनकी सेना में शामिल मुंदर, जूही और गुलमुहम्मद ने भी साहसिक संघर्ष किया। अंत में, रानी घायल हो गईं और अंग्रेजों की तलवार के प्रहार से उनकी मृत्यु हो गई।
2. रानी लक्ष्मीबाई का दामोदर के प्रति क्या आदेश था?
- रानी ने रामचंद्र देशमुख को आदेश दिया कि यदि वह मारी जाएँ, तो दामोदर को दक्षिण सुरक्षित पहुँचा देना और उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता देना।
3. मुंदर और जूही का युद्ध में योगदान क्या था?
- मुंदर ने रानी का साथ दिया और अंत तक उनकी रक्षा के लिए संघर्ष किया। जूही ने तोपखाने की कमान संभाली और अंग्रेजों को करारा जवाब दिया। दोनों वीरता से लड़ते हुए शहीद हो गईं।
4. रानी लक्ष्मीबाई ने अपनी मृत्यु से पहले क्या सुनिश्चित किया?
- उन्होंने सुनिश्चित किया कि उनकी देह अंग्रेजों के हाथ न लगे। रघुनाथसिंह और गुलमुहम्मद को इसे सुनिश्चित करने का आदेश दिया।
5. गुलमुहम्मद ने युद्ध में क्या भूमिका निभाई?
- गुलमुहम्मद ने अंग्रेज सैनिकों से मुकाबला किया और रानी की रक्षा में अपनी जान की परवाह नहीं की। उन्होंने शत्रु पर आक्रमण कर उनकी सेना को खदेड़ दिया।
6. झाँसी की रानी के नेतृत्व में सेना ने अंग्रेजों का सामना कैसे किया?
- रानी के नेतृत्व में लालकुर्ती सवार और उनकी पैदल पलटन ने अदम्य साहस दिखाया। तोपखाने ने दुश्मनों को नुकसान पहुँचाया, और तलवारबाजी में उनकी सेना ने अंग्रेजों को पीछे हटने पर मजबूर किया।
7. मुंदर की मृत्यु का वर्णन कीजिए।
- अंग्रेज सवार ने पिस्तौल से मुंदर को गोली मारी। मरते समय उनके आखिरी शब्द थे, “बाईसाहब, मैं मरी। मेरी देह…भगवान्।” उनकी मृत्यु पर रानी ने उनके शरीर को अंग्रेजों से दूर रखने का आदेश दिया।
8. रानी लक्ष्मीबाई की अंतिम यात्रा का वर्णन कीजिए।
- घायल अवस्था में रानी ने अपनी अंतिम यात्रा पूरी की। गुलमुहम्मद और रामचंद्र देशमुख ने उन्हें सहारा दिया। अंततः वह वीरगति को प्राप्त हुईं और स्वराज्य की नींव बन गईं।
9. रानी के नेतृत्व में हुए युद्ध की रणनीति पर चर्चा करें।
- रानी ने पूर्व दिशा में आक्रमण किया। उनकी तोपें दुश्मनों पर भारी पड़ीं। जब उनकी सेना कमजोर हुई, तो उन्होंने अपनी तलवारबाजी से मार्ग बनाया। वह अपने साथियों के सहयोग से दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ीं।
10. झाँसी की रानी का साहसिक व्यक्तित्व कैसे प्रकट होता है?
- रानी लक्ष्मीबाई का साहस उनके युद्ध कौशल, घोड़े की लगाम दाँतों में पकड़कर लड़ने, और अंतिम क्षण तक संघर्ष करने से प्रकट होता है। उन्होंने मृत्यु तक स्वराज्य के प्रति अपनी निष्ठा को बनाए रखा।
11. वृन्दावनलाल वर्मा का साहित्यिक योगदान क्या है?
- उन्होंने ‘झाँसी की रानी’, ‘गढ़ कुंडार’, ‘मृगनयनी’ जैसे ऐतिहासिक उपन्यास लिखे। उनकी रचनाएँ भारतीय साहित्य में ऐतिहासिक घटनाओं को जीवंत करती हैं। उन्हें कई साहित्यिक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
12. रानी लक्ष्मीबाई और उनकी सेना ने अंग्रेजों को किस प्रकार चुनौती दी?
- रानी और उनकी सेना ने तोपखाने, तलवारबाजी, और रणनीति से अंग्रेजों को कड़ी चुनौती दी। लालकुर्ती सवारों ने अदम्य शौर्य दिखाया। रानी ने व्यक्तिगत रूप से आक्रमण का नेतृत्व किया, जिससे अंग्रेज जनरल भी भयभीत हो गए।
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