जूलिया
पाठ के आँगन में
(१) सूचना के अनुसार क्रियाएँ पूर्ण कीजिए :-
(क) संजाल :
जूलिया के मन के भाव दर्शाने वाले स्वर
उत्तर:- दु:ख – उसे अपने वेतन का पूरा भुगतान नहीं मिला, जिससे वह दुखी थी।
क्रोध – गृहस्वामी द्वारा उसका वेतन काटे जाने पर उसे क्रोध आया।
असहायता – वह अपने अधिकारों के लिए लड़ने में खुद को असमर्थ महसूस कर रही थी।
निराशा – उसे लगा कि वह अपने हक के लिए कुछ नहीं कर सकती और यह अन्याय चलता रहेगा।
(ख) ऐसे प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हो :
1. वान्या 2. रूबल
उत्तर:- प्रश्न: जूलिया से वेतन के बारे में बातचीत करने वाला बालक कौन था?
उत्तर: वान्या
प्रश्न: जूलिया को वेतन के रूप में कौन-सी मुद्रा दी गई?
उत्तर: रूबल
(२) पाठ में प्रमुख अंकों का उपयोग करके मुहावरे लिखिए।
उत्तर:-
1. एक आँख न लगना – रातभर चिंता के कारण मेरी एक आँख न लगी।
2. दो टूक कहना – मैंने अपने दोस्त को दो टूक कह दिया कि मैं बेईमानी नहीं करूँगा।
3. तीन पाँच करना – व्यापारी ने सामान बेचते समय तीन पाँच कर लिया।
4. चार चाँद लगना – आपकी प्रस्तुति ने समारोह में चार चाँद लगा दिए।
5. सात समुंदर पार – मेरा भाई सात समुंदर पार नौकरी करता है।
6. नौ-दो ग्यारह होना – पुलिस देखते ही चोर नौ-दो ग्यारह हो गया।
7. दस का दम रखना – सच्चाई में दस का दम होता है, इसलिए हमेशा सत्य बोलना चाहिए।
(३) कई बार अज्ञान के कारण गरीबों को ठगा जाता है यह देखकर मेरे मन में विचार आए, ……………
उत्तर:- “कई बार अज्ञान के कारण गरीबों को ठगा जाता है यह देखकर मेरे मन में विचार आए कि समाज में शिक्षा और जागरूकता का स्तर बढ़ाया जाना चाहिए। गरीबों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति सजग किया जाना आवश्यक है ताकि वे किसी भी प्रकार के शोषण का शिकार न बनें। सरकार और सामाजिक संगठनों को मिलकर उनके लिए निःशुल्क कानूनी सहायता और वित्तीय साक्षरता अभियान चलाने चाहिए। यदि प्रत्येक नागरिक इस दिशा में जागरूकता फैलाने में योगदान दे, तो समाज में व्याप्त अन्याय और ठगी को काफी हद तक रोका जा सकता है।”
भाषा बिंदु
नीचे दिए गए चिह्नों के सामने उनके नाम लिखिए तथा वाक्यों में उचित विरामचिह्न लगाइए:-
उत्तर:
क्र. | चिह्न | नाम | संशोधित वाक्य (उचित विराम चिह्नों के साथ) |
---|---|---|---|
1. | – | योजक चिह्न | स्त्री-शिक्षा को लेकर लेखक के क्या विचार थे? |
2. | . | पूर्ण विराम | श्याम, तुम आ गए। |
3. | _ | रेखा चिह्न (डैश) | मोहन बोला, “तुमने जो कुछ कहा – ठीक है।” |
4. | [ ] | कोष्ठक चिह्न (वर्ग कोष्ठक) | [जीवन संग्राम में सब लड़ रहे हैं; कुछ जीतेंगे, कुछ हारेंगे।] |
5. | “……” | उद्धरण चिह्न | “भरत भैया, ऐसा ना कहो।” |
6. | , | अल्पविराम | अरे, क्या मैं झूठ बोल रहा हूँ? |
7. | ! | विस्मयादिबोधक चिह्न | जी, धन्यवाद! |
8. | ; | अर्धविराम | इसके अलावा, तुमने तीन छुट्टियाँ और ली हैं; ठीक है न? |
9. | () | वृत्त कोष्ठक (ब्रैकेट) | अच्छा, (और इतनी बड़ी बात) तुम्हारी मालकिन ने मुझे बताई तक नहीं! |
10. | । | पूर्ण विराम | आप कह रहे हैं, तो आपने दिए ही होंगे। |
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