परोपकार
* सूचना के अनुसार कृतियाँ करो :-
(१) विशेषताएँ लिखो :
बर्ण (ततैया) की विशेषताएँ:
- यह रंग-बिरंगी और सुंदर होती है।
- यह उड़ सकती है।
मधुमक्खी की विशेषताएँ:
- यह फूलों का रस चूसती है और शहद बनाती है।
- यह मेहनती और परोपकारी होती है।
(२) कारण लिखो:
१. मनुष्य द्वारा प्राणी का आदर पाना –
उत्तर – मनुष्य उन प्राणियों का आदर करता है जो परोपकारी होते हैं और दूसरों को लाभ पहुँचाते हैं। मधुमक्खी शहद देती है, जो मनुष्यों के लिए उपयोगी है, इसलिए उसे पाला जाता है।
२. मनुष्य द्वारा प्राणी का अनादर पाना –
उत्तर – मनुष्य उन प्राणियों को पसंद नहीं करता जो केवल कष्ट देते हैं। ततैया (बर्ण) सुंदर होने के बावजूद लोगों को डंक मारकर दर्द पहुँचाती है, इसलिए उसे दूर भगाया जाता है।
(३) एक वाक्य में उत्तर लिखो:
१. अपने रूप-रंग पर किसे घमंड था?
उत्तर – बर्र (ततैया) को अपने रूप-रंग पर घमंड था।
२. लोग मधुमक्खी को क्यों पालते हैं?
उत्तर – लोग मधुमक्खी को इसलिए पालते हैं क्योंकि वह मीठा शहद देती है और उनके काम आती है।
भाषा बिंदु
निम्नलिखित अव्ययों के भेद पहचानकर अपने वाक्यों में प्रयोग करो :
अव्यय शब्द | भेद | वाक्य |
---|---|---|
और | समुच्चय बोधक | राम और श्याम खेल रहे हैं। |
वाह ! | विस्मयादिबोधक | वाह! तुमने बहुत अच्छा काम किया। |
धीरे-धीरे | क्रियाविशेषण | कछुआ धीरे-धीरे चलता है। |
लेकिन | समुच्चय बोधक | मैंने बहुत कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुआ। |
तरफ | संबंधबोधक | वह अपनी माँ की तरफ देख रहा है। |
अरे ! | विस्मयादिबोधक | अरे! यह क्या हो गया? |
तेज | क्रियाविशेषण | हवा बहुत तेज चल रही है। |
परंतु | समुच्चय बोधक | परीक्षा कठिन थी, परंतु मैंने अच्छे अंक प्राप्त किए। |
उपयोजित लेखन
प्राकृतिक सौंदर्य वाले किसी चित्र का वर्णन दस-बारह पंक्तियों में लिखो ।
प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन
प्रकृति का सौंदर्य अद्भुत और मनमोहक होता है। हरी-भरी पहाड़ियाँ, कलकल बहती नदियाँ और रंग-बिरंगे फूलों से सजी घाटियाँ मन को शांति प्रदान करती हैं। सुबह के समय सूरज की सुनहरी किरणें जब पहाड़ों और वृक्षों पर पड़ती हैं, तो पूरी धरती एक स्वर्णिम आभा से जगमगा उठती है। पक्षियों का मधुर कलरव वातावरण को और भी आनंदमय बना देता है।
नीले आकाश में तैरते सफेद बादल, ठंडी-ठंडी हवा और दूर-दूर तक फैली हरियाली प्रकृति की अनुपम छटा को दर्शाती है। झील में तैरती मछलियाँ और उसमें पड़ने वाले पर्वतों के प्रतिबिंब इसे और भी सुंदर बना देते हैं। बरसात के मौसम में जब इंद्रधनुष आसमान में दिखाई देता है, तो उसका दृश्य मन को मोह लेता है। प्रकृति के इस अद्भुत सौंदर्य को देखकर मन प्रसन्न हो उठता है और आत्मा को शांति मिलती है।
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