मेरे पिता जी (पूरक पठन)
छोटे प्रश्न
1. हरिवंशराय बच्चन का जन्म कब हुआ था?
उत्तर: 27 नवंबर 1907 को।
2. हरिवंशराय बच्चन की प्रसिद्ध काव्य रचना कौन-सी है?
उत्तर: मधुशाला।
3. लेखक के पिता जी की नौकरी कहाँ थी?
उत्तर: पॉयनियर प्रेस में।
4. उनके पिता जी की पोशाक कैसी थी?
उत्तर: काला जूता, ढीला पाजामा, अचकन और दुपल्ली टोपी।
5. लेखक के पिता जी दफ्तर कितनी दूरी तय करके जाते थे?
उत्तर: लगभग चार मील पैदल।
6. पिता जी कितने बजे उठते थे?
उत्तर: सुबह तीन बजे।
7. वे पूजा के लिए कौन-सी पुस्तकें पढ़ते थे?
उत्तर: रामचरितमानस और गीता।
8. उनके पिता जी का भोजन देर से तैयार होने पर क्या होता था?
उत्तर: वे बिना खाए दफ्तर चले जाते थे।
9. लेखक के पिता जी को सबसे अधिक क्या पसंद था?
उत्तर: समय की पाबंदी और नियमबद्ध जीवन।
10. लेखक के घर में कौन-सी घड़ी थी?
उत्तर: एक पुरानी आराम घड़ी।
बड़े प्रश्न
1. लेखक के पिता जी की कार्यशैली कैसी थी?
उत्तर: वे बहुत अनुशासित और मेहनती थे। अपने काम के प्रति ईमानदार थे और समय की पाबंदी का विशेष ध्यान रखते थे।
2. लेखक के पिता जी हिंदू-मुस्लिम दंगों के समय क्या बोले?
उत्तर: उन्होंने लोगों से कहा कि धर्म से पहले इंसानियत का नाता है, और आपस में मेल-जोल से रहना चाहिए।
3. उनके पिता जी की दिनचर्या कैसी थी?
उत्तर: वे सुबह 3 बजे उठते, गंगा स्नान करते, पूजा करते, फिर दफ्तर जाते और देर रात तक काम करते थे।
4. उनके पिता जी को पैदल चलने का इतना शौक क्यों था?
उत्तर: वे पैसे बचाने के लिए साइकिल नहीं खरीदते थे और पैदल चलना उनकी आदत थी।
5. पूजा करने के दौरान उनके पिता जी कैसे पाठ करते थे?
उत्तर: वे सस्वर रामचरितमानस का पाठ करते थे, जिससे पूरा घर उनकी आवाज से गूंजता था।
6. लेखक के पिता जी की कौन-सी आदत उनके परिवार पर असर डालती थी?
उत्तर: समय की पाबंदी और अनुशासन, जिससे उनकी माता भी उनकी जरूरतों का ध्यान रखने के लिए समय का पालन करती थीं।
7. लेखक के पिता जी की घड़ी क्यों खास थी?
उत्तर: यह एक पुरानी आराम घड़ी थी जो सालों तक बिना रुके चलती रही और परिवार के कई महत्वपूर्ण पलों की साक्षी रही।
8. लेखक के पिता जी का भोजन का क्या नियम था?
उत्तर: वे समय पर भोजन करते, और अगर समय पर भोजन तैयार न हो तो बिना खाए दफ्तर चले जाते थे।
9. लेखक के अनुसार उनके पिता जी का स्वर कैसा था?
उत्तर: उनका स्वर सुरीला तो नहीं था, लेकिन सस्वर पाठ करने में उनकी आवाज सजीव और लयबद्ध होती थी।
10. पिता जी के जीवन से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर: उनके जीवन से अनुशासन, ईमानदारी, समय की पाबंदी और इंसानियत के महत्व की सीख मिलती है।
Leave a Reply