चाँदनी रात
पाठ के आँगन में
(1) सूचनानुसार कृतियाँ कीजिए :-
(क) संजाल :-
उत्तर:
तारों का उदय: जैसे ही सूर्य अस्त होता है, आकाश में धीरे-धीरे टिमटिमाते हुए तारे प्रकट होने लगते हैं, मानो आकाश ने चमकते दीप जला दिए हों।
रात्रि का सौंदर्य: आधी रात के समय तारे अपनी पूरी चमक के साथ जगमगाने लगते हैं। ऐसा प्रतीत होता है जैसे आकाश ने हीरों का हार पहन लिया हो।
सुबह की आहट: जैसे-जैसे सूर्योदय का समय नजदीक आता है, तारे धीरे-धीरे फीके पड़ने लगते हैं, मानो वे रातभर की यात्रा के बाद विश्राम करने जा रहे हों।
तारों का विलय: सूरज की पहली किरण के साथ ही तारे अदृश्य हो जाते हैं, मानो वे सागर में समा गए हों या एक नए दिन के आगमन के लिए रास्ता छोड़ रहे हों।
(ख) चाँदनी रात की विशेषताएँ :
उत्तर:
- चाँदनी रात में चंद्रमा की किरणें जल और थल पर चमकती हैं।
- स्वच्छ चाँदनी धरती और आकाश पर समान रूप से फैली होती है।
- मंद-मंद पवन के झोंकों से वृक्ष झूमते प्रतीत होते हैं।
- निशा निस्तब्ध और शांतिपूर्ण होती है।
- प्रकृति की छटा अपनी संपूर्ण सुंदरता के साथ प्रकट होती है।
- चारों ओर एक मधुर शांति का वातावरण होता है।
- चंद्रमा की चंचल किरणें पृथ्वी को मोतियों से भर देती हैं।
- संध्या और प्रातः का अद्भुत समन्वय देखने को मिलता है।
(2) निम्नलिखित पंक्तियों का सरल अर्थ लिखिए :
(च) चारु चंद्र ……….. झोंकों से ।
(छ) क्या ही स्वच्छ ………. शांत और चुपचाप ।
उत्तर:
(क) चारु चंद्र की चंचल किरणें खेल रही हैं जल-थल में।
स्वच्छ चाँदनी बिछी हुई है अवनि और अंबर तल में।
पुलक प्रगट करती है धरती हरित तृणों की नोकों से।
मानो झूम रहे हैं तरु भी मंद पवन के झोंकों से।
उत्तर:
इस पंक्ति में कवि ने चंद्रमा की किरणों को जल और थल पर खेलते हुए दर्शाया है। चारों ओर चाँदनी फैली हुई है और धरती घास की नोकों से पुलकित होती प्रतीत हो रही है। मंद-मंद पवन के झोंकों से वृक्ष भी झूम रहे हैं और आनंदित हो रहे हैं।
(ख) क्या ही स्वच्छ चाँदनी है यह, है क्या ही निस्तब्ध निशा।
है स्वच्छंद-सुमंद गंध वह, निरानंद है कौन दिशा?
बंद नहीं, अब भी चलते हैं नियति नटी के कार्य-कलाप।
पर कितने एकांत भाव से, कितने शांत और चुपचाप।।
उत्तर:
इस पंक्ति में कवि ने चाँदनी रात की स्वच्छता और उसकी शांति का वर्णन किया है। रात इतनी शांत और निर्मल है कि चारों दिशाएँ निरानंद लग रही हैं। प्रकृति अपने कार्यकलापों में लगी हुई है, लेकिन एकांत में शांत भाव से सब कुछ चल रहा है।
निम्न शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखिए :
उत्तर:
शब्द | पर्यायवाची शब्द 1 | पर्यायवाची शब्द 2 | पर्यायवाची शब्द 3 |
---|---|---|---|
तरु | वृक्ष | पेड़ | पादप |
वसुंधरा | पृथ्वी | धरा | भूमि |
चंद्र | सोम | राकेश | निशाकर |
कृषक | किसान | हलधर | भूमिपुत्र |
उद्यान | बाग़ | उपवन | वाटिका |
अरण्य | जंगल | वन | विपिन |
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