प्रश्न 1 : सर्वे सुखिनः कदा भवन्ति?
उत्तर: सर्वे सुखिनः तदा भवन्ति यदा ते परस्परं परोपकारं कुर्वन्ति।
हिंदी अनुवाद:
प्रश्न : सभी सुखी कब होते हैं?
उत्तर: सभी तब सुखी होते हैं जब वे एक-दूसरे की सहायता करते हैं।
प्रश्न 2 : आलस्यस्य फलम् किम्?
उत्तर: आलस्यस्य फलं दुःखं भवति।
हिंदी अनुवाद:
प्रश्न : आलस्य का परिणाम क्या है?
उत्तर: आलस्य का परिणाम दुख होता है।
प्रश्न 3 : अधनस्य मानं कुतः?
उत्तर: अधनस्य मानं नास्ति।
हिंदी अनुवाद:
प्रश्न : गरीब व्यक्ति का मान कहाँ होता है?
उत्तर: गरीब व्यक्ति का मान नहीं होता।
प्रश्न 4 : परोपकाराय वृक्षाः किं कुर्वन्ति?
उत्तर: परोपकाराय वृक्षाः फलानि ददाति।
हिंदी अनुवाद:
प्रश्न : परोपकार के लिए वृक्ष क्या करते हैं?
उत्तर: परोपकार के लिए वृक्ष फल देते हैं।
प्रश्न 5 : अमयस्य सुखं कुतः?
उत्तर: अमयस्य सुखं न भवति।
हिंदी अनुवाद:
प्रश्न : रोगी को सुख कहाँ से मिलता है?
उत्तर: रोगी को सुख नहीं मिलता।
प्रश्न 6 : कः विनयं ददाति?
उत्तर: विद्या विनयं ददाति।
हिंदी अनुवाद:
प्रश्न : विनय कौन देता है?
उत्तर: विद्या विनय देती है।
प्रश्न 7 : विद्यया किं प्राप्यते?
उत्तर: विद्यया विनयः प्राप्यते।
हिंदी अनुवाद:
प्रश्न : विद्या से क्या प्राप्त होता है?
उत्तर: विद्या से विनय प्राप्त होता है।
प्रश्न 8 : अस्य शरीरस्य उपयोगः कः?
उत्तर: अस्य शरीरस्य उपयोगः परोपकाराय भवति।
हिंदी अनुवाद:
प्रश्न : इस शरीर का उपयोग क्या है?
उत्तर: इस शरीर का उपयोग परोपकार के लिए होता है।
प्रश्न 9 : धनं परहस्तगतम् कदा उपयोगी भवति?
उत्तर: धनं परहस्तगतम् कदापि उपयोगी न भवति।
हिंदी अनुवाद:
प्रश्न : दूसरों के पास गया हुआ धन कब उपयोगी होता है?
उत्तर: दूसरों के पास गया हुआ धन कभी उपयोगी नहीं होता।
प्रश्न 10 : अलसस्य धनं कुतः ?
उत्तर: अलसस्य धनं न भवति।
हिंदी अनुवाद:
प्रश्न : आलसी को धन कहाँ से मिलता है?
उत्तर: आलसी को धन नहीं मिलता।
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