Important Questions For All Chapters – हिंदी Class 10
लघु प्रश्न
1. मैथिलीशरण गुप्त का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
- 3 अगस्त 1886, चिरगाँव, झाँसी।
2. मैथिलीशरण गुप्त को किस उपाधि से सम्मानित किया गया?
- राष्ट्रकवि।
3. मैथिलीशरण गुप्त की प्रमुख रचनाओं में कौन-कौन सी शामिल हैं?
- भारत-भारती, साकेत, यशोधरा, द्वापर।
4. मैथिलीशरण गुप्त की कविता की भाषा क्या थी?
- शुद्ध साहित्यिक और परिमार्जित खड़ीबोली।
5. गुप्त जी की मृत्यु कब हुई?
- 12 दिसंबर 1964।
6. कविता का शीर्षक क्या है?
- भारत माता का मंदिर।
7. कविता में किस भावना का चित्रण है?
- समानता और कल्याण की भावना।
8. ‘भारत माता का मंदिर’ में किसका स्वागत है?
- सभी का, जाति-धर्म से परे।
9. कविता में किन महापुरुषों का ध्यान किया गया है?
- राम, रहीम, बुद्ध, ईसा।
10. कविता में वर्णित हृदय पवित्र कैसे बनता है?
- प्रेम और समानता के विचारों को अपनाकर।
11. इस कविता का मुख्य संदेश क्या है?
- सबका कल्याण और समानता।
12. ‘रेखाएँ प्रस्तुत हैं’ से कवि क्या कहना चाहता है?
- अपने जीवन को आदर्शों से सजाने का संदेश।
13. कविता में किन आदर्शों पर जोर दिया गया है?
- एकता और भाईचारे पर।
14. कविता में धर्म और संप्रदाय के प्रति क्या दृष्टिकोण है?
- कोई भेदभाव नहीं।
15. कविता का समापन किस संदेश से होता है?
- सबका कल्याण और प्रसाद प्राप्ति।
दीर्घ प्रश्न
1. मैथिलीशरण गुप्त का साहित्यिक योगदान क्या है?
- मैथिलीशरण गुप्त को राष्ट्रकवि कहा जाता है। उन्होंने खड़ीबोली को काव्य की भाषा के रूप में स्थापित किया और उनकी रचनाओं में राष्ट्रीयता और मानवता के संदेश प्रमुख हैं। उनकी रचनाएँ भारतीय संस्कृति, इतिहास और समाज का प्रतिनिधित्व करती हैं।
2. ‘भारत माता का मंदिर’ कविता का केन्द्रीय भाव क्या है?
- यह कविता समानता, प्रेम, और समस्त मानव जाति के कल्याण की भावना का संदेश देती है। कवि ने इसमें भेदभाव से मुक्त समाज की कल्पना की है। सभी धर्म, जातियों और संस्कृतियों का आदर करने की प्रेरणा दी गई है।
3. गुप्तजी की भाषा और शैली की विशेषता क्या है?
- गुप्तजी की भाषा शुद्ध, परिष्कृत खड़ीबोली है, जिसमें संगीत, लय और सरलता का समावेश है। उन्होंने अपने काव्य में लोकोक्तियों और मुहावरों का स्वाभाविक प्रयोग किया। उनकी शैली प्रबन्धात्मक और भावप्रधान है।
4. ‘भारत माता का मंदिर’ कविता में धर्मों के प्रति कवि का दृष्टिकोण क्या है?
- कवि ने धर्मों के बीच समानता और सम्मान का संदेश दिया है। राम, रहीम, बुद्ध और ईसा जैसे महापुरुषों का ध्यान समान रूप से किया गया है। यह कविता सभी धर्मों को प्रेम और मानवता के सूत्र में पिरोती है।
5. मैथिलीशरण गुप्त को राष्ट्रकवि क्यों कहा जाता है?
- उनकी कविताओं में राष्ट्रप्रेम और भारतीय संस्कृति का वर्णन है। उन्होंने अपनी रचनाओं से लोगों में राष्ट्रीय चेतना जगाई। उनके काव्य में भारतीय समाज की समस्याओं और समाधान का भी उल्लेख है।
6. कविता में ‘अजातशत्रु’ का क्या अर्थ है?
- ‘अजातशत्रु’ का अर्थ है वह व्यक्ति जिसका कोई शत्रु न हो। कविता में यह संदेश दिया गया है कि हमें प्रेम और समानता की भावना से सभी को मित्र बनाना चाहिए। यह मानवता की सबसे बड़ी पहचान है।
7. गुप्तजी की रचनाओं में नारी का स्थान क्या है?
- उनकी रचनाओं में नारी के त्याग, करुणा और सहनशीलता को प्रमुखता दी गई है। ‘यशोधरा’ और ‘साकेत’ में उर्मिला और यशोधरा को आदर्श नारी के रूप में प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने नारी को समाज की शक्ति और प्रेरणा बताया है।
8. ‘भारत माता का मंदिर’ में ‘रेखाएँ प्रस्तुत हैं’ का अर्थ क्या है?
- कवि कहता है कि जीवन के आदर्शों को अपनाकर हम अपने चरित्र का निर्माण कर सकते हैं। यह रेखाएँ हमारे विचारों और कर्मों का प्रतीक हैं। कविता प्रेरणा देती है कि हम उच्च आदर्शों का पालन करें।
9. मैथिलीशरण गुप्त की कविताओं पर गाँधीवाद का क्या प्रभाव है?
- गुप्तजी की कविताओं में गाँधीवाद के सिद्धांत—अहिंसा, सत्य और स्वदेश प्रेम—स्पष्ट रूप से दिखते हैं। उनकी कविताएँ सामाजिक सुधार और राष्ट्रीय एकता के विचारों से प्रेरित हैं। गाँधी जी के विचारों ने उनकी रचनाओं में नई दिशा दी।
10. ‘भारत माता का मंदिर’ कविता का क्या संदेश है?
- कविता एकता, समानता, और भाईचारे का संदेश देती है। यह जाति, धर्म और संप्रदाय से ऊपर उठकर सभी के कल्याण की बात करती है। इसमें प्रेम और मानवता को प्राथमिकता दी गई है।
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