सौहार्द-सौमनस्य
* सूचना के अनुसार कृतियाँ करो :
(१) कृति पूर्ण करो :
उत्तर –
- इन बातों में अलग होकर भी हम सब एक हैं -धर्म अलग, भाषा अलग, फिर भी हम सब एक।
- बागिया की शान -भाँव-भाँव के फूल हैं, फल विज्ञान की शान।
(२) कविता में इस अर्थ में प्रयुक्त शब्द लिखो :
- दीपक = दीप
- पुष्प = फूल
- तिरस्कार = नफरत
- प्रेम = प्यार
(३) कविता में प्रयुक्त विलोम शब्दों की जोड़ियाँ लिखो ।
- छोटा – बड़ा
- जोड़ – तोड़
- अलग – एक
- प्यार – नफरत
भाषा बिंदु
पाठों में आए अव्ययों को पहचानो और उनके भेद बताकर उनका अलग-अलग वाक्यों में प्रयोग करो ।
उत्तर – पाठ में आए अव्यय और उनके भेद:
- ही (निपात) – “अनेक में एक ही अपने देश की शान है।”
- भी (समुच्चय बोधक) – “धर्म अलग, भाषा अलग, फिर भी हम सब एक।”
- नहीं (निषेधार्थक) – “विविध रंग करते नहीं, हमको कभी अनेक।”
- तो (निपात) – “जो भी करता प्यार तो, पा लेता है प्यार।”
वाक्य में प्रयोग:
- मुझे यही किताब चाहिए। (निपात)
- वह ईमानदार ही नहीं, बहादुर भी है। (समुच्चय बोधक)
- मैं वहाँ नहीं जाऊँगा। (निषेधार्थक)
- यदि तुम पढ़ाई करोगे तो अच्छे अंक मिलेंगे। (निपात)
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