छोटे प्रश्न
1. कबीरदास का जन्म कहाँ और कब हुआ था?
उत्तर: कबीरदास का जन्म काशी में 1398 ई. के लगभग हुआ था।
2. रहीम का पूरा नाम क्या था?
उत्तर: रहीम का पूरा नाम अब्दुर्रहीम खानखाना था।
3. कबीरदास की प्रमुख रचना का नाम क्या है?
उत्तर: कबीरदास की प्रमुख रचना “बीजक” है।
4. “बुरा जो देखन मैं चला” दोहे का क्या अर्थ है?
उत्तर: दूसरों में बुराई खोजने के बजाय हमें अपनी कमियों को देखना चाहिए।
5. “मधुर बचन है औषधी” किसके लिए कहा गया है?
उत्तर: यह दोहा मधुर वाणी की महत्ता को दर्शाता है।
6. कबीर ने साधु को किससे तुलना की है?
उत्तर: कबीर ने साधु की तुलना सूप से की है।
7. “धीरे-धीरे रे मना” का क्या संदेश है?
उत्तर: हर कार्य धीरे-धीरे अपने समय पर ही होता है।
8. “रहीम” ने पानी को क्यों महत्वपूर्ण बताया है?
उत्तर: पानी का अर्थ प्रतिष्ठा, जल और चमक है, जिसके बिना जीवन अधूरा है।
9. कबीर के अनुसार कटु वाणी का क्या प्रभाव होता है?
उत्तर: कटु वाणी तीर की तरह होती है, जो मन और शरीर को चोट पहुंचाती है।
10. “माली सींचे सौ घड़ा” का क्या अर्थ है?
उत्तर: मेहनत और धैर्य के बाद ही फल मिलता है।
11. रहीम के अनुसार परोपकारी व्यक्ति की पहचान क्या है?
उत्तर: परोपकारी व्यक्ति मेंहदी की तरह दूसरों को सुख देता है।
12. कबीर ने “सार-सार को गहि रहै” में क्या सिखाया है?
उत्तर: हमें उपयोगी बातों को अपनाना चाहिए और निरर्थक बातों को छोड़ देना चाहिए।
13. “पानी गए न ऊबरै” का क्या अर्थ है?
उत्तर: जल और आत्मसम्मान के बिना जीवन संभव नहीं है।
मध्यम प्रश्न
1. “मधुर वाणी औषधि है” का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: कबीर कहते हैं कि मधुर वाणी औषधि के समान है, जो मन को सुख देती है और कटु वाणी तीर की तरह होती है, जो मन को घायल कर देती है।
2. “धीरे-धीरे रे मना” दोहे का जीवन में क्या महत्व है?
उत्तर: यह दोहा सिखाता है कि हमें धैर्य रखना चाहिए। किसी भी कार्य का परिणाम समय आने पर ही मिलता है।
3. रहीम के “पानी” शब्द के तीन अर्थ क्या हैं?
उत्तर: रहीम ने पानी शब्द का अर्थ जल, आत्मसम्मान और चमक के रूप में किया है।
4. कबीरदास के अनुसार दूसरों में बुराई देखने के बजाय क्या करना चाहिए?
उत्तर: हमें अपनी आत्मा में झांककर अपनी कमियों को पहचानना चाहिए।
5. “साधु ऐसा चाहिए” में कबीर ने किस गुण की प्रशंसा की है?
उत्तर: कबीर ने उपयोगी बातों को अपनाने और निरर्थक बातों को त्यागने वाले साधु की प्रशंसा की है।
6. रहीम ने समय को क्यों महत्वपूर्ण बताया है?
उत्तर: रहीम कहते हैं कि समय का सही उपयोग ही सबसे बड़ा लाभ है, और समय गंवाने पर पछतावा होता है।
7. “बाटनवारे को लगे” का अर्थ समझाइए।
उत्तर: रहीम ने कहा है कि जैसे मेंहदी दूसरों को रंग देती है, वैसे ही परोपकारी व्यक्ति दूसरों को सुख देता है।
लंबे प्रश्न
1. “मधुर वाणी” और “कटु वाणी” के प्रभाव को समझाइए।
उत्तर: कबीर कहते हैं कि मधुर वाणी औषधि के समान है, जो दुखी मन को ठीक करती है। जबकि कटु वाणी तीर की तरह होती है, जो शरीर और मन को घायल कर देती है। इसलिए हमें हमेशा मीठा और सोच-समझकर बोलना चाहिए।
2. “साधु ऐसा चाहिए” दोहे का अर्थ विस्तार से लिखिए।
उत्तर: कबीर ने साधु को सूप की तरह बताया है, जो सार्थक चीजों को अपनाता है और निरर्थक चीजों को उड़ा देता है। यह दोहा सिखाता है कि हमें अच्छे विचार और अच्छे कार्यों को अपनाना चाहिए।
3. “रहीम” के अनुसार “पानी” का जीवन में महत्व क्या है?
उत्तर: रहीम कहते हैं कि पानी (जल) के बिना मोती नहीं चमकता, आत्मसम्मान के बिना मनुष्य का जीवन अधूरा है, और जल के बिना जीवन संभव नहीं है। यह दोहा जल और प्रतिष्ठा के महत्व को दर्शाता है।
4. “धीरे-धीरे रे मना” और “समय लाभ सम लाभ नहीं” में क्या समानता है?
उत्तर: दोनों दोहे समय और धैर्य का महत्व सिखाते हैं। कबीर कहते हैं कि हर कार्य समय पर ही होता है, जबकि रहीम कहते हैं कि समय का लाभ सबसे बड़ा लाभ है। दोनों ही जीवन में धैर्य और समय के सही उपयोग पर जोर देते हैं।
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