लकड़हारा और वन
* सूचना के अनुसार कृतियाँ करो :-
(१) संजाल पूर्ण करो :
उत्तर – कुल्हाड़ी पानी में गिरने के कारण खड़ी हुई समस्याएँ
- लकड़हारे के पास लकड़ी काटने का साधन नहीं बचा।
- उसका रोजगार प्रभावित हुआ।
- वह दुखी और असहाय महसूस करने लगा।
- जंगल से लकड़ी लाने में कठिनाई हुई।
(२) संक्षेप में उत्तर लिखो :
1. पेड़ द्वारा दिया गया संदेश
उत्तर – पेड़ ने लकड़हारे को बताया कि वह मनुष्यों को शुद्ध हवा, पानी और भोजन प्रदान करता है। उसने समझाया कि पेड़ों की अंधाधुंध कटाई पर्यावरण और जीवों के लिए हानिकारक है।
2. भगवान की शर्त
उत्तर – भगवान ने लकड़हारे की ईमानदारी से प्रसन्न होकर उसे एक शर्त पर आशीर्वाद दिया कि वह हरे-भरे पेड़ों को नहीं काटेगा और केवल आवश्यकता अनुसार सूखी लकड़ी ही लेगा।
3. पेड़ों के उपयोग
उत्तर – पेड़ हमें शुद्ध हवा, फल-फूल, लकड़ी और छाया प्रदान करते हैं। वे पर्यावरण को संतुलित रखते हैं और जलवायु को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
4. पेड़ों की कटाई के दुष्परिणाम
उत्तर – पेड़ों की अंधाधुंध कटाई से वनों की कमी होती है, जिससे वर्षा में कमी, जलवायु परिवर्तन, जीव-जंतुओं का आवास नष्ट होना और पर्यावरणीय असंतुलन जैसी गंभीर समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।
(३) कृति पूर्ण करो :
उत्तर – पाठ में प्रमुख धातुओं के नाम
- सोना
- चाँदी
- लोहा
भाषा बिंदु
(१) निम्न वृत्त में दिए संज्ञा तथा विशेषण शब्दों को छाँटकर तालिका में उचित स्थानों पर उनके भेद सहित लिखो :
संज्ञा, भेद, विशेषण के वर्गीकरण
उत्तर –
संज्ञा | भेद | विशेषण | भेद |
---|---|---|---|
नदी | जातिवाचक | चार किलो | संख्यावाचक |
पहाड़ी | जातिवाचक | गरीब | गुणवाचक |
सीता | व्यक्तिवाचक | ईमानदार | गुणवाचक |
गंगा | व्यक्तिवाचक | चौड़ी | गुणवाचक |
सभा | भाववाचक | धनी | गुणवाचक |
(२) पाठ में प्रयुक्त कारक विभक्तियाँ ढूँढ़कर उनका वाक्यों में प्रयोग करो ।
उत्तर – पाठ में प्रयुक्त कारक विभक्तियाँ और उनके वाक्यों में प्रयोग
- कर्तृ कारक – लकड़हारा जंगल में पेड़ काट रहा था।
- कर्म कारक – भगवान ने लकड़हारे को सोने की कुल्हाड़ी दी।
- सम्प्रदान कारक – लकड़हारे ने कुल्हाड़ी नदी में गिरने की बात भगवान को बताई।
- अपादान कारक – नदी से कुल्हाड़ी निकालकर लकड़हारे को दी गई।
- अधिकरण कारक – लकड़हारा जंगल में लकड़ी काटता था।
- संबंध कारक – यह कुल्हाड़ी लकड़हारे की थी।
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