हे मातृभूमि !
लहान प्रश्न
1. कवि मातृभूमि के प्रति कैसी भावना व्यक्त करते हैं?
उत्तर – कवि मातृभूमि के प्रति गहरी श्रद्धा, प्रेम और समर्पण की भावना व्यक्त करते हैं।
2. कवि की जीभ पर कौन-से गीत होने चाहिए?
उत्तर – कवि की जीभ पर सदैव मातृभूमि की स्तुति के गीत होने चाहिए।
3. कवि किसे अपने मस्तक पर चढ़ाना चाहते हैं?
उत्तर – कवि उस धूल को अपने मस्तक पर चढ़ाना चाहते हैं, जिसमें श्रीराम और श्रीकृष्ण जैसे महापुरुष जन्मे।
4. मातृभूमि के चरण कौन धोता है?
उत्तर – समुद्र अपनी लहरों से प्रतिदिन मातृभूमि के चरण धोता है।
5. कवि का क्या संकल्प है?
उत्तर – कवि बिना किसी भेदभाव के मातृभूमि की सेवा करना चाहते हैं।
6. कवि प्रतिदिन किसका नाम सुनने और सुनाने की बात करते हैं?
उत्तर – कवि प्रतिदिन पुण्यनाम सुनने और सुनाने की बात करते हैं।
7. कवि अपने जीवन का क्या करना चाहते हैं?
उत्तर – कवि अपने जीवन, मन और शरीर को मातृभूमि के लिए समर्पित करना चाहते हैं।
8. रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ कौन थे?
उत्तर – रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ एक स्वतंत्रता सेनानी, कवि और क्रांतिकारी लेखक थे।
9. इस कविता में कवि किस तरह की प्रेरणा देते हैं?
उत्तर – यह कविता देशभक्ति, मातृभूमि की सेवा और बलिदान की प्रेरणा देती है।
10. कवि मातृभूमि की चरण धूलि को क्या मानते हैं?
उत्तर – कवि मातृभूमि की चरण धूलि को पवित्र मानते हैं और उसे अपने सिर पर धारण करना चाहते हैं।
दीर्घ प्रश्न
1. कवि ने अपनी मातृभूमि के प्रति कैसी श्रद्धा व्यक्त की है?
उत्तर – कवि ने मातृभूमि को पूजनीय माना है और उसके चरणों में शीश नवाने की इच्छा व्यक्त की है। वे कहते हैं कि उनकी जिह्वा पर सदैव मातृभूमि की स्तुति के गीत होने चाहिए। उनके अनुसार, मातृभूमि की सेवा करना प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है।
2. कवि मातृभूमि की धूल को क्यों पूजनीय मानते हैं?
उत्तर – कवि मानते हैं कि जिस भूमि ने श्रीराम और श्रीकृष्ण जैसे महापुरुषों को जन्म दिया, उसकी धूल पवित्र और पूजनीय है। वे इस धूल को अपने सिर पर लगाने की इच्छा रखते हैं। इससे वे मातृभूमि के प्रति अपनी श्रद्धा और प्रेम व्यक्त करते हैं।
3. समुद्र को मातृभूमि के चरण धोने वाला क्यों कहा गया है?
उत्तर – कवि कहते हैं कि समुद्र प्रतिदिन अपनी लहरों से मातृभूमि के चरण धोता है, जिससे उसकी पवित्रता बनी रहती है। यह मातृभूमि की महिमा और उसकी शुद्धता को दर्शाता है। कवि भी समुद्र की तरह मातृभूमि को नमन करना चाहते हैं।
4. कवि देशभक्ति की भावना को कैसे व्यक्त करते हैं?
उत्तर – कवि देशभक्ति को सर्वोपरि मानते हैं और मातृभूमि की सेवा को अपना धर्म समझते हैं। वे कहते हैं कि वे बिना किसी भेदभाव के देश के लिए कार्य करेंगे और उसका पुण्यनाम हमेशा सुनेंगे व सुनाएंगे। अंत में वे अपने प्राणों को भी मातृभूमि के चरणों में अर्पित करने की इच्छा व्यक्त करते हैं।
5. रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ का योगदान क्या था?
उत्तर – रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी थे, जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया। वे एक प्रतिभाशाली कवि भी थे और उनकी रचनाएँ देशभक्ति की भावना को प्रबल करती हैं। उनकी प्रसिद्ध कविता “सरफरोशी की तमन्ना” आज भी लोगों को प्रेरित करती है।
6. इस कविता से हमें क्या सीख मिलती है?
उत्तर – इस कविता से हमें मातृभूमि के प्रति प्रेम, श्रद्धा और सेवा का संदेश मिलता है। यह कविता हमें सिखाती है कि हमें बिना किसी भेदभाव के देश की सेवा करनी चाहिए और मातृभूमि के लिए त्याग करने को हमेशा तैयार रहना चाहिए। कवि का बलिदान और समर्पण हमें राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा देता है।
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