Important Question For All Chapters – हिंदी Class 10
ईमानदारी की प्रतिमूर्ति
Short Questions
1. लाल बहादुर शास्त्री जी का सबसे प्रमुख गुण क्या था?
उत्तर: लाल बहादुर शास्त्री जी की सबसे प्रमुख विशेषता उनकी ईमानदारी और सादगी थी।
2. लेखक ने लाल बहादुर शास्त्री जी को किस रूप में प्रस्तुत किया है?
उत्तर: लेखक ने उन्हें ईमानदारी, सादगी और आदर्शवादिता की प्रतिमूर्ति के रूप में प्रस्तुत किया है।
3. प्रधानमंत्री बनने से पहले लाल बहादुर शास्त्री जी किस पद पर थे?
उत्तर: प्रधानमंत्री बनने से पहले वे उत्तर प्रदेश सरकार में पुलिस मंत्री थे।
4. लेखक ने गाड़ी चलाने का मौका कैसे पाया?
उत्तर: उन्होंने बाबूजी के निजी सचिव को कहकर इंपाला शेवरलेट मंगवाई और स्वयं चलाने लगे।
5. बाबूजी ने ड्राइवर से लॉग बुक में क्या लिखवाने को कहा?
उत्तर: उन्होंने लॉग बुक में “चौदह किलोमीटर निजी उपयोग” लिखवाने को कहा।
6. शास्त्री जी ने सरकारी संपत्ति का उपयोग कैसे किया?
उत्तर: उन्होंने कभी भी सरकारी संपत्ति का निजी उपयोग नहीं किया और पूरी ईमानदारी बरती।
7. लेखक को अपने किए पर पछतावा क्यों हुआ?
उत्तर: उन्हें एहसास हुआ कि उनके बाबूजी कितने ईमानदार थे और उन्होंने गलती की थी।
8. शास्त्री जी ने अपनी फटी हुई कुरते का क्या किया?
उत्तर: उन्होंने अपनी फटी हुई कुरते से रूमाल बनाने के लिए कह दिया।
9. शास्त्री जी के अनुसार खादी के कपड़ों का महत्व क्या था?
उत्तर: वे मानते थे कि खादी के हर सूत का सम्मान किया जाना चाहिए।
10. लेखक को अपने बाबूजी की कौन-सी बात सबसे अधिक प्रभावित करती थी?
उत्तर: उनकी सादगी और ईमानदारी लेखक को सबसे अधिक प्रभावित करती थी।
11. शास्त्री जी की पत्नी ने अपने गहने क्यों दे दिए?
उत्तर: उन्होंने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए अपने गहने दे दिए।
12. शास्त्री जी ने अपनी पत्नी की निःस्वार्थता पर क्या प्रतिक्रिया दी?
उत्तर: उन्होंने उनकी भावना की सराहना की और उनके त्याग को समझा।
13. लेखक के बच्चे सरकारी गाड़ी से स्कूल क्यों नहीं जाते थे?
उत्तर: क्योंकि लेखक ने अपने बाबूजी के आदर्शों को अपनाया था और सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग नहीं किया।
14. लेखक ने बाबूजी की अलमारी को व्यवस्थित करते समय क्या गलती की?
उत्तर: उन्होंने उनके फटे हुए कुरते अम्मा को दे दिए, जिन्हें बाबूजी ने बाद में ठंड के लिए रखने को कहा था।
15. लेखक अपने पिता से कौन-से मूल्य सीखते हैं?
उत्तर: वे सादगी, ईमानदारी और आत्मनिर्भरता जैसे मूल्य अपने पिता से सीखते हैं।
Long Questions
1. लाल बहादुर शास्त्री जी की ईमानदारी को लेखक ने कैसे दर्शाया है?
उत्तर: लेखक ने बताया कि शास्त्री जी ने कभी सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग नहीं किया। उन्होंने अपने बच्चों द्वारा चलाई गई सरकारी गाड़ी के लिए पैसे भरवाए। यह उनकी सच्चाई और आदर्शवादिता को दर्शाता है।
2. लेखक और उनके भाई ने इंपाला गाड़ी कैसे चलाई और क्या हुआ?
उत्तर: लेखक और उनके भाई ने बाबूजी की अनुपस्थिति में इंपाला गाड़ी चलाई। बाबूजी को इस बारे में पता चलने पर उन्होंने ड्राइवर से लॉग बुक में निजी उपयोग दर्ज करवाया और पैसे भरवाए। इससे उनकी ईमानदारी स्पष्ट होती है।
3. शास्त्री जी की सादगी का उदाहरण पाठ में कैसे मिलता है?
उत्तर: शास्त्री जी पुराने फटे कुरते भी सर्दियों में पहनना चाहते थे और रूमाल बनाने के लिए कहा। वे फिजूलखर्ची नहीं करते थे और हर वस्तु का पूरा उपयोग करते थे। इससे उनकी मितव्ययिता और सादगी का पता चलता है।
4. शास्त्री जी की पत्नी ने अपने गहने क्यों दे दिए और उनकी सोच क्या थी?
उत्तर: शास्त्री जी की पत्नी ने आर्थिक तंगी में अपने गहने दे दिए और कहा कि वे गांधीजी के विचारों का पालन कर रही हैं। उनका मानना था कि असली गहना उनका परिवार और उनके मूल्य हैं।
5. शास्त्री जी के पुत्र अपने पिता के आदर्शों को कैसे अपनाते हैं?
उत्तर: लेखक सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग नहीं करते और अपने बच्चों को सरकारी गाड़ी से स्कूल नहीं भेजते। वे अपने पिता की ईमानदारी और सादगी के सिद्धांतों का पालन करते हैं।
6. लेखक के जीवन में बाबूजी की अनुपस्थिति का क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर: बाबूजी के रहते उन्होंने कभी अभाव नहीं देखा, लेकिन उनके जाने के बाद नौकरी करनी पड़ी। यह अनुभव उन्हें अपने पिता के आदर्शों के महत्व को समझने में मदद करता है।
7. बचपन में लेखक के मन में क्या कल्पनाएँ होती थीं?
उत्तर: लेखक बचपन में सोचते थे कि उनके पिता के पास बड़ी गाड़ी होनी चाहिए। जब शास्त्री जी प्रधानमंत्री बने, तब लेखक इंपाला गाड़ी चलाने की इच्छा रखने लगे।
8. शास्त्री जी की नीतियाँ आज के समाज में कितनी प्रासंगिक हैं?
उत्तर: उनकी सादगी, ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा आज के भ्रष्टाचारयुक्त समाज में अत्यंत प्रासंगिक हैं। यदि लोग उनके आदर्शों को अपनाएँ, तो समाज अधिक न्यायपूर्ण और नैतिक बन सकता है।
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