नाखून क्यों बढ़ते हैं ?
* सूचनानुसार कृतियाँ करो :-
(१) प्रवाह तालिका पूर्ण करो :
उत्तर – मनुष्य में पशुत्व से भिन्नता दर्शाने वाली बातें:
- बुद्धि एवं विवेक – मनुष्य सोच-समझकर कार्य करता है, जबकि पशु केवल अपनी प्रवृत्ति के अनुसार कार्य करते हैं।
- संयम और नैतिकता – मनुष्य अपने भावनाओं और इच्छाओं पर नियंत्रण रख सकता है।
- संवेदनशीलता और करुणा – मनुष्य दूसरों के दुःख-सुख को समझ सकता है और उनकी सहायता कर सकता है।
- संस्कृति और सभ्यता – मनुष्य सामाजिक नियमों, रीति-रिवाजों और परंपराओं का पालन करता है, जिससे समाज का विकास होता है।
(२) प्रतीक लिखो :
नाखूनों को बढ़ाना | नाखूनों को काटना |
---|---|
असभ्यता | सभ्यता |
जंगलीपन | स्वच्छता |
आलस्य | अनुशासन |
असंयम | सुसंस्कार |
(३) उत्तर लिखो :
१. मनुष्य की चरितार्थता इन दो बातों में है :
उत्तर – (अ) प्रेम में (आ) मैत्री और त्याग में
२. मनुष्य का स्वधर्मयह है :
उत्तर – (अ) अपने को संयमित रखना (आ) दूसरों के मनोभावों का आदर करना
३. मनुष्य को नाखूनों की जरूरत तब थी :
उत्तर – (अ) जब वह जंगली था (आ) जब उसकी रक्षा के लिए नाखून आवश्यक थे
भाषा बिंदु
(१) निम्न शब्दों के लिंग पहचानकर लिखो –
आत्मा, व्यक्ति, बादल, तार, नोट, नाखून, पुस्तक, तकिया, दही
निम्न शब्दों के लिंग:
- आत्मा – स्त्रीलिंग
- व्यक्ति – पुल्लिंग
- बादल – पुल्लिंग
- तार – पुल्लिंग
- नोट – पुल्लिंग
- नाखून – पुल्लिंग
- पुस्तक – स्त्रीलिंग
- तकिया – पुल्लिंग
- दही – स्त्रीलिंग
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