कदम मिलाकर चलना होगा
लघु प्रश्न
1. “कदम मिलाकर चलना होगा” कविता के रचनाकार कौन हैं?
उत्तर – इस कविता के रचनाकार अटल बिहारी वाजपेयी हैं।
2. इस कविता में कवि ने क्या संदेश दिया है?
उत्तर – कवि ने संघर्ष, त्याग और आत्मबल से आगे बढ़ने का संदेश दिया है।
3. संघर्ष का जीवन में क्या महत्व है?
उत्तर – संघर्ष से ही व्यक्ति मजबूत बनता है और सफलता प्राप्त करता है।
4. बलिदान का क्या अर्थ है?
उत्तर – बलिदान का अर्थ अपने सुखों और इच्छाओं को छोड़कर महान कार्य करना है।
5. आग की ज्वालाएँ बरसने से कवि का क्या तात्पर्य है?
उत्तर – इसका तात्पर्य जीवन में आने वाली कठिनाइयों और विपत्तियों से है।
6. पावस बनकर ढलने का क्या अर्थ है?
उत्तर – इसका अर्थ कठिनाइयों के बाद सफलता की प्राप्ति से है।
7. कवि के अनुसार हमें कैसे चलना चाहिए?
उत्तर – हमें एकजुट होकर, धैर्य और साहस के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
8. इस कविता में किस भावना को मुख्य रूप से दर्शाया गया है?
उत्तर – इस कविता में संघर्ष, आत्मविश्वास और एकता की भावना को दर्शाया गया है।
9. कवि किस प्रकार के जीवन को अपनाने की प्रेरणा देते हैं?
उत्तर – कवि हमें संघर्षमय, संयमित और उद्देश्यपूर्ण जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं।
10. कदम मिलाकर चलने से क्या तात्पर्य है?
उत्तर – इसका तात्पर्य एकता, सहयोग और सामूहिक प्रयास से है।
दीर्घ प्रश्न
1. “कदम मिलाकर चलना होगा” कविता का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर – इस कविता का मुख्य उद्देश्य लोगों को संघर्ष, धैर्य और आत्मबल की प्रेरणा देना है। कवि यह बताते हैं कि सफलता प्राप्त करने के लिए कठिनाइयों से डरना नहीं चाहिए, बल्कि उनका सामना करना चाहिए। यदि हम सभी एकजुट होकर आगे बढ़ें, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।
2. कवि ने “अरमानों को दलना होगा” से क्या अभिप्राय दिया है?
उत्तर – कवि का आशय यह है कि हमें अपने निजी सुख और इच्छाओं का त्याग करना होगा। यदि हमें जीवन में आगे बढ़ना है, तो हमें केवल अपने स्वार्थ के बारे में नहीं सोचना चाहिए। बलिदान और त्याग से ही एक सशक्त समाज और उज्ज्वल भविष्य का निर्माण हो सकता है।
3. कवि ने “आग की ज्वालाएँ बरसेंगी” पंक्ति में क्या दर्शाया है?
उत्तर – इस पंक्ति के माध्यम से कवि यह बताना चाहते हैं कि जीवन में अनेक प्रकार की कठिनाइयाँ और संघर्ष आएँगे। विपत्तियों और समस्याओं के बावजूद हमें साहस नहीं छोड़ना चाहिए। कठिनाइयों से घबराने के बजाय हमें उनका डटकर सामना करना चाहिए।
4. “बलिदान, समर्पण और आत्मसंयम” का क्या महत्व है?
उत्तर – बलिदान, समर्पण और आत्मसंयम से व्यक्ति न केवल अपने लक्ष्य तक पहुँचता है बल्कि समाज के उत्थान में भी योगदान देता है। ये गुण हमें स्वार्थ से ऊपर उठाकर परोपकारी बनाते हैं। महान कार्यों को पूरा करने के लिए धैर्य, त्याग और संयम आवश्यक होते हैं।
5 .कवि ने “पावस बनकर ढलना होगा” से क्या समझाया है?
उत्तर – इस पंक्ति के माध्यम से कवि ने यह संदेश दिया है कि संघर्ष के बाद सफलता अवश्य मिलती है। जिस प्रकार वर्षा से धरती हरी-भरी हो जाती है, वैसे ही कठिनाइयों को सहने के बाद जीवन में सुख और आनंद आता है। हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए धैर्य रखना चाहिए।
6. “कदम मिलाकर चलना होगा” शीर्षक कविता के लिए कैसे उपयुक्त है?
उत्तर – यह शीर्षक कविता के संदेश को पूरी तरह प्रकट करता है, क्योंकि इसमें एकता और संघर्ष का महत्व बताया गया है। कवि कहते हैं कि जीवन में यदि हमें आगे बढ़ना है, तो सबको मिलकर कार्य करना होगा। जब सभी लोग समान दिशा में प्रयास करेंगे, तो समाज और देश का विकास संभव होगा।
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