छोटे प्रश्न
1. क्यों-क्यों लड़की किसे कहा गया है?
उत्तर: आदिवासी लड़की मोइना को क्यों-क्यों लड़की कहा गया है।
2. मोइना का स्वभाव कैसा था?
उत्तर: मोइना जिज्ञासु, मेहनती और सवाल पूछने वाली लड़की थी।
3. मोइना की माँ का क्या नाम था?
उत्तर: मोइना की माँ का नाम खीरी था।
4. मोइना किस जाति से थी?
उत्तर: वह शबर जाति से थी।
5. गाँव के पोस्टमास्टर ने मोइना का क्या नाम रखा?
उत्तर: उन्होंने उसे “क्यों-क्यों लड़की” का नाम दिया।
6. मोइना को कौन से काम करने पड़ते थे?
उत्तर: उसे बकरियाँ चराना, लकड़ी लाना, और चावल पकाना पड़ता था।
7. मोइना का पिता कहाँ काम करने गया था?
उत्तर: उसका पिता जमशेदपुर में काम की तलाश में गया था।
8. मोइना ने झोपड़ी में किसे साथ लाने की बात कही थी?
उत्तर: उसने नेवले का बच्चा झोपड़ी में लाने की बात कही।
9. मोइना की सबसे बड़ी खासियत क्या थी?
उत्तर: उसकी सबसे बड़ी खासियत थी लगातार सवाल पूछना।
10. कहानी की लेखिका कौन हैं?
उत्तर: इस कहानी की लेखिका महाश्वेता देवी हैं।
मध्यम प्रश्न
1. मोइना को क्यों “क्यों-क्यों लड़की” कहा गया?
उत्तर: मोइना हर बात में “क्यों” पूछती थी। उसकी जिज्ञासा इतनी अधिक थी कि वह हर समस्या और परिस्थिति पर सवाल करती। इसलिए गाँव के पोस्टमास्टर ने उसे “क्यों-क्यों लड़की” का नाम दिया।
2. मोइना के परिवार में कौन-कौन थे?
उत्तर: मोइना के परिवार में उसकी माँ, बड़ा भाई और छोटी बहन थे। उसकी माँ लंगड़ाती थी, भाई लकड़ी लाने जंगल जाता था, और पिता जमशेदपुर में काम करता था। इसलिए मोइना को भी काम करना पड़ता था।
3. मोइना की सोच दूसरों से कैसे अलग थी?
उत्तर: मोइना अपने अधिकारों और समस्याओं पर सवाल करती थी। वह अपने मालिक का अहसान मानने के बजाय खुद को आत्मनिर्भर समझती थी। उसकी सोच गरीब होते हुए भी स्वाभिमानी थी।
4. लेखिका के अनुसार मोइना कैसे थी?
उत्तर: लेखिका के अनुसार मोइना न केवल जिज्ञासु, बल्कि मेहनती और जिम्मेदार लड़की थी। वह अपनी गरीबी का बहाना नहीं बनाती थी और हर काम में निपुण थी।
5. मोइना ने पढ़ाई को लेकर क्या इच्छा जाहिर की?
उत्तर: उसने कहा कि वह पढ़ना सीखेगी और अपने सवालों के जवाब खुद ढूंढ़ेगी। उसकी यह सोच उसकी शिक्षा के प्रति लगन और जागरूकता को दिखाती है।
6. मोइना ने अपने छोटे भाई-बहन को क्या सिखाया?
उत्तर: उसने उन्हें सिखाया कि एक पेड़ काटो तो दो पेड़ लगाओ और खाने से पहले हाथ धोना चाहिए। यह उसके विचारशील और शिक्षित होने की ओर संकेत करता है।
7. कहानी का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर: यह कहानी शिक्षा, स्वाभिमान, और सवाल करने की आदत को प्रोत्साहित करती है। यह दिखाती है कि गरीबी और संघर्ष के बावजूद इंसान अपने विचारों और मेहनत से आगे बढ़ सकता है।
लंबे प्रश्न
1. मोइना को स्कूल जाने में क्या समस्या थी, और उसने इसे कैसे हल किया?
उत्तर: मोइना सुबह बकरियाँ चराने के कारण स्कूल नहीं जा पाती थी। उसने शिक्षिका से समय बदलने की बात की, ताकि वह 11 बजे के बाद स्कूल आ सके। उसकी दृढ़ता और सवाल करने की आदत ने उसे स्कूल जाने का रास्ता दिखाया।
2. मोइना के सवाल पूछने की आदत से कहानी में क्या बदलाव आया?
उत्तर: मोइना के सवाल पूछने की आदत ने उसे जिज्ञासु और जागरूक बनाया। उसने शिक्षा के महत्व को समझा और अपने छोटे भाई-बहन को भी सिखाया। उसकी यही आदत उसे “क्यों-क्यों लड़की” बनाती है और समाज को बदलाव का संदेश देती है।
3. लेखिका महाश्वेता देवी के बारे में बताइए।
उत्तर: महाश्वेता देवी का जन्म 14 जनवरी 1926 को ढाका में हुआ। उनकी रचनाएँ आदिवासी जीवन, संघर्ष और उनकी पीड़ा पर आधारित हैं। उनकी प्रमुख कृतियों में ‘हजार चौरासी की माँ’, ‘झाँसी की रानी’, और ‘चोट्टी मुंडा और उसका तीर’ शामिल हैं। उन्हें साहित्य अकादमी और ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
4. मोइना की सोच और व्यवहार अन्य आदिवासियों से कैसे अलग थे?
उत्तर: अन्य आदिवासी अपने हालातों से समझौता कर लेते थे, लेकिन मोइना सवाल पूछती थी। वह गरीब और मजबूर होते हुए भी स्वाभिमानी थी। वह अपने मालिक का अहसान मानने के बजाय अपनी मेहनत पर गर्व करती थी।
5. कहानी का शिक्षा और समाज के लिए क्या संदेश है?
उत्तर: यह कहानी शिक्षा और जागरूकता का महत्व बताती है। यह दिखाती है कि अगर इंसान सवाल पूछना और समाधान ढूंढ़ना सीख ले, तो वह गरीबी और समस्याओं से बाहर निकल सकता है। कहानी स्वाभिमान, मेहनत, और अधिकारों की लड़ाई की प्रेरणा देती है।
Leave a Reply