Important Questions For All Chapters – हिंदी Class 10th
गजल
Short Questions
1. माणिक वर्मा का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
उत्तर : माणिक वर्मा का जन्म 1938 में उज्जैन, मध्य प्रदेश में हुआ था।
2. माणिक वर्मा की प्रमुख साहित्यिक विधा कौन-सी थी?
उत्तर : वे हास्य-व्यंग्य और गजल लेखन में प्रमुख स्थान रखते थे।
3. गजल का क्या उद्देश्य होता है?
उत्तर : गजल में भावनाओं की अभिव्यक्ति के साथ जीवन को प्रेरित करने का उद्देश्य होता है।
4. ‘गजल मेरी इबादत है’ किसकी कृति है?
उत्तर : ‘गजल मेरी इबादत है’ माणिक वर्मा की कृति है।
5. गजलकार के अनुसार मनुष्य को किस प्रकार दिखना चाहिए?
उत्तर : गजलकार के अनुसार मनुष्य को अपने कर्मों से सुंदर दिखना चाहिए।
6. ‘स्वर्णिम शिखर’ का क्या अर्थ है?
उत्तर : ‘स्वर्णिम शिखर’ का अर्थ है सोने के समान चमकता हुआ उच्च स्थान।
7. ‘नींव के अंदर दिखो’ से कवि का क्या तात्पर्य है?
उत्तर : इसका तात्पर्य है कि मनुष्य को अपनी बुनियाद मजबूत करनी चाहिए, न कि सिर्फ बाहरी दिखावा करना चाहिए।
8. ‘मील का पत्थर बनकर दिखो’ का क्या तात्पर्य है?
उत्तर : इसका तात्पर्य है कि हमें अपने कर्मों से प्रेरणादायक बनना चाहिए।
9. ‘आईना बनकर दिखो’ का क्या अर्थ है?
उत्तर : इसका अर्थ है कि मनुष्य को समाज में ईमानदारी और सच्चाई का प्रतिबिंब बनकर रहना चाहिए।
10. गजलकार ने मोती बनने की तुलना किससे की है?
उत्तर : उन्होंने मोती बनने की तुलना आत्म-संयम और धैर्य से की है।
11. ‘धागे-सा जलकर मोम के भीतर दिखो’ का क्या अर्थ है?
उत्तर : इसका अर्थ है कि दूसरों की पीड़ा को समझने के लिए हमें स्वयं संघर्ष करना चाहिए।
12. ‘तुम रोशनी बनकर दिखो’ पंक्ति में कवि क्या संदेश दे रहे हैं?
उत्तर : कवि कह रहे हैं कि कठिनाइयों में भी आशा की किरण बने रहना चाहिए।
13. गजलकार के अनुसार ‘तितली के टूटे पर’ का क्या अर्थ है?
उत्तर : यह वाक्य जीवन की नाजुकता और संघर्ष को दर्शाता है।
14. कवि के अनुसार सच्चा ‘दिखना’ क्या होता है?
उत्तर : सच्चा दिखना बाहरी रूप से सुंदर दिखने के बजाय अपने कर्मों से प्रेरणादायक बनना होता है।
15. ‘पत्थरों के शहर में आईना बनकर दिखो’ का क्या तात्पर्य है?
उत्तर : इसका तात्पर्य है कि कठिन परिस्थितियों में भी ईमानदारी और सच्चाई बनाए रखनी चाहिए।
Long Questions
1. माणिक वर्मा की साहित्यिक विशेषताएँ क्या थीं?
उत्तर : माणिक वर्मा हास्य-व्यंग्य और गजल लेखन में निपुण थे। उनकी रचनाएँ सामाजिक चेतना और प्रेरणा देने वाली होती हैं। उनकी गजलें गहरी भावनाओं और जीवन दर्शन से परिपूर्ण होती हैं।
2. ‘स्वर्णिम शिखर बनकर दिखो’ पंक्ति का क्या भावार्थ है?
उत्तर : इस पंक्ति में कवि ने बाहरी सफलता से अधिक आंतरिक सशक्तिकरण पर बल दिया है। केवल ऊँचाइयों तक पहुँचना ही सफलता नहीं है, बल्कि नींव को मजबूत बनाना आवश्यक है। आत्मविकास और सशक्त कर्म ही व्यक्ति को श्रेष्ठ बनाते हैं।
3. ‘मील का पत्थर बनकर दिखो’ से कवि क्या संदेश देना चाहते हैं?
उत्तर : कवि चाहते हैं कि मनुष्य का जीवन मार्गदर्शक और प्रेरणादायक होना चाहिए। जैसे मील का पत्थर रास्ता दिखाता है, वैसे ही हमें अपने कार्यों से दूसरों के लिए मिसाल बनना चाहिए। यह संदेश जीवन में सार्थकता को दर्शाता है।
4. ‘पत्थरों के शहर में आईना बनकर दिखो’ का क्या अभिप्राय है?
उत्तर : इस पंक्ति में कवि ने समाज में व्याप्त कठोरता और संवेदनहीनता को उजागर किया है। वे चाहते हैं कि व्यक्ति को कठिन परिस्थितियों में भी सत्य और ईमानदारी बनाए रखनी चाहिए। आईना सत्य को दर्शाने का प्रतीक है, इसलिए इसे अपनाने का संदेश दिया गया है।
5. ‘गर तुम्हें बनना है मोती, सीप के अंदर दिखो’ का क्या तात्पर्य है?
उत्तर : इस पंक्ति में कवि ने आत्मसंयम और तपस्या का महत्व बताया है। मोती बनने के लिए सीप के भीतर रहकर संघर्ष करना पड़ता है, वैसे ही मनुष्य को भी कठिनाइयों से जूझकर आत्मविकास करना चाहिए। यह संदेश धैर्य और आत्मसंयम की प्रेरणा देता है।
6. ‘जुगनू’ का प्रतीकात्मक महत्व क्या है?
उत्तर : जुगनू अंधेरे में रोशनी का प्रतीक होता है। कवि के अनुसार, मनुष्य को कठिन परिस्थितियों में भी आशा की किरण बने रहना चाहिए। जुगनू की तरह हमें दूसरों के जीवन में प्रकाश फैलाने का प्रयास करना चाहिए।
7. गजलकार ने बाहरी दिखावे की बजाय कर्मों की सुंदरता को क्यों महत्व दिया है?
उत्तर : कवि के अनुसार, सच्ची सुंदरता बाहरी स्वरूप में नहीं, बल्कि हमारे कार्यों और आचरण में होती है। बाहरी दिखावे का कोई मूल्य नहीं, यदि कर्म अच्छे न हों। इसलिए व्यक्ति को अपने कर्मों से आदर्श प्रस्तुत करना चाहिए।
8. गजल में आए प्राकृतिक तत्वों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर : गजल में कई प्राकृतिक तत्वों का उल्लेख किया गया है, जैसे- स्वर्णिम शिखर, जुगनू, तितली, आसमान, मोती और पत्थर। इनका उपयोग गहरे जीवन दर्शन को समझाने के लिए किया गया है। ये सभी तत्व जीवन की विविध परिस्थितियों को दर्शाते हैं।
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