Important Questions For All Chapters – हिन्दी Class 6
1. आर्यभट्ट का सबसे प्रसिद्ध योगदान क्या था?
उत्तर: आर्यभट्ट ने यह सिद्ध किया कि पृथ्वी गोल है और अपनी धुरी पर घूमती है, जिससे दिन और रात होते हैं।
2. आर्यभट्ट ने कौन-सी पुस्तकें लिखीं?
उत्तर: आर्यभट्ट ने “आयभटीय” और “आर्यभट्ट सात” नामक दो महत्वपूर्ण पुस्तकें लिखीं।
3. वराहमिहिर ने भविष्यवाणी करने में महारत कैसे हासिल की?
उत्तर: वराहमिहिर ने अपने पिता से ज्योतिष विद्या सीखी और आर्यभट्ट से प्रभावित होकर खगोल विज्ञान और ज्योतिष को अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया।
4. वराहमिहिर की प्रसिद्ध पुस्तक का क्या नाम है?
उत्तर: वराहमिहिर की प्रसिद्ध पुस्तक “बृहत्संहिता” है।
5. वराहमिहिर ने भू-गर्भ विज्ञान पर क्या बताया?
उत्तर: वराहमिहिर ने कहा कि पौधों और चींटियों की गतिविधियां यह संकेत देती हैं कि जमीन के नीचे पानी है।
6. सवाई जयसिंह ने किस उद्देश्य से जंतर-मंतर का निर्माण किया?
उत्तर: सवाई जयसिंह ने खगोल विज्ञान को लोकव्यापी बनाने के लिए जंतर-मंतर का निर्माण किया।
7. सवाई जयसिंह ने कौन-सी वेधशालाएं बनाईं?
उत्तर: सवाई जयसिंह ने दिल्ली, जयपुर, मथुरा, उज्जैन और वाराणसी में वेधशालाओं का निर्माण किया।
8. सवाई जयसिंह को ‘सवाई’ की उपाधि क्यों मिली?
उत्तर: औरंगज़ेब ने उनकी बुद्धिमानी और वीरता से प्रभावित होकर उन्हें ‘सवाई’ की उपाधि दी।
9. आर्यभट्ट ने ग्रहण के बारे में क्या सिद्ध किया?
उत्तर: आर्यभट्ट ने यह सिद्ध किया कि ग्रहण एक खगोलीय घटना है और इसे राहु द्वारा चंद्रमा या सूर्य को निगलने की धारणा अंधविश्वास है।
10. वराहमिहिर ने कौन-सी नई खोजों का सुझाव दिया?
उत्तर: वराहमिहिर ने गुरुत्वाकर्षण और पर्यावरण विज्ञान पर महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए।
11. सवाई जयसिंह ने कौन-सी पुस्तकों का अनुवाद कराया?
उत्तर: सवाई जयसिंह ने “सात सूरी कौतुक” और “तुसुराणी” जैसे कई ग्रंथों का संस्कृत में अनुवाद कराया।
12. आर्यभट्ट ने चंद्रमा के प्रकाश के बारे में क्या कहा?
उत्तर: आर्यभट्ट ने बताया कि चंद्रमा सूर्य के प्रकाश से चमकता है, उसका अपना कोई प्रकाश नहीं है।
13. वराहमिहिर ने अपने ग्रंथों में किसे ‘सुरक्षित नाव’ कहा?
उत्तर: वराहमिहिर ने अपनी पुस्तक “बृहत्संहिता” को ‘सुरक्षित नाव’ कहा, जो ज्योतिष के महासागर को पार करने में मदद करती है।
14. सवाई जयसिंह ने किन उपकरणों का निर्माण किया?
उत्तर: सवाई जयसिंह ने पत्थर और चूने से बड़े खगोलीय उपकरण बनाए जो उस समय यूरोपीय पीतल के उपकरणों से अधिक प्रभावी थे।
15. वराहमिहिर का दृष्टिकोण कैसा था?
उत्तर: वराहमिहिर हर चीज को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से परखते थे और आँख मूंदकर किसी बात को स्वीकार नहीं करते थे।
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