Notes For All Chapters – हिंदी Class 10
दो लघुकथाएँ
लेखिका परिचय: नरेंद्रकौर छाबड़ा
- नरेंद्रकौर छाबड़ा प्रसिद्ध हिंदी लेखिका हैं।
- वे कहानियों के साथ-साथ लघुकथाएँ लिखने के लिए भी जानी जाती हैं।
- उनकी लघुकथाएँ विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रही हैं।
- उनकी प्रमुख कृति “मेरी चुनिंदा लघुकथाएँ” है।
पहली लघुकथा: कंगाल
कहानी का सारांश:
यह कहानी समाज में व्याप्त अमीरी और गरीबी के प्रति लोगों की मानसिकता को दर्शाती है। एक पर्यटक गर्मी से परेशान होकर कुछ दिन पहाड़ों पर बिताने जाता है। पहाड़ों की सुंदरता और शांत वातावरण उसे सुकून देता है। एक दिन, जब वह झील के किनारे टहल रहा होता है, तब एक भुट्टेवाला उससे भुट्टा खरीदने के लिए कहता है। जब भुट्टेवाला पाँच रुपये में एक भुट्टा देने की बात करता है, तो पर्यटक मोलभाव करने लगता है और कीमत कम करवाने की कोशिश करता है। लेकिन तभी उसे अहसास होता है कि वह बड़े होटलों और मॉल में बिना मोलभाव किए हजारों रुपये खर्च कर देता है, लेकिन गरीबों से पैसे कम कराने की आदत रखता है। इस विचार से उसका मन बदल जाता है और वह बिना मोलभाव किए भुट्टेवाले से भुट्टे खरीद लेता है। कहानी का मुख्य संदेश यह है कि असली कंगाल वे लोग हैं जो गरीबों की मेहनत की कीमत नहीं समझते।
मुख्य बिंदु:
- पर्यटक गर्मी से बचने के लिए पहाड़ों पर घूमने जाता है।
- वहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य उसे शांति प्रदान करता है।
- एक दिन वह झील किनारे टहलते हुए एक भुट्टेवाले से मिलता है।
- भुट्टेवाला पाँच रुपये में भुट्टा बेचता है, लेकिन पर्यटक तीन रुपये में लेने की जिद करता है।
- उसे अहसास होता है कि वह बड़े होटलों में बिना मोलभाव किए खर्च करता है, लेकिन गरीब से मोलभाव कर रहा है।
- यह सोच बदलते ही वह खुशी-खुशी भुट्टेवाले से भुट्टा खरीद लेता है।
- कहानी यह संदेश देती है कि हमें गरीबों की मेहनत की कद्र करनी चाहिए।
दूसरी लघुकथा: सही उत्तर
कहानी का सारांश:
यह कहानी भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के खिलाफ एक युवक की ईमानदारी को दर्शाती है। एक शिक्षित युवक कई जगह नौकरी के लिए आवेदन करता है, लेकिन हर जगह रिश्वत और सिफारिश के कारण उसे असफलता ही मिलती है। वह समाज में फैले भ्रष्टाचार से निराश हो चुका था। एक दिन, उसे फिर से एक साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। वहाँ अधिकारियों ने उससे भ्रष्टाचार पर उसकी राय पूछी। युवक ने पूरी ईमानदारी से जवाब दिया कि भ्रष्टाचार देश के लिए एक घुन की तरह है, जो समाज को खोखला कर रहा है। जब अधिकारियों ने उससे रिश्वत के बारे में पूछा, तो उसने इसे भ्रष्टाचार की बहन बताया, जिससे गलत काम पूरे कराए जाते हैं। युवक को विश्वास था कि उसे फिर से अस्वीकार कर दिया जाएगा, लेकिन अधिकारियों ने उसकी ईमानदारी से प्रभावित होकर उसे नौकरी के लिए चुन लिया। यह कहानी यह संदेश देती है कि सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता।
मुख्य बिंदु:
- एक योग्य युवक नौकरी के लिए कई जगह आवेदन करता है, लेकिन रिश्वत के कारण उसे सफलता नहीं मिलती।
- वह भ्रष्टाचार से निराश हो चुका था और समाज की स्थिति को कोस रहा था।
- उसे एक और साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है।
- वहाँ अधिकारियों ने उससे भ्रष्टाचार पर उसकी राय पूछी।
- युवक ने जवाब दिया कि भ्रष्टाचार देश के लिए एक कलंक है और यह समाज को बर्बाद कर रहा है।
- उसने रिश्वत को भ्रष्टाचार की बहन कहा, जिससे गलत काम पूरे कराए जाते हैं।
- अधिकारियों ने उसकी ईमानदारी को पहचानकर उसे नौकरी के लिए चुन लिया।
- कहानी यह संदेश देती है कि सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन अंततः उसकी जीत होती है।
प्रमुख शिक्षाएँ (नैतिक मूल्य):
कंगाल कहानी से सीख:
- हमें गरीबों की मेहनत की कद्र करनी चाहिए।
- अमीर दुकानों पर बिना मोलभाव के खर्च करना और गरीबों से मोलभाव करना गलत मानसिकता है।
- सच्ची इंसानियत गरीबों का सम्मान करने में है।
सही उत्तर कहानी से सीख:
- ईमानदारी और सत्य का पालन करने वाले अंततः सफल होते हैं।
- रिश्वत और भ्रष्टाचार समाज को खोखला कर रहे हैं।
- हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज उठानी चाहिए।
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