Summary in Marathi
Summary in English
Summary in Hindi
Summary in Marathi
वॉल्ट व्हिटमन यांची कविता “ओ कॅप्टन! माय कॅप्टन!” ही अमेरिकेचे १६ वे राष्ट्राध्यक्ष अब्राहम लिंकन यांच्या निधनानंतर लिहिलेली शोककविता आहे. कवि गृहयुद्धाला एका धोकादायक प्रवासाशी (प्रवास) आणि लिंकनला जहाजाच्या कॅप्टनशी तुलना करतो. जहाज (राष्ट्र) सुरक्षित बंदरात पोहोचले आहे, आणि लोक विजय साजरा करत आहेत. पण कॅप्टन मृतावस्थेत डेकवर पडलेला आहे, ज्यामुळे कवि दु:खाने भरून जातो.
दुसऱ्या कडव्यात, कवि कॅप्टनला उठण्याचे आवाहन करतो, कारण लोक पुष्पहार आणि झेंड्यांसह त्याचा सन्मान करत आहेत. पण कॅप्टन आता कधीही उत्तर देणार नाही, हे कवीला जाणवते. तिसऱ्या कडव्यात, जहाजाचा प्रवास पूर्ण झाल्याचा आनंद साजरा होत असताना, कवि शांतपणे डेकवर चालतो, जिथे कॅप्टन मृत आहे.
ही कविता नेतृत्व, बलिदान आणि विजयाबरोबर दु:खाची भावना दर्शवते. ती लिंकनच्या कार्याचा सन्मान करणारी एक श्रद्धांजली आहे.
Summary in English
The poem “O Captain! My Captain!” by Walt Whitman is an elegy written for Abraham Lincoln, the 16th President of the USA, after his assassination. The poet compares the Civil War to a dangerous voyage and Lincoln to the captain of a ship. The ship (symbolizing the nation) has reached its port safely, and people are celebrating victory. However, the poet mourns the loss of the beloved captain, who lies lifeless on the deck.
In the second stanza, the poet calls out to the captain to rise and witness the people honoring him with garlands, flags, and cheers. But he painfully realizes that the captain cannot hear him, as he is dead. In the final stanza, the poet acknowledges the safe arrival of the ship and the nation’s celebration but chooses to grieve silently, walking beside his fallen leader.
The poem reflects the themes of leadership, sacrifice, and the emotional conflict between joy and grief. It serves as a tribute to Lincoln’s legacy and the price of freedom.
Summary in Hindi
वॉल्ट व्हिटमैन की कविता “ओ कैप्टन! माय कैप्टन!” अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की हत्या के बाद लिखी गई एक शोकगीत है। कवि ने गृहयुद्ध को एक खतरनाक यात्रा और लिंकन को जहाज के कप्तान के रूप में चित्रित किया है। जहाज (राष्ट्र) सुरक्षित बंदरगाह पर पहुँच गया है और लोग विजय का जश्न मना रहे हैं। लेकिन कप्तान मृत अवस्था में डेक पर पड़े हैं, जिससे कवि गहरे शोक में है।
दूसरे छंद में, कवि कप्तान से उठने और लोगों के सम्मान को देखने की अपील करता है। लोग फूलों के हार और झंडों के साथ उनका स्वागत कर रहे हैं। लेकिन कवि को यह महसूस होता है कि कप्तान अब कभी जवाब नहीं देंगे। अंतिम छंद में, जहाज की सफलता का जश्न मनाया जा रहा है, लेकिन कवि दुखी होकर डेक पर चलता है, जहाँ कप्तान मृत पड़े हैं।
यह कविता नेतृत्व, बलिदान, और विजय के साथ दुख की भावना को दर्शाती है। यह लिंकन की विरासत और स्वतंत्रता की कीमत को श्रद्धांजलि देती है।
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