गाँव-शहर
* सूचना के अनुसार कृतियाँ करो :-
(१) तुलना करो :
गाँव | शहर |
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शुद्ध हवा और हरियाली होती है। | प्रदूषण अधिक होता है। |
लोग सरल और मिलनसार होते हैं। | लोग व्यस्त और भागदौड़ में रहते हैं। |
अधिकतर लोग कृषि पर निर्भर होते हैं। | अधिकतर लोग व्यापार और नौकरियों पर निर्भर होते हैं। |
जीवन शांत और धीमा होता है। | जीवन तेज और व्यस्त होता है। |
प्राकृतिक संसाधन अधिक होते हैं। | बड़ी-बड़ी इमारतें और सड़कें होती हैं। |
(२) उचित जोड़ियाँ मिलाओ :
- मेट्रो → शहर
- पीपल → गाँव
(३) कृति पूर्ण करो :
- गाँव का देखना → सुकुर-सुकुर
- शहर का देखना → दीदा फाड़े
(4) एक शब्द में उत्तर लिखो :
1. लँगड़ाकर चलने वाली
उत्तर – लँगड़ी
2. पत्ते झरा हुआ वृक्ष
उत्तर – पतझड़
3. बदले-से लगते हैं
उत्तर – अजनबी
4. जहाँ तिल रखने की जगह नहीं है
उत्तर – ठसाठस
भाषा बिंदु
पाठ्यपुस्तक के पाठों से विलोम और समानार्थी शब्द ढूँढ़कर उनकी सूची बनाओ और उनका अलग-अलग वाक्यों में प्रयोग करो ।
विलोम शब्द:
- गाँव – शहर
- अंधेरा – उजाला
- ठंडा – गरम
- खुशी – दुःख
- साफ़ – गंदा
समानार्थी शब्द:
- दीदा – आँख, दृष्टि
- परमेसुर – भगवान, ईश्वर
- आलम – दुनिया, जहान
- गैया – गाय
- मिगली – गिलहरी
वाक्य प्रयोग:
- गाँव में शांति होती है, लेकिन शहर में भीड़-भाड़ होती है।
- कमरे में अंधेरा था, इसलिए हमने उजाला करने के लिए दीपक जलाया।
- गर्मी में ठंडा पानी पीना अच्छा लगता है, जबकि सर्दी में गरम चाय।
- परीक्षा में अच्छे अंक आने पर उसे खुशी हुई, लेकिन उसके दोस्त को कम अंक आने पर दुःख हुआ।
- यह नदी बहुत साफ़ है, लेकिन दूसरी नदी बहुत गंदी हो गई है।
उपयोजित लेखन
वृक्ष और पंछी के बीच का संवाद लिखो ।
उत्तर – वृक्ष और पंछी के बीच संवाद
वृक्ष: मेरे ऊपर बैठकर तुम कितने आनंद से गाते हो, तुम्हारी चहचहाहट मुझे बहुत भाती है।
पंछी: धन्यवाद मित्र! तुम भी तो हमें छाया और आश्रय देते हो। तुम्हारे बिना हम कहाँ जाएंगे?
वृक्ष: लेकिन आजकल लोग मेरी टहनियाँ काटते जा रहे हैं, मुझे बहुत दुख होता है।
पंछी: हाँ, यह सच है। इंसानों को समझना चाहिए कि अगर वे तुम्हें नष्ट कर देंगे, तो हमें भी अपना घर खोना पड़ेगा।
वृक्ष: काश! लोग समझें कि पेड़ और पक्षी प्रकृति के अभिन्न अंग हैं और हमें बचाने के लिए प्रयास करें।
पंछी: हम सब मिलकर उन्हें यह संदेश देने की कोशिश करेंगे।
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