किताबें
पाठ के आँगन में
(१) सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए: –
पाठ के आधार पर वाक्य पूर्ण कीजिए:
उत्तर: (क) किताबों की अब बनी आदत नींद में चलने की हो गई है।
(ख) किताबें जो रिश्ते सुनाती थीं अब वे सब उधड़ चुके हैं।
(ख) लिखिए:
कविता में प्रयुक्त उर्दू शब्द तथा उनके अर्थ:
उत्तर: कविता में प्रयुक्त उर्दू शब्द तथा उनके अर्थ:
उर्दू शब्द अर्थ
हसरत कामना- इच्छा
सोहबत संगत- साथ रहना
राब्ता- संपर्क
करें- मूल्य, मायने
इल्म- ज्ञान
जायका- स्वाद
ग) आकृति:
किताबें यहाँ रखते थे
उत्तर: अलमारी में
मेज पर
रिहल (पढ़ने के स्टैंड) पर
लाइब्रेरी (पुस्तकालय) में
2 .प्रथम पाँच पंक्तियों का भावार्थ लिखिए।
उत्तर: इस कविता की प्रारंभिक पंक्तियों में कवि ने किताबों की स्थिति का वर्णन किया है। वे अलमारी के शीशों से झाँकती हैं और बड़े दुख के साथ देखती हैं कि अब उन्हें कोई नहीं पढ़ता। पहले जिन शामों में लोग किताबों के साथ समय बिताते थे, वे अब कंप्यूटर स्क्रीन के सामने गुजर जाती हैं। किताबें बेचैन हो चुकी हैं क्योंकि वे उपेक्षित महसूस कर रही हैं।
भाषा बिंदु
शब्द-युग्म पूरे कर वाक्यों में प्रयोग कीजिए:
उत्तर:
(क) घर – बाहर → हमें घर और बाहर दोनों की सफाई का ध्यान रखना चाहिए।
(ख) उधड़े – सिले → उसकी कमीज़ पूरी तरह उधड़ गई थी, उसे फिर से सिलवाना पड़ा।
(ग) भला – बुरा → हर किसी को भला-बुरा सोचने की स्वतंत्रता होती है।
(घ) प्रचार – प्रसार → इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए अनेक साधनों का प्रयोग किया गया।
(ङ) भूख – प्यास → मेहनत करने के बाद भूख और प्यास बहुत लगती है।
(च) भोला – चालाक → रामू बहुत भोला लड़का है, लेकिन मोहन चालाक है।
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