स्वतंत्रता गान
लेखक परिचय
नाम: गोपाल सिंह नेपाली
जन्म: 11 अगस्त 1911 (बेतिया, चंपारण, बिहार)
मृत्यु: 17 अप्रैल 1963
विशेषता: राष्ट्रप्रेम, प्रकृति प्रेम और मानवीय भावनाओं को अपनी कविताओं में दर्शाया।
प्रमुख कृतियाँ: उमंग, पंछी, रागिनी, नीलिमा, पंचमी, रिमझिम आदि।
कविता का सारांश:
- यह कविता स्वतंत्रता के महत्व को दर्शाती है और हमें यह प्रेरणा देती है कि हमें अपनी आज़ादी को हर परिस्थिति में बनाए रखना चाहिए।
- कवि ने कहा है कि चाहे चारों ओर अंधेरा हो या तेज़ हवा चले, यह स्वतंत्रता का दीपक बुझना नहीं चाहिए।
- यह दीपक शक्ति, भक्ति और देशप्रेम का प्रतीक है।
- चाहे युद्ध हो या शांति, चाहे कोई भी कठिनाई आए, यह दिया जलता रहना चाहिए।
- यह किसी शहीद के बलिदान का प्रतीक है, जिसे कोई भी आँधी नहीं बुझा सकती।
कविता के मुख्य बिंदु:
- स्वतंत्रता की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।
- स्वतंत्रता का दीपक किसी भी परिस्थिति में बुझना नहीं चाहिए।
- देश के शहीदों के बलिदान को हमें हमेशा याद रखना चाहिए।
- चुनौतियाँ और कठिनाइयाँ आती रहेंगी, लेकिन हमें संघर्ष करते रहना चाहिए।
नए शब्द और उनके अर्थ:
शब्द | अर्थ |
---|---|
बयार | हवा |
निशीथ | रात |
विहान | सुबह |
कछार | किनारा |
वितान | आकाश |
दुकुल | दुपट्टा |
हिलोर | लहर |
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