उसी से ठंडा, उसी से गरम
* सूचना के अनुसार कृतियाँ करो :-
(१) संजाल पूर्ण करो
बालिश्तियों की विशेषताएँ:
- छोटा कद
- चालाक और चतुर
- धूर्त और स्वार्थी
- कुशल बातचीत करने वाला
(३) निम्नलिखित कथनों में से असत्य कथन को सुधारकर फिर से लिखो :
१. बालिश्तिये को खाना बनाने की फिक्र हुई ।
असत्य कथन: बालिश्तिये को खाना बनाने की फिक्र हुई।
सुधारित कथन: लकड़हारे को खाना बनाने की फिक्र हुई।
२. सरदी के कारण लकड़हारे के हाथ ठिठुरे जाते हैं ।
असत्य कथन: सरदी के कारण लकड़हारे के हाथ ठिठुरे जाते हैं।
सुधारित कथन: सर्दी के कारण लकड़हारे के हाथ ठिठुर जाते थे।
३. लकड़हारा एक भलामानस था ।
असत्य कथन: लकड़हारा एक भलामानस था।
सुधारित कथन: लकड़हारा एक साधारण मेहनती व्यक्ति था।
4. बालिश्तिये के पास एक छोटी हाँड़ी थी ।
असत्य कथन: बालिश्तिये के पास एक छोटी हांड़ी थी।
सुधारित कथन: लकड़हारे के पास एक छोटी हांड़ी थी।
भाषा बिंदु
(अ) दिए गए शब्दों का वचन परिवर्तन करके अपने वाक्यों में प्रयोग करो :
शब्द | वचन परिवर्तन | वाक्य |
---|---|---|
दीवार | दीवारें | हमारे घर की दीवारें बहुत मजबूत हैं। |
महिला | महिलाएँ | गाँव की महिलाएँ स्वावलंबी बन रही हैं। |
लकड़हारे | लकड़हारा | जंगल में एक लकड़हारा लकड़ी काट रहा था। |
उँगलियाँ | उँगली | मेरी एक उँगली में चोट लग गई। |
हाथ | हाथों | सर्दी में मेरे हाथों में दस्ताने होते हैं। |
(आ) पाठों मे प्रयुक्त सहायक क्रिया के वाक्य ढूँढ़कर लिखो ।
- “हाथ-पाँव ठिठुरे जाते थे।” (थे – सहायक क्रिया)
- “उसकी उँगलियाँ बिल्कुल सुन्न हुई जाती थीं।” (थीं – सहायक क्रिया)
- “मैं मुँह से फूँककर उन्हें जरा गरमा लेता हूँ।” (हूँ – सहायक क्रिया)
- “लकड़हारे को खाना बनाने की फिक्र हुई।” (हुई – सहायक क्रिया)
- “लकड़हारे ने उसे अपने मुँह में रख लिया और गप-गप खाने लगा।” (लिया – सहायक क्रिया)
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