Important Question For All Chapters – हिंदी Class 10
जब तक जिंदा रहूँ, लिखता रहूँ
Short Questions
1. “जब तक जिंदा रहूँ, लिखता रहूँ” के लेखक कौन हैं?
- इस पाठ के लेखक विश्वनाथ प्रसाद तिवारी हैं।
2. लेखक ने इस साक्षात्कार में किसका साक्षात्कार लिया है?
- उन्होंने प्रसिद्ध साहित्यकार अमृतलाल नागर जी का साक्षात्कार लिया है।
3. अमृतलाल नागर जी का पहला उपन्यास कौन सा था?
- उनका पहला उपन्यास “महाकाल” था।
4. नागर जी की पहली कविता किस घटना से प्रेरित थी?
- साइमन कमीशन के विरोध और लाठीचार्ज की घटना से प्रेरित थी।
5. नागर जी ने किस महान स्वतंत्रता सेनानी से व्यक्तिगत मुलाकात की थी?
- उन्होंने जवाहरलाल नेहरू से मुलाकात की थी।
6. अमृतलाल नागर जी की पहली प्रकाशित कहानी कौन सी थी?
- उनकी पहली प्रकाशित कहानी “अपशकुन” थी।
7. नागर जी के साहित्य पर किसका सबसे अधिक प्रभाव पड़ा?
- प्रेमचंद, बंकिमचंद्र चटर्जी और शरतचंद्र के साहित्य का प्रभाव पड़ा।
8. नागर जी के पिता जी ने उन्हें स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल होने से क्यों रोका?
- क्योंकि वे सरकारी कर्मचारी थे और आंदोलन से परिवार पर असर पड़ सकता था।
9. नागर जी ने किस विषय पर सबसे अधिक लिखा?
- उन्होंने सामाजिक समस्याओं, गरीबी, और मानवीय संवेदनाओं पर लिखा।
10. कौन सी पुस्तक बाद में “भूख” नाम से प्रकाशित हुई?
- उनका उपन्यास “महाकाल” बाद में “भूख” नाम से प्रकाशित हुआ।
11. नागर जी को लेखन के लिए प्रेरणा कहाँ से मिली?
- उन्हें अपने पारिवारिक संस्कारों और सामाजिक परिस्थितियों से प्रेरणा मिली।
12. नागर जी ने किन प्रमुख साहित्यकारों से प्रभावित होकर लिखना शुरू किया?
- वे प्रेमचंद, बंकिमचंद्र, शरतचंद्र और कौशिक से प्रभावित थे।
13. नागर जी ने अपने उपन्यासों के लिए फील्डवर्क कैसे किया?
- उन्होंने सफाईकर्मियों की बस्तियों और विभिन्न स्थानों पर जाकर अध्ययन किया।
14. नागर जी अपने साहित्य को किस उद्देश्य से लिखते थे?
- वे समाज की वास्तविकता को उजागर करने और बदलाव लाने के उद्देश्य से लिखते थे।
Long Questions
1. नागर जी ने अपनी पहली कविता कब और क्यों लिखी?
- नागर जी ने अपनी पहली कविता 1928-29 में साइमन कमीशन के विरोध में हुए लाठीचार्ज से प्रभावित होकर लिखी। इस कविता में उन्होंने अन्याय और दमन के खिलाफ आवाज उठाई, जो उनके लेखन की प्रेरणा बनी।
2. नागर जी के साहित्य में गरीबों के प्रति संवेदना कैसे व्यक्त हुई है?
- नागर जी ने अपनी कहानियों और उपन्यासों में समाज के वंचित और शोषित वर्ग की समस्याओं को प्रमुखता से दर्शाया। उनकी कहानी “प्रायश्चित” में सामाजिक अन्याय और गरीबों के प्रति करुणा का चित्रण मिलता है।
3. नागर जी के साहित्य पर स्वतंत्रता आंदोलन का क्या प्रभाव पड़ा?
- स्वतंत्रता आंदोलन ने नागर जी को समाज की वास्तविकता से परिचित कराया और उन्होंने इसे अपने साहित्य में स्थान दिया। वे आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल नहीं हो सके, लेकिन अपनी लेखनी के माध्यम से जनता को जागरूक किया।
4. नागर जी के प्रमुख साहित्यिक आदर्श कौन-कौन थे?
- नागर जी को प्रेमचंद, बंकिमचंद्र, शरतचंद्र और कौशिक जैसे साहित्यकारों से प्रेरणा मिली। उन्होंने इन लेखकों की यथार्थवादी लेखन शैली को अपनाया और समाज की सच्चाई को अपने साहित्य में प्रस्तुत किया।
5. नागर जी की जवाहरलाल नेहरू से पहली मुलाकात कब और कैसे हुई?
- 1933 में जब नेहरू जी की माता मेडिकल कॉलेज में भर्ती थीं, तब नागर जी रोज उनसे मिलने जाते थे। जेल से छूटने के बाद नेहरू जी से उनकी व्यक्तिगत बातचीत हुई, जिससे उनके विचार और गहरे हो गए।
6. नागर जी के अनुसार साहित्यकार का समाज के प्रति क्या दायित्व होना चाहिए?
- नागर जी मानते थे कि साहित्यकार को समाज की वास्तविकता को उजागर करके उसे सुधारने का प्रयास करना चाहिए। उनका लेखन गरीबों और वंचितों की समस्याओं को सामने लाने और समाज में बदलाव लाने पर केंद्रित था।
7. नागर जी ने अपने उपन्यासों के लिए कैसे शोध किया?
- अपने उपन्यासों की सच्चाई बनाए रखने के लिए उन्होंने सफाईकर्मियों की बस्तियों और अन्य समुदायों का अध्ययन किया। उन्होंने फील्डवर्क करके समाज के विभिन्न तबकों की वास्तविक स्थिति को अपने लेखन में प्रस्तुत किया।
8. नागर जी की लेखनी का मुख्य उद्देश्य क्या था?
- नागर जी का मुख्य उद्देश्य समाज की सच्चाई को उजागर करना और वंचित वर्ग की आवाज बनना था। वे अपने साहित्य के माध्यम से सामाजिक बदलाव और जागरूकता फैलाने में विश्वास रखते थे।
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