आत्मनिर्भरता
* सूचना के अनुसार कृतियाँ करो :-
(१) संजाल पूर्ण करो :
उत्तर – तुलसीदास जी को सर्वप्रियता और कीर्ति प्राप्त होने के कारण:
- रामचरितमानस की रचना – उन्होंने सरल अवधी भाषा में रामायण की रचना की, जिससे यह जनसामान्य के लिए सुलभ हो गई।
- भक्ति आंदोलन में योगदान – वे भक्तिकाल के महत्वपूर्ण कवि थे और भगवान राम के प्रति उनकी भक्ति प्रेरणादायक थी।
- संत और समाज सुधारक – उन्होंने सामाजिक और धार्मिक मूल्यों का प्रचार किया और लोगों को नैतिकता और धर्मपरायणता का संदेश दिया।
- सरल और भावपूर्ण भाषा – उनकी कविता सरल, सुबोध और मधुर थी, जिससे आम जनता ने उसे आसानी से अपनाया।
(२) नाम लिखो :-
१. अमेरिका महाद्वीप ढूँढ़ने वाला – क्रिस्टोफर कोलंबस
२. सत्य की टेक न छोड़ने वाला – राजा हरिश्चंद्र
(३) कृति पूर्ण करो :
उत्तर –
१. ऐतिहासिक व्यक्तित्व:
- महात्मा गांधी
- झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई
२. आत्ममर्यादा के लिए आवश्यक बातें:
- सत्य और ईमानदारी
- आत्मनिर्भरता और आत्मसम्मान
भाषा बिंदु
(अ) पाठ से विभिन्न कारकयुक्त वाक्य चुनकर तालिका बनाओ ।
उत्तर –
वाक्य | कारक |
---|---|
राम ने गेंद फेंकी। | कर्ता कारक |
मोहन ने कविता लिखी। | कर्ता कारक |
मीरा स्कूल से आई। | अपादान कारक |
लड़के ने किताब पढ़ी। | कर्ता कारक |
उसने मेरी मदद की। | कर्म कारक |
(आ) कोष्ठक में दिए गए कारक चिह्नों में से उचित कारक चिह्न चुनकर वाक्य फिर से लिखो :
- चिड़िया डाल पर बैठी है। (पर, में, से)
- राधा बस से उतर गई। (से, में, को)
- निहार के मन में संदेह उत्पन्न हुआ। (से, के, में)
- शमा बिरयानी बनाने के लिए चावल खरीद रही थी। (का, में, के लिए)
- चाकू से फल काटा। (ने, को, से)
उपयोजित लेखन
पाठ्यपुस्तक से अपनी पसंद के दस वाक्यों का लिप्यंतरण रोमन लिपि में करो ।
उत्तर – हिंदी वाक्यों का रोमन लिपि में लिप्यंतरण
- जीवन में सत्य और अहिंसा का पालन करना चाहिए।
Jeevan mein satya aur ahinsa ka paalan karna chahiye. - परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता।
Parishram ka koi vikalp nahi hota. - हमें अपने माता-पिता का सम्मान करना चाहिए।
Humein apne mata-pita ka sammaan karna chahiye. - शिक्षा से व्यक्ति का जीवन उज्ज्वल होता है।
Shiksha se vyakti ka jeevan ujjwal hota hai. - अच्छे मित्र जीवन का अनमोल धन होते हैं।
Acche mitra jeevan ka anmol dhan hote hain. - जो दूसरों की मदद करता है, उसे ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है।
Jo doosron ki madad karta hai, use Ishwar ki kripa praapt hoti hai. - हमें प्रकृति का सम्मान करना चाहिए।
Humein prakriti ka sammaan karna chahiye. - सच बोलना सबसे बड़ा गुण है।
Sach bolna sabse bada gun hai. - संयम और धैर्य सफलता की कुंजी हैं।
Sanyam aur dhairya safalta ki kunji hain. - एकता में ही शक्ति है।
Ekta mein hi shakti hai.
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