छोटे प्रश्न
प्रश्न 1 : काँच के महल में पहले कुत्ते ने क्या देखा?
उत्तर : पहले कुत्ते ने महल में हजारों कुत्तों की अपनी परछाईं देखी।
प्रश्न 2 : पहले कुत्ते ने काँच के महल में कैसा व्यवहार किया?
उत्तर: पहले कुत्ते ने भौंकना शुरू कर दिया और उसे सभी कुत्ते भी भौंकते हुए दिखाई दिए।
प्रश्न 3 : दूसरे कुत्ते ने महल में क्या किया?
उत्तर: दूसरे कुत्ते ने मुस्कराया और पूंछ हिलाई, तो उसे सभी कुत्ते मुस्कराते और पूंछ हिलाते दिखे।
प्रश्न 4 : लेखक ने इस कहानी से क्या सिखाने की कोशिश की है?
उत्तर: लेखक ने सिखाया कि जैसा व्यवहार हम दूसरों के साथ करेंगे, वैसा ही व्यवहार हमें वापस मिलेगा।
प्रश्न 5 : “शहद की एक बूँद” का क्या अर्थ है?
उत्तर: इसका अर्थ है कि प्रेम और मधुरता अधिक आकर्षण पैदा करती है।
प्रश्न 6 : लेखक के मित्र की सबसे बड़ी गलती क्या थी?
उत्तर: लेखक के मित्र की सबसे बड़ी गलती थी कि वे दूसरों की आलोचना करते थे।
प्रश्न 7 : ईसा मसीह ने क्या कहा था?
उत्तर: ईसा मसीह ने कहा था कि लोग दूसरों की आँख का तिनका देखते हैं, पर अपनी आँख का शहतीर नहीं।
प्रश्न 8 : गांधी जी ने अपने आश्रम को क्या कहा?
उत्तर: गांधी जी ने अपने आश्रम को “योगशाला” कहा।
प्रश्न 9 : बापू के अनुसार, सीमेन्ट का काम कौन करता है?
उत्तर: बापू के अनुसार, सीमेन्ट का काम अहिंसा करती है।
प्रश्न 10 : पाठ के लेखक का नाम क्या है?
उत्तर: पाठ के लेखक का नाम श्रीमन्नारायण है।
मध्यम प्रश्न
प्रश्न 1 : पहले और दूसरे कुत्ते के व्यवहार में क्या अंतर था?
उत्तर: पहले कुत्ते ने डरकर भौंकना शुरू किया और आक्रामक हुआ, जबकि दूसरे कुत्ते ने प्रेम और मित्रता दिखाई।
प्रश्न 2 : “दुनिया काँच के महल जैसी है” का क्या अर्थ है?
उत्तर: इसका अर्थ है कि दुनिया हमारे व्यवहार का प्रतिबिंब दिखाती है। जैसा हम दूसरों के साथ करेंगे, वैसा ही हमें मिलेगा।
प्रश्न 3 : लेखक ने दूसरों की आलोचना को गलत क्यों बताया?
उत्तर: लेखक ने कहा कि दूसरों की आलोचना से उनका दिल दुखता है और इसे सुधारने का सही तरीका प्रेम और सहानुभूति है।
प्रश्न 4 : लेखक के मित्र को दूसरों की आलोचना क्यों पसंद थी?
उत्तर: उनके मित्र सोचते थे कि ईश्वर ने उन्हें दुनिया को सुधारने के लिए भेजा है।
प्रश्न 5 : शहद और ज़हर के उदाहरण से लेखक क्या समझाना चाहते हैं?
उत्तर: लेखक समझाना चाहते हैं कि प्रेम और मिठास से लोग अधिक आकर्षित होते हैं, न कि कठोरता और गुस्से से।
प्रश्न 6 : गांधी जी ने सरदार पृथ्वी सिंह से क्या कहा?
उत्तर: गांधी जी ने कहा कि उनका आश्रम एक योगशाला है, जहाँ अलग-अलग स्वभाव के लोग अहिंसा के सीमेन्ट से जुड़े रहते हैं।
प्रश्न 7 : पाठ से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर: पाठ से हमें शिक्षा मिलती है कि हमें दूसरों की बुराई करने के बजाय अपने गुण सुधारने चाहिए और प्रेमपूर्वक व्यवहार करना चाहिए।
लंबे प्रश्न
प्रश्न 1 : “आप भले तो जग भला” पाठ का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर: पाठ का मुख्य संदेश है कि दुनिया हमारे व्यवहार का प्रतिबिंब है। यदि हम प्रेम, सद्भाव और सकारात्मकता के साथ रहेंगे, तो हमें वैसा ही व्यवहार वापस मिलेगा। हमें दूसरों की आलोचना करने के बजाय उनके गुणों को देखना चाहिए।
प्रश्न 2 : लेखक ने अपने मित्र की आलोचना की आदत को सुधारने के लिए क्या उपाय सुझाए?
उत्तर: लेखक ने अपने मित्र को समझाया कि आलोचना से लोगों का दिल दुखता है। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रेम और सहानुभूति से बात करने से ही लोगों को सुधारा जा सकता है।
प्रश्न 3 : गांधी जी के आश्रम को “योगशाला” कहने का क्या महत्व है?
उत्तर: गांधी जी का आश्रम विभिन्न स्वभाव के लोगों को साथ लाने का स्थान था। अहिंसा वहाँ सीमेन्ट का काम करती थी, जो सभी को जोड़ती थी। यह दिखाता है कि प्रेम और सहनशीलता से एकता बनाई जा सकती है।
प्रश्न 4 : “दुनिया में पूर्ण कौन है?” इस पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: इस पंक्ति का अर्थ है कि हर व्यक्ति में कुछ न कुछ कमियाँ होती हैं। इसलिए दूसरों की आलोचना करने के बजाय हमें उनकी अच्छाइयों को देखना चाहिए और अपने अवगुणों को सुधारने का प्रयास करना चाहिए।
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