Important Questions For All Chapters – हिन्दी Class 6
प्रश्न 1: महर्षि दधीचि कौन थे, और वे क्यों प्रसिद्ध हैं?
उत्तर: महर्षि दधीचि एक परोपकारी ऋषि थे जो अपनी अस्थियाँ दान करने के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने असुरों को हराने के लिए अपनी अस्थियाँ दान दीं।
प्रश्न 2: महर्षि दधीचि कहाँ रहते थे?
उत्तर: महर्षि दधीचि नैमिषारण्य (सीतापुर, उत्तर प्रदेश) के घने जंगल में आश्रम बनाकर रहते थे।
प्रश्न 3: देवताओं को महर्षि दधीचि की अस्थियों की आवश्यकता क्यों थी?
उत्तर: देवताओं को असुरों के सेनापति वृत्रासुर को हराने के लिए एक विशेष अस्त्र की आवश्यकता थी, जो महर्षि दधीचि की अस्थियों से बनाया जा सकता था।
प्रश्न 4: देवता असुरों से क्यों हार रहे थे?
उत्तर: असुर शक्तिशाली थे और देवताओं के पास उन्हें हराने के लिए उचित साधन नहीं थे।
प्रश्न 5: महर्षि दधीच ने देवताओं की सहायता कैसे की?
उत्तर: महर्षि दधीचि ने अपनी अस्थियाँ दान देकर देवताओं को एक शक्तिशाली अस्त्र बनाने में सहायता की।
प्रश्न 6: महर्षि दधीचि का योगदान मानवता के लिए क्या सिखाता है?
उत्तर: महर्षि दधीचि का योगदान सिखाता है कि परोपकार और बलिदान सबसे बड़े मानवीय गुण हैं।
प्रश्न 7: महर्षि दधीचि की अस्थियों से क्या बनाया गया?
उत्तर: महर्षि दधीचि की अस्थियों से वज्र नामक अस्त्र बनाया गया।
प्रश्न 8: वृत्रासुर कौन था?
उत्तर: वृत्रासुर असुरों का सेनापति था, जो बहुत ही क्रूर और अत्याचारी था।
प्रश्न 9: महर्षि दधीचि के बलिदान के बाद क्या हुआ?
उत्तर: महर्षि दधीचि के बलिदान के बाद वज्र अस्त्र से वृत्रासुर मारा गया और देवताओं की विजय हुई।
प्रश्न 10: नैमिषारण्य में महर्षि दधीच की याद में क्या आयोजन होता है?
उत्तर: नैमिषारण्य में फाल्गुन माह में महर्षि दधीच की याद में एक मेला आयोजित किया जाता है।
प्रश्न 11: महर्षि दधीचि के पास देवता कब और क्यों आए?
उत्तर: जब देवता असुरों से हारने लगे, तब वे महर्षि दधीच के पास उनकी अस्थियों का दान मांगने आए।
प्रश्न 12: महर्षि दधीचि ने अपनी अस्थियाँ दान देने का निर्णय कैसे लिया?
उत्तर: महर्षि दधीचि ने बिना किसी भय और संकोच के अपनी अस्थियाँ दान देने का निर्णय लिया।
प्रश्न 13: महर्षि दधीचि का बलिदान क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर: महर्षि दधीचि का बलिदान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्होंने समाज के कल्याण के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया।
प्रश्न 14: यज्ञ के महत्व के बारे में क्या कहा गया है?
उत्तर: पाठ में बताया गया है कि यज्ञ के माध्यम से असंभव कार्य भी संभव हो सकते हैं।
प्रश्न 15: महर्षि दधीचि की कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर: इस कहानी से हमें सिख मिलती है कि दूसरों की भलाई के लिए अपने स्वार्थ का त्याग करना ही सच्चा परोपकार है।
Leave a Reply