Important Questions For All Chapters – हिंदी Class 10
लघु प्रश्न
1. तुलसीदास का जन्म कहाँ और कब हुआ?
उत्तर: राजापुर, चित्रकूट में 1554 वि. संवत में।
2. तुलसीदास का बचपन का नाम क्या था?
उत्तर: बचपन में उन्हें रामबोला कहा जाता था।
3. तुलसीदास जी की भक्ति का मुख्य भाव क्या है?
उत्तर: उनकी भक्ति का भाव दास्य भाव था।
4. रामचरितमानस की रचना किस भाषा में हुई?
उत्तर: रामचरितमानस अवधी भाषा में रची गई।
5. तुलसीदास का प्रमुख महाकाव्य कौन सा है?
उत्तर: रामचरितमानस उनका प्रमुख महाकाव्य है।
6. तुलसीदास को वैराग्य किस घटना से हुआ?
उत्तर: पत्नी रत्नावली की फटकार से वैराग्य हुआ।
7. ‘धनुष भंग’ प्रसंग किस ग्रंथ से लिया गया है?
उत्तर: यह प्रसंग रामचरितमानस से लिया गया है।
8. तुलसीदास की मृत्यु कहाँ हुई?
उत्तर: अस्सी घाट, काशी में 1680 वि. संवत में।
9. रामचरितमानस में तुलसीदास ने राम को क्या कहा?
उत्तर: मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में वर्णित किया।
10. तुलसीदास ने कौन-कौन सी भाषाओं का प्रयोग किया?
उत्तर: अवधी और ब्रजभाषा का प्रयोग किया।
11. तुलसीदास के गुरु का नाम क्या था?
उत्तर: उनके गुरु का नाम नरहरिदास था।
12. रामचरितमानस किस सन् में आरंभ हुआ?
उत्तर: संवत 1631 में इसका लेखन शुरू हुआ।
13. तुलसीदास ने किस देवता के धनुष का वर्णन किया?
उत्तर: उन्होंने भगवान शिव के धनुष का वर्णन किया।
14. तुलसीदास की प्रमुख कृतियाँ कौन-कौन सी हैं?
उत्तर: रामचरितमानस, गीतावली, विनय पत्रिका।
15. तुलसीदास को राम के किस गुण ने सबसे अधिक प्रभावित किया?
उत्तर: राम के शील और सौंदर्य ने।
16. तुलसीदास की मृत्यु का वर्णन किस दोहे में है?
उत्तर: ‘संवत सोलह सौ असी, असी गंग के तीर।’
17. तुलसीदास की रचनाओं में कौन सा आदर्श मिलता है?
उत्तर: मानव जीवन के उच्च आदर्श मिलते हैं।
18. सिया और राम के बीच प्रेम किस रस में दिखता है?
उत्तर: शृंगार रस में यह प्रेम व्यक्त होता है।
19. ‘धनुष भंग’ के समय राजा जनक क्यों चिंतित थे?
उत्तर: राम की कोमल काया देखकर चिंतित थे।
20. तुलसीदास का साहित्य में क्या स्थान है?
उत्तर: हिन्दी साहित्य के सर्वश्रेष्ठ कवि।
दीर्घ प्रश्न
1. तुलसीदास का जीवन परिचय लिखिए।
उत्तर: तुलसीदास का जन्म 1554 वि. संवत में चित्रकूट के राजापुर में हुआ। बचपन में रामबोला कहे जाने वाले तुलसीदास ने नरहरिदास से शिक्षा पाई। पत्नी की फटकार से उन्हें वैराग्य प्राप्त हुआ और वे राम भक्ति में लीन हो गए।
2. रामचरितमानस का साहित्यिक महत्व बताइए।
उत्तर: रामचरितमानस में राम के चरित्र को मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में प्रस्तुत किया गया है। यह ग्रंथ भारतीय सभ्यता और संस्कृति का अद्वितीय चित्रण है। इसकी लोकप्रियता इसे विश्व साहित्य में स्थान दिलाती है।
3. तुलसीदास का ‘धनुष भंग’ प्रसंग किस प्रकार महत्वपूर्ण है?
उत्तर: ‘धनुष भंग’ प्रसंग राम के शौर्य और सीता के प्रेम को दर्शाता है। इसमें शिव के धनुष को तोड़कर राम ने सभी राजाओं को परास्त किया। यह प्रसंग रामचरितमानस के सबसे प्रसिद्ध भागों में से है।
4. तुलसीदास की भक्ति का वर्णन कीजिए।
उत्तर: तुलसीदास की भक्ति दास्य भाव पर आधारित थी। उन्होंने राम को मर्यादा पुरुषोत्तम और शिव को राम भक्त के रूप में प्रस्तुत किया। उनकी रचनाएँ भक्ति, ज्ञान और काव्य सौंदर्य का संगम हैं।
5. ‘रामचरितमानस’ की भाषा शैली का वर्णन करें।
उत्तर: रामचरितमानस अवधी में लिखा गया है, जिसमें संस्कृत शब्दों का भी प्रयोग हुआ है। इसकी भाषा सरल, सरस और मधुर है। तुलसीदास ने छंद, दोहा, चौपाई आदि का सुंदर उपयोग किया है।
6. ‘वन-पथ पर’ कविता का सारांश लिखिए।
उत्तर: ‘वन-पथ पर’ कविता में सीता, राम और लक्ष्मण के वनवास के समय का वर्णन है। सीता की थकावट और प्रेम, राम की संवेदनशीलता, और प्रकृति के सौंदर्य का चित्रण किया गया है। यह कविता भावनात्मक और गहन है।
7. तुलसीदास को किस प्रकार का साहित्यिक सम्मान प्राप्त है?
उत्तर: तुलसीदास को हिन्दी साहित्य में सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। उन्होंने भक्ति और प्रेम को सरलता से व्यक्त किया। उनका काव्य जनता के हृदय में गहरी छाप छोड़ता है।
8. तुलसीदास की प्रमुख रचनाएँ कौन-कौन सी हैं?
उत्तर: उनकी प्रमुख रचनाएँ रामचरितमानस, गीतावली, विनय पत्रिका, कवितावली, और दोहावली हैं। इनमें भक्ति, प्रेम और ज्ञान का सुंदर चित्रण है। उनकी रचनाएँ आज भी लोकप्रिय हैं।
9. ‘धनुष भंग’ में राम के गुणों का वर्णन करें।
उत्तर: ‘धनुष भंग’ में राम की वीरता और कोमलता दोनों का वर्णन है। उन्होंने शिव का धनुष तोड़कर अपने शौर्य को सिद्ध किया। साथ ही, सीता के प्रति उनके प्रेम और संवेदनशीलता को दिखाया गया है।
10. तुलसीदास का साहित्य क्यों अमर है?
उत्तर: तुलसीदास का साहित्य भक्ति, ज्ञान, और आदर्शों का संगम है। उन्होंने अपनी रचनाओं में मानव जीवन के आदर्श और मर्यादा का चित्रण किया। उनका साहित्य आज भी प्रेरणा का स्रोत है।
11. ‘वन-पथ पर’ में सीता की व्याकुलता कैसे व्यक्त होती है?
उत्तर: सीता थकावट से व्याकुल होकर राम से रुकने की प्रार्थना करती हैं। उनकी नारीसुलभ कोमलता और प्रेम झलकता है। यह कविता राम और सीता के भावनात्मक संबंध को दर्शाती है।
12. ‘रामचरितमानस’ में राम के आदर्श चरित्र का वर्णन करें।
उत्तर: तुलसीदास ने राम को शील, शक्ति, और सौंदर्य का आदर्श स्वरूप बताया है। उन्होंने राम को मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में चित्रित किया। रामचरितमानस में उनका चरित्र मानव जीवन के उच्चतम आदर्शों का प्रतीक है।
13. ‘धनुष भंग’ में राजा जनक की चिंता का वर्णन कीजिए।
उत्तर: जनक राम की कोमल काया देखकर चिंतित हो जाते हैं। उन्हें डर था कि राम धनुष को तोड़ नहीं पाएंगे। यह उनकी पिता समान भावना और राम के प्रति स्नेह को दर्शाता है।
14. तुलसीदास की भाषा की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर: तुलसीदास की भाषा अवधी और ब्रज का सुंदर मेल है। उन्होंने अपनी भाषा में सरलता, मधुरता, और प्रभावशीलता का समावेश किया। उनकी भाषा में संस्कृत के शब्दों का प्रयोग भी मिलता है।
15. ‘वन-पथ पर’ और ‘धनुष भंग’ में तुलसीदास की लेखनी कैसी है?
उत्तर: दोनों कविताओं में तुलसीदास की लेखनी भावनाओं और आदर्शों को व्यक्त करती है। उन्होंने प्रकृति, प्रेम, और वीरता का अद्भुत चित्रण किया है। उनकी शैली सरल और प्रभावशाली है।
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