The Fall of Troy
Summary in Marathi
“ट्रॉयचा पाडाव” ही कथा प्राचीन ग्रीक महाकाव्य “द इलियड” मधील एक महत्त्वाची घटना आहे. ट्रॉय हे आशिया मायनरमधील एक श्रीमंत आणि शक्तिशाली शहर होते, जे समुद्र आणि डोंगरांनी संरक्षित होते. त्याच्या मजबूत भिंतींमुळे ते युद्धात सुरक्षित होते. पण ग्रीक लोकांनी ट्रॉयवर हल्ला केला कारण ट्रॉयचा राजकुमार पॅरिस याने ग्रीक राजा मेनलॉसची पत्नी हेलेनला पळवून नेले होते. दहा वर्षे चाललेल्या या युद्धात दोन्ही बाजूंनी शूरवीर लढले, पण कोणीही जिंकले नाही. हेक्टर आणि अकिलिससारखे महान योद्धे मारले गेले. शेवटी, ग्रीकांचा चतुर योद्धा ओडिसियसने एक युक्ती रचली. त्याने एक मोठा लाकडी घोडा बनवला, ज्यामध्ये ग्रीक सैनिक लपले. ग्रीकांनी आपले तंबू-dot-कॅम्पफायर जाळले आणि खणखणीत ढोल वाजवले असे सांगितले की ते गेले आहेत असे भासवून ते समुद्रातून निघून गेले. ट्रॉयच्या लोकांनी तो घोडा शहरात आणला, कारण त्यांना वाटले की ग्रीक गेले आणि हा घोडा समुद्रदेवाला भेट आहे. पण रात्री ग्रीक परत आले, घोड्यातून बाहेर पडले आणि ट्रॉयवर हल्ला केला. त्यांनी शहर जाळले आणि जिंकले. ट्रॉयचा राजा प्रियाम आणि त्याचे पुत्र मारले गेले, तर हेलेनला मेनलॉसने परत स्वीकारले. ही कथा शिकवते की विश्वास ठेवण्यापूर्वी नीट विचार करावा आणि चतुराईने युद्ध जिंकता येते.
Summary in English
“The Fall of Troy” is a story from the ancient Greek epic “The Iliad.” Troy was a wealthy and strong city in Asia Minor, protected by the sea, mountains, and high walls, making it safe during war. The Greeks attacked Troy because Paris, a Trojan prince, ran away with Helen, the wife of the Greek king Menelaus. This led to a ten-year war where brave heroes like Hector and Achilles fought, but neither side won. Many great warriors died, including Hector, killed by Achilles, and later Achilles himself. Finally, the clever Greek warrior Odysseus made a plan. The Greeks built a huge wooden horse, hid soldiers inside it, and pretended to leave by burning their tents and sailing away. The Trojans, thinking the Greeks had gone and the horse was a gift for the sea god, brought it into their city. At night, the Greeks returned, came out of the horse, and attacked Troy. They burned the city and won the war. King Priam and his sons were killed, while Helen was forgiven by Menelaus and returned with him. This story teaches us to think carefully before trusting others and shows how cleverness can win a war.
Summary in Hindi
“ट्रॉय का पतन” प्राचीन ग्रीक महाकाव्य “द इलियड” की एक कहानी है। ट्रॉय एशिया माइनर में एक богат और शक्तिशाली शहर था, जो समुद्र, पहाड़ों और ऊँची दीवारों से सुरक्षित था, जिससे वह युद्ध में सुरक्षित रहता था। ग्रीक लोगों ने ट्रॉय पर हमला किया क्योंकि ट्रॉय के राजकुमार पेरिस ने ग्रीक राजा मेनलॉस की पत्नी हेलेन को भगा लिया था। इससे दस साल तक युद्ध चला, जिसमें हेक्टर और अकिलिस जैसे वीर योद्धाओं ने लड़ाई लड़ी, लेकिन कोई भी नहीं जीता। कई महान योद्धा मारे गए, जैसे हेक्टर, जिसे अकिलिस ने मारा, और बाद में अकिलिस भी मर गया। आखिरकार, चतुर ग्रीक योद्धा ओडिसियस ने एक योजना बनाई। ग्रीकों ने एक बड़ा लकड़ी का घोड़ा बनाया, जिसमें सैनिक छिपे थे, और अपने तंबू जलाकर और जहाजों से चले जाने का नाटक किया। ट्रॉय के लोगों ने सोचा कि ग्रीक चले गए और यह घोड़ा समुद्र के देवता के लिए भेंट है, इसलिए इसे शहर में ले आए। रात को ग्रीक लौटे, घोड़े से बाहर निकले और ट्रॉय पर हमला कर दिया। उन्होंने शहर को जला दिया और युद्ध जीत लिया। राजा प्रियाम और उनके बेटे मारे गए, जबकि हेलेन को मेनलॉस ने माफ कर दिया और अपने साथ ले गया। यह कहानी हमें सिखाती है कि भरोसा करने से पहले सोचना चाहिए और चतुराई से युद्ध जीता जा सकता है।
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