Important Questions For All Chapters – हिंदी Class 10
लघु प्रश्न
1. भारतीय संस्कृति का मूल आधार क्या है?
उत्तर: भारतीय संस्कृति का मूल आधार अहिंसा और त्याग है।
2. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने किस पत्रिका का संपादन किया?
उत्तर: उन्होंने ‘देश’ पत्रिका का सफलतापूर्वक संपादन किया।
3. भारत में कितनी भाषाएँ और बोलियाँ प्रचलित हैं?
उत्तर: भारत में अनेक भाषाएँ और असंख्य बोलियाँ हैं।
4. ‘तेन त्यक्तेन भुञ्जीथाः’ का अर्थ क्या है?
उत्तर: इसका अर्थ है- त्याग की भावना से भोग करो।
5. भारत में सबसे अधिक वर्षा किस स्थान पर होती है?
उत्तर: असम की पहाड़ियों में सबसे अधिक वर्षा होती है।
6. भारतीय संस्कृति में विविधता में एकता का प्रतीक क्या है?
उत्तर: विभिन्न धर्म, भाषा और परंपराओं में एकता।
7. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने वकालत कब छोड़ी थी?
उत्तर: उन्होंने 1920 में वकालत छोड़ दी थी।
8. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने गांधीजी से क्या सीखा?
उत्तर: उन्होंने अहिंसा, सेवा और त्याग की सीख ली।
9. भारत का सबसे शुष्क क्षेत्र कौन-सा है?
उत्तर: जैसलमेर भारत का सबसे शुष्क क्षेत्र है।
10. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद किस आंदोलन से जुड़े थे?
उत्तर: वे चंपारण सत्याग्रह से जुड़े थे।
11. भारतीय संस्कृति में भोग को किससे जोड़ा गया है?
उत्तर: भोग को त्याग की भावना से जोड़ा गया है।
12. भारतीय संस्कृति में कौन-सी नैतिक भावना प्रमुख है?
उत्तर: अहिंसा, सेवा और त्याग की भावना प्रमुख है।
13. भारत में कौन-से प्रमुख पर्वत श्रृंखलाएँ हैं?
उत्तर: हिमालय, अरावली, सतपुड़ा, सह्याद्रि, नीलगिरी।
14. कवि इकबाल की कौन-सी पंक्ति का उल्लेख हुआ है?
उत्तर: “कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी।”
15. भारत में सबसे कम वर्षा कहाँ होती है?
उत्तर: जैसलमेर में सबसे कम वर्षा होती है।
16. भारतीय संस्कृति में किस प्रकार की विविधता है?
उत्तर: धर्म, भाषा, खान-पान और वेशभूषा में विविधता।
17. अहिंसा का दूसरा नाम क्या बताया गया है?
उत्तर: अहिंसा का दूसरा नाम त्याग है।
18. भारतीय संस्कृति में धर्मों का क्या महत्व है?
उत्तर: विभिन्न धर्मों का समान रूप से सम्मान होता है।
19. भारत की प्राकृतिक विविधता का क्या प्रभाव है?
उत्तर: यह जीवनशैली, खानपान और वेशभूषा पर प्रभाव डालती है।
20. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की प्रमुख कृतियाँ कौन-सी हैं?
उत्तर: ‘इंडिया डिवाइडेड’, ‘सत्याग्रह एट चंपारण’, ‘मेरी आत्मकथा’।
दीर्घ प्रश्न
1. भारतीय संस्कृति में विविधता में एकता कैसे है?
उत्तर: भारत में विभिन्न धर्म, भाषाएँ, जातियाँ और परंपराएँ होते हुए भी एकता है। सभी विविधताओं को भारतीय संस्कृति एक सूत्र में बाँधती है। यही विशेषता भारत को अद्वितीय बनाती है।
2. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का भारतीय संस्कृति पर क्या दृष्टिकोण था?
उत्तर: डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने भारतीय संस्कृति को एकता, सहिष्णुता और नैतिकता का प्रतीक माना। उन्होंने विविधताओं में समरसता को भारतीय संस्कृति की विशेषता बताया। यह संस्कृति प्रेम, त्याग और सेवा पर आधारित है।
3. अहिंसा भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग क्यों है?
उत्तर: भारतीय संस्कृति में अहिंसा को जीवन का मूल मंत्र माना गया है। यह समाज में शांति, सद्भाव और भाईचारा स्थापित करती है। गांधीजी ने भी इसी अहिंसा के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम लड़ा।
4. भारत की भौगोलिक विविधता का जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर: भारत की भौगोलिक विविधता लोगों के रहन-सहन, खान-पान और वेशभूषा पर प्रभाव डालती है। अलग-अलग क्षेत्रों की जलवायु उनके जीवनशैली को प्रभावित करती है। यह विविधता भारतीय संस्कृति की विशेषता है।
5. ‘तेन त्यक्तेन भुञ्जीथाः’ का भारतीय संस्कृति में क्या महत्व है?
उत्तर: यह वाक्य त्याग से भोग करने की शिक्षा देता है। भारतीय संस्कृति में भोग भी त्याग की भावना से किया जाता है। यह संतुलन और सामाजिक समरसता का प्रतीक है।
6. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने हिंदी साहित्य को कैसे समृद्ध किया?
उत्तर: उन्होंने ‘देश’ पत्रिका का संपादन कर हिंदी साहित्य को समृद्ध किया। उनके लेख सामाजिक, शैक्षिक और सांस्कृतिक विषयों पर आधारित थे। उनके लेखन से हिंदी भाषा को मजबूती मिली।
7. गाँधीजी ने जनसाधारण को कैसे जागरूक किया?
उत्तर: गाँधीजी ने अहिंसा, सेवा और त्याग से जनता को जागरूक किया। सत्याग्रह और असहयोग आंदोलन से जनता में आत्मबल और राष्ट्रभक्ति की भावना जगी। इससे स्वतंत्रता संग्राम में व्यापक भागीदारी हुई।
8. भारत में धार्मिक विविधता का समाज पर क्या प्रभाव है?
उत्तर: भारत में विभिन्न धर्मों के लोग शांतिपूर्वक सह-अस्तित्व में रहते हैं। यह धार्मिक सहिष्णुता और आपसी भाईचारे का प्रतीक है। सभी धर्मों का आपसी सम्मान ही भारत की संस्कृति की पहचान है।
9. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की भाषा शैली की विशेषताएँ क्या हैं?
उत्तर: डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की भाषा सरल, सहज और व्यावहारिक थी। उन्होंने ग्रामीण शब्दों और कहावतों का प्रयोग किया। उनकी भाषा में सहजता और प्रभावशीलता है।
10. भारतीय संस्कृति में प्राकृतिक विविधता का क्या महत्व है?
उत्तर: भारत की भौगोलिक विविधता जीवनशैली, भोजन और वेशभूषा पर प्रभाव डालती है। विभिन्न क्षेत्रों की जलवायु और भौगोलिक स्थिति संस्कृति को समृद्ध बनाती है। इससे भारत की सांस्कृतिक विविधता बढ़ती है।
11. भारत में विविध भाषाओं का एकता में क्या योगदान है?
उत्तर: भारत में कई भाषाएँ और बोलियाँ बोली जाती हैं, फिर भी एकता बनी रहती है। देवनागरी लिपि से भाषाओं का आपसी समन्वय संभव होता है। इससे राष्ट्रीय एकता मजबूत होती है।
12. भारतीय संस्कृति में सेवा और त्याग का क्या महत्व है?
उत्तर: सेवा और त्याग भारतीय संस्कृति के मूल तत्व हैं। व्यक्ति का कल्याण तभी संभव है जब वह समाज की सेवा और त्याग की भावना से कार्य करे। यही सामाजिक समरसता का आधार है।
13. भारत में विभिन्न धर्मों का समावेश कैसे हुआ?
उत्तर: भारत ने हमेशा विभिन्न धर्मों का खुले दिल से स्वागत किया। यहाँ सभी धर्मों को स्वतंत्रता और सम्मान प्राप्त है। यही धार्मिक सहिष्णुता भारत की विशेषता है।
14. गाँधीजी के नेतृत्व में जनआंदोलन कैसे सफल हुए?
उत्तर: गाँधीजी ने अहिंसा और सत्याग्रह के माध्यम से जनता को संगठित किया। उनके नेतृत्व में आंदोलन शांतिपूर्ण और प्रभावी रहे। इससे जनता में आत्मबल और स्वतंत्रता की भावना जगी।
15. भारतीय संस्कृति का वैश्विक महत्व क्या है?
उत्तर: भारतीय संस्कृति अहिंसा, सत्य और सेवा पर आधारित है। यह केवल भारत ही नहीं, पूरी मानवता के कल्याण का संदेश देती है। इसकी सार्वभौमिकता इसे विशेष बनाती है।
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