Important Question For All Chapters – हिन्दी Class 7
छोटे प्रश्न
1. महात्मा बुद्ध का जन्म कहाँ हुआ था?
उत्तर : महात्मा बुद्ध का जन्म लुम्बिनी नामक स्थान पर हुआ था।
2. राजा ब्रह्मदत्त का स्वभाव कैसा था?
उत्तर : राजा ब्रह्मदत्त विवेकशील और सत्य-असत्य का ध्यान रखने वाला था।
3. राजा अपने दोष बताने वाले व्यक्ति को क्यों ढूँढ़ता था?
उत्तर : राजा अपने सुधार के लिए अपने दोष जानना चाहता था।
4. बोधिसत्त्व जंगल में क्या खाते थे?
उत्तर : बोधिसत्त्व जंगल में पके हुए गोदे खाते थे।
5. मीठे गोदों का कारण क्या बताया गया?
उत्तर : मीठे गोदों का कारण राजा का धर्मानुसार और न्यायपूर्वक शासन करना था।
6. राजा ने अधर्म और अन्याय क्यों किया?
उत्तर : राजा ने बोधिसत्त्व की बात की परीक्षा करने के लिए ऐसा किया।
7. कड़वे गोदे क्यों हो गए?
उत्तर : कड़वे गोदे राजा के अधार्मिक और अन्यायी होने के कारण हुए।
8. गायों के नेता के टेढ़ा जाने का क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर : गायों के नेता के टेढ़ा जाने से सारी गायें टेढ़ी चलने लगती हैं।
9. राजा ने अंत में क्या संकल्प लिया?
उत्तर : राजा ने संकल्प लिया कि वह हमेशा धर्म और न्यायपूर्वक शासन करेगा।
10. राजा के धर्मपूर्ण शासन का राज्य पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर : राजा के धर्मपूर्ण शासन से राज्य धन-धान्य से भर गया।
लंबे प्रश्न
1. राजा ब्रह्मदत्त अपने दोषों को जानने के लिए क्या उपाय करता था?
उत्तर : राजा ब्रह्मदत्त अपने दोष जानने के लिए वेश बदलकर पूरे जनपद में घूमता था। वह अपने अवगुण बताने वाले व्यक्ति को ढूँढ़ता था, पर सभी लोग उसकी प्रशंसा ही करते थे।
2. बोधिसत्त्व ने राजा को गोदों के मीठे और कड़वे होने का क्या कारण बताया?
उत्तर : बोधिसत्त्व ने बताया कि राजा के धर्मानुसार शासन करने से गोदे मीठे होते हैं। अधार्मिक और अन्यायी शासन करने से फल-फूल और अन्य चीजें कड़वी और स्वादहीन हो जाती हैं।
3. राजा ने बोधिसत्त्व की बात की परीक्षा कैसे की?
उत्तर : राजा ने अधर्म और अन्याय से शासन करना शुरू कर दिया। कुछ समय बाद, जब वह बोधिसत्त्व के पास गया, तो उसने कड़वे गोदे खाकर सत्यता को परखा।
4. गायों के नदी पार करते समय नेता का टेढ़ा या सीधा जाना क्या सिखाता है?
उत्तर : यह सिखाता है कि नेता के आचरण का उसकी प्रजा पर गहरा प्रभाव पड़ता है। यदि नेता धर्म का पालन करता है, तो प्रजा भी धर्म के मार्ग पर चलती है, और राज्य सुखी रहता है।
5. राजा ब्रह्मदत्त ने बोधिसत्त्व की शिक्षा से क्या सीखा?
उत्तर : राजा ने सीखा कि उसके धर्म और न्यायपूर्ण शासन से प्रजा और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उसने संकल्प लिया कि वह हमेशा धर्म और न्यायपूर्वक शासन करेगा।
6. बोधिसत्त्व के आश्रम में राजा ने क्या अनुभव किया?
उत्तर : राजा ने बोधिसत्त्व के आश्रम में गोदों के मीठे और कड़वे होने का अनुभव किया। उसने समझा कि यह सब उसके शासन के तरीके पर निर्भर करता है।
7. राजा के अधर्मी और अन्यायी होने पर क्या-क्या परिणाम हुए?
उत्तर : राजा के अधर्मी होने से जंगल के फल-फूल कड़वे हो गए। पूरा राष्ट्र ओजरहित और दूषित हो गया, जिससे चारों ओर दुख का माहौल बन गया।
8. बोधिसत्त्व ने राजा को गायों के उदाहरण से क्या समझाया?
उत्तर : बोधिसत्त्व ने समझाया कि जैसे गायें अपने नेता के मार्ग पर चलती हैं, वैसे ही प्रजा अपने राजा के मार्ग का अनुसरण करती है। राजा के धर्म से विमुख होने पर प्रजा भी अधर्म करने लगती है।
9. राजा ने अपने शासन में क्या बदलाव किया और उसका क्या परिणाम हुआ?
उत्तर : राजा ने अधर्म छोड़कर धर्म और न्यायपूर्वक शासन करना शुरू किया। इसके परिणामस्वरूप उसका राज्य धन-धान्य और सुख-शांति से भर गया।
10. ‘राजा ही नेता होता है’ इस कथन का क्या अर्थ है?
उत्तर : इस कथन का अर्थ है कि राज्य का राजा प्रजा का आदर्श और मार्गदर्शक होता है। उसके आचरण का सीधा प्रभाव प्रजा और राष्ट्र पर पड़ता है। धर्म के पालन से राज्य सुखी और समृद्ध बनता है।
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