सम्मेलन अंगों का
* सूचना के अनुसार कृतियाँ करो :-
(१) लिखो, किसने कहा है :
- “अध्यक्ष कोई नहीं होगा।” – (संभावित उत्तर: शरीर का कोई अंग)
- “चुप रहिए, आप बड़े नहीं हैं!” – (संभावित उत्तर: किसी अन्य अंग ने कहा होगा)
- “पर यह सम्मेलन हो क्यों रहा है?” – (संभावित उत्तर: जिज्ञासु अंग जैसे आँख, कान आदि)
- “क्या मेरी बात कोई नहीं सुनेगा?” – (संभावित उत्तर: असंतुष्ट अंग, जो खुद को महत्वपूर्ण समझता है)
(२) सही विकल्प चुनकर वाक्य फिर से लिखो :
- अब आप शांतिपूर्वक शरीर के अंगों का सम्मेलन देखिए! (शांतिपूर्वक, मन लगाकर, चुप बैठकर)
- दुनिया की सुंदरता सारी, सुंदर सूरज किरणें प्यारी। (चाँद, चंद्रमा, सूरज)
भाषा बिंदु
अ) निम्नलिखित वाक्यों के रचनानुसार भेद पहचानकर तथा दिए गए पर्यायों में से उचित पर्याय के सामने (✓) चिह्न लगाओ ।
१) अंगों में बड़ा-छोटा कोई नहीं है।
उत्तर – साधारण वाक्य (✓)
२) हम दोनों के पंख हैं और हम दोनों फूलों का रस चूसती हैं।
उत्तर – संयुक्त वाक्य (✓)
३) शेर एक जंगली पशु है जो जंगल का राजा कहलाता है।
उत्तर – मिश्र वाक्य (✓)
आ) अर्थ के अनुसार वाक्यों के भेद लिखकर प्रत्येक के दो-दो उदाहरण लिखो ।
विधि वाचक वाक्य (जो किसी कार्य के होने की जानकारी देता है
उदाहरण:
- सूरज पूर्व से उगता है।
- पक्षी आसमान में उड़ते हैं।
निषेध वाचक वाक्य (जो किसी कार्य के न होने की सूचना देता है
उदाहरण:
- बारिश में बिना छतरी बाहर मत जाओ।
- परीक्षा के दौरान शोर मत करो।
उपयोजित लेखन
दूरदर्शन से लाभ-हानि’ विषय पर लगभग सौ शब्दों में निबंध लिखो ।
दूरदर्शन से लाभ-हानि
दूरदर्शन हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। यह मनोरंजन, शिक्षा और समाचार का प्रमुख साधन है। इसके माध्यम से हम दुनिया भर की घटनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। शैक्षिक कार्यक्रमों से विद्यार्थियों को लाभ मिलता है।
हालांकि, दूरदर्शन के कुछ नुकसान भी हैं। अधिक समय तक टीवी देखने से आँखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। बच्चे पढ़ाई से दूर हो जाते हैं और हिंसक या अनुचित कार्यक्रम उनके व्यवहार को प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए, हमें संतुलित रूप से दूरदर्शन का उपयोग करना चाहिए ताकि हम इसके लाभ उठा सकें और हानियों से बच सकें।
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