Important Question For All Chapters – हिन्दी Class 7
छोटे प्रश्न
1. सूरदास की कविता में कान्हा किस बात से खीझते हैं?
उत्तर: कान्हा दाऊ (बलराम) द्वारा बार-बार छेड़े जाने से खीझते हैं।
2. जसोदा कान्हा को किस बात पर झुलाती हैं?
उत्तर: जसोदा हरि को पालनें और सुलाने के लिए झुलाती हैं।
3. ग्वालबाल कान्हा को कैसे चिढ़ाते हैं?
उत्तर: ग्वालबाल चुटकी बजाकर और नाचने को कहकर कान्हा को चिढ़ाते हैं।
4. ‘सूरदास’ ने जसोदा के सुख की तुलना किससे की है?
उत्तर: ‘सूरदास’ ने जसोदा के सुख की तुलना अमर-मुनियों के दुर्लभ सुख से की है।
5. तुलसीदास की कविता में राम के बाल रूप को किस तरह दिखाया गया है?
उत्तर: तुलसीदास ने राम के बाल रूप को सुंदर, चंचल, और मासूम दिखाया है।
6. तुलसीदास के अनुसार, राम की दंत-पंक्ति किससे तुलना की गई है?
उत्तर: राम की दंत-पंक्ति की तुलना बिजली की चमक से की गई है।
7. सूरदास ने कविता में कृष्ण की त्वचा का रंग कैसा बताया है?
उत्तर: सूरदास ने कृष्ण की त्वचा का रंग श्याम वर्ण बताया है।
8. कान्हा ग्वालबालों से कौन-कौन से प्रश्न पूछते हैं?
उत्तर: कान्हा ग्वालबालों से पूछते हैं, “कौन है मेरी माता?” और “कौन है मेरे पिता?”
9. तुलसीदास ने कविता में राम को किस रूप में दिखाया है?
उत्तर: तुलसीदास ने राम को बालक के रूप में दिखाया है।
10. सूरदास के अनुसार, बालकृष्ण की गतिविधियाँ कैसी थीं?
उत्तर: बालकृष्ण की गतिविधियाँ चंचल और मासूम थीं।
लंबे प्रश्न
1. सूरदास ने अपनी कविता में बालकृष्ण के चरित्र को कैसे प्रस्तुत किया है?
उत्तर: सूरदास ने बालकृष्ण के चंचल और मासूम स्वभाव को प्रस्तुत किया है। उन्होंने दिखाया कि ग्वालबाल उन्हें चिढ़ाते हैं और उनकी हरकतों से कृष्ण खीझते हैं। उनकी बाल लीलाओं में सादगी और भक्ति झलकती है।
2. जसोदा का हरि के प्रति स्नेह कविता में कैसे व्यक्त किया गया है?
उत्तर: जसोदा का हरि के प्रति स्नेह झूलाने, सुलाने, और लोरी गाने में दिखाया गया है। कविता में बताया गया है कि जसोदा हरि को दुलारती और पालती हैं। यह स्नेह हरि को अद्भुत आनंद देता है।
3. तुलसीदास की कविता में राम के बाल रूप की क्या विशेषताएँ हैं?
उत्तर: तुलसीदास ने राम के बाल रूप को सुंदर, मनमोहक और चंचल बताया है। उन्होंने राम की दंत-पंक्ति को बिजली की चमक और उनकी त्वचा की आभा को कमल की सुंदरता से तुलना की है। बाल लीलाएँ कविता को और रोचक बनाती हैं।
4. ग्वालबाल कान्हा को चिढ़ाने के लिए क्या करते हैं?
उत्तर: ग्वालबाल चुटकी बजाकर और बार-बार सवाल पूछकर कान्हा को चिढ़ाते हैं। वे उनके गहरे श्यामल रंग पर तंज कसते हैं। यह चिढ़ाना कान्हा की खीझ और मासूमियत को उजागर करता है।
5. ‘सूरसागर’ में सूरदास ने जसोदा और कृष्ण के संबंध का कैसे वर्णन किया है?
उत्तर: ‘सूरसागर’ में सूरदास ने जसोदा और कृष्ण के स्नेहपूर्ण संबंध का वर्णन किया है। जसोदा हरि को झुलाने, दुलारने और पालने में मग्न रहती हैं। यह संबंध भक्ति और ममता का प्रतीक है।
6. तुलसीदास ने कविता में राम और उनके भाइयों के खेल को कैसे दिखाया है?
उत्तर: तुलसीदास ने राम और उनके भाइयों के खेल को चंचल और मनोरंजक दिखाया है। वे कभी किलकारी भरते हैं, तो कभी डरकर प्रतिबिंब देखते हैं। यह उनके बाल रूप की मासूमियत को दर्शाता है।
7. कविता में कृष्ण और बलराम के संबंध कैसे दिखाए गए हैं?
उत्तर: कविता में कृष्ण और बलराम के संबंध चंचलता और भोलापन से भरे हैं। कृष्ण बलराम से खीझते हैं कि वे उन्हें हमेशा चिढ़ाते हैं। दोनों के खेल में भक्ति और प्रेम का भाव झलकता है।
8. तुलसीदास की कविता में राम के सौंदर्य का वर्णन कैसे किया गया है?
उत्तर: तुलसीदास ने राम के सौंदर्य को कमल के समान सुंदर और अद्भुत बताया है। उनकी दंत-पंक्ति बिजली जैसी चमकती है और उनका बाल स्वरूप मोहक है। यह वर्णन पाठकों को आकर्षित करता है।
9. सूरदास ने ग्वालबालों के व्यवहार को किस प्रकार चित्रित किया है?
उत्तर: सूरदास ने ग्वालबालों के व्यवहार को चंचल और कृष्ण को चिढ़ाने वाला दिखाया है। वे कान्हा को बार-बार छेड़ते हैं और सवाल पूछते हैं। यह कृष्ण की बाल लीलाओं को मजेदार बनाता है।
10. तुलसीदास और सूरदास की कविताओं में भक्ति का क्या महत्व है?
उत्तर: तुलसीदास और सूरदास की कविताओं में भक्ति का गहरा महत्व है। उनकी कविताएँ भगवान के प्रति समर्पण और प्रेम को दर्शाती हैं। उनके पद भक्तों के लिए प्रेरणादायक हैं।
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