Important Questions For All Chapters – हिन्दी Class 7
1. नचिकेता ने अपने पिता को दान के बारे में क्या बताया?
उत्तर: नचिकेता ने बताया कि दान में वही वस्तु देनी चाहिए जो उपयोगी हो। बूढ़ी और दुर्बल गायें दान में देना उचित नहीं है।
2. महर्षि वाजश्रवा ने नचिकेता को यमराज को देने का वचन क्यों दिया?
उत्तर: नचिकेता की बार-बार बात दोहराने से महर्षि को क्रोध आया और उन्होंने गुस्से में नचिकेता को यमराज को देने का वचन दिया।
3. नचिकेता यमराज के पास क्यों गए?
उत्तर: नचिकेता अपने पिता के वचन को सत्य करने और उनकी प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए यमराज के पास गए।
4. यमराज ने नचिकेता को तीन वरदान क्यों दिए?
उत्तर: नचिकेता तीन दिनों तक भूखे-प्यासे यमलोक के द्वार पर बैठे रहे, जिससे यमराज को अपनी भूल का अहसास हुआ।
5. नचिकेता ने पहला वरदान क्या माँगा?
उत्तर: नचिकेता ने माँगा कि उनके लौटने पर उनके पिता उन्हें पहचानें और उनका क्रोध शांत हो जाए।
6. दूसरे वरदान में नचिकेता ने क्या माँगा?
उत्तर: उन्होंने स्वर्ग में जाने का उपाय और वहाँ की शांति का ज्ञान माँगा।
7. तीसरे वरदान में नचिकेता ने क्या पूछा?
उत्तर: नचिकेता ने मृत्यु का रहस्य और मनुष्य की आत्मा के बारे में जानना चाहा।
8. यमराज ने मृत्यु का रहस्य बताने से क्यों इंकार किया?
उत्तर: यमराज ने इसे कठिन और गुप्त विषय बताया, जिसे जानने की इच्छा हर कोई नहीं करता।
9. नचिकेता की किस बात से यमराज प्रभावित हुए?
उत्तर: नचिकेता की धैर्य, जिज्ञासा और सत्य को जानने की लगन से यमराज प्रभावित हुए।
10. यमराज ने मृत्यु के बारे में क्या समझाया?
उत्तर: यमराज ने बताया कि जो पाप और हिंसा से दूर रहते हैं, उन्हें मृत्यु का भय नहीं सताता।
11. नचिकेता की यात्रा से हमें क्या सिखने को मिलता है?
उत्तर: हमें सच्चाई, धैर्य, और जिज्ञासा से हर चुनौती का सामना करने की सीख मिलती है।
12. महर्षि वाजश्रवा ने यज्ञ में क्या दान दिया?
उत्तर: महर्षि वाजश्रवा ने अपनी संपत्ति और गायों को यज्ञ में दान दिया।
13. यमराज ने नचिकेता को कौन-सा विशेष ज्ञान दिया?
उत्तर: यमराज ने नचिकेता को स्वर्ग प्राप्ति और आत्मा के सत्य का ज्ञान दिया।
14. नचिकेता ने अपने पिता के वचन को सत्य क्यों माना?
उत्तर: नचिकेता ने अपने पिता के वचन को उनकी प्रतिष्ठा और सत्य के लिए महत्वपूर्ण समझा।
15. नचिकेता की कहानी हमें क्या प्रेरणा देती है?
उत्तर: यह कहानी सत्यनिष्ठा, धैर्य, और ज्ञान प्राप्ति के लिए समर्पण की प्रेरणा देती है।
Leave a Reply